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गुरुवार, 21 सितंबर 2017

एक बार फिर हुआ राष्ट्रीय ध्वज का अपमान

ग्रामीण मीडिया सेण्टर (राजेंद्र भार्गव)
मामला राष्ट्रीय ध्वज के अवमानना का 

राष्ट्रीय  ध्वज की आचार सहिता और नियमो की जानकारी जन जन तक पहुचाये शासन।   
किसी भी देश का सर्वोच्च होता है, देश का ध्वज। सविधान के मौलिक कर्तव्य में भी इस बात का उल्लेख है की राष्ट्री गान और ध्वज का सम्मान हमारा पहला कर्तव्य है। 
राष्ट्रिय तिरंगे ध्वज की आचार सहिता का व्यापक प्रचार प्रसार होना आवश्यक है। आये दिन कही न कहे जाने या अनजाने में  राष्ट्रिय तिरंगे ध्वज का अपमान या अवमानना होती है।  ऐसी हालत न हो इसके लिए शासन स्तर से आचार संहिता और नियमो की जानकारी आम आदमी और सरकारी नौकर शाहो तक पहुंचना चाहिए। 
मुलताई   जनपद पंचायत अध्यक्ष के ग्रह ग्राम  जूनापानी में 15  अगस्त 2017 को प्राथमिक शाला जूनापानी   ग्राम पंचायत  उभारिया में फोटो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है। प्रत्यक्ष दर्शी ग्राम के एक सूत्र ने बताया की ग्राम में हर बार दो राष्ट्रीय ध्वज होते है।  एक स्कूल के सामने ध्वज दंड  पर फैराया जाता है।  दुसरा रैली में सामने लेकर चलते है। यहां इस दूसरे वाले ध्वज को स्कूल से सामने दीवार से सटा कर  तिरछा रखा रहा। नियम से ये अवमानना में आता है। ये हमारी शिकायत नहीं मात्र कोशिश है की देश में इस पर की घटना पर अंकुश लगे और लोगो को पूरी जानकारी हो। इस अवसर पर ग्राम के स्कूल के छात्र ,शाला विकास समिति के पदाधिकारी स्कूल स्टाफ हाजिर था। पुरे कार्यक्रम के दौरान ध्वज इस हालत में दीवार के सहारे टिका रहा। 

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