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मंगलवार, 19 सितंबर 2017

नदियों के उदगम ही सूखे , मुलताई इसका सूचक है -मोहन नागर

मुलताई जनपद पंचायत स्तरी समीक्षा बैठक आज दिनाक  19  सितम्बर दिन मगलवार 11 बजे   सामुदायिक भवन कामथ में संपन्न हुई | जिसे समाज सेवी एवं पर्यावरण विशेषज्ञ मोहन नागर जी ने सम्बोधित किया  | बैठक के दौरान मोहन नागर  ने  वर्षा को इस वर्ष की सबसे बड़ी समस्या बतायी  साथ ही  इस पानी की समस्या को सुलझाने का उपाय, तालाब निर्माण, वृक्षारोपण आदि विषय पर अपने विचार रखे | नागर  जी द्वारा बताया गया की इस वर्ष पानी की समस्या एक युद्ध की तरह होगी है और ऐसे में यदि हम सब सिपाही की तरह एक होकर इसका सामना नहीं करेंगे तो हम मुसीबत में पड़ जायेगे | उन्होंने बताया की पानी की समस्या का दोषी और कोई नहीं हम मनुष्य है जिन्होंने जंगलों के पेड़ों को लगातार काटा और इस प्रकृति से खिलवाड़ की , उन्होंने कहा अभी भी हमारे पास समय है और हम एक जुट होकर इस समस्या से निपट सकते है | इस समस्या का समाधान बताते हुए उन्होंने मुख्य रूप से तीन उपाय बताये-








  • पुराने समय में जैसे तालाब होते थे वैसे अभी भी हम अपने खेतों में बना सकते है जिससे की हमारे खेत का पानी खेत में ही रहेगा | 
  • दूसरा उपाय उन्होंने बताया की हम पेड़ो के माध्यम से भी पानी बचा सकते है क्युकी पेड़ अपने अंदर पानी रोकता है और वर्षा  के बादलों को भी अपनी ओर  आकर्षित करता है इस विषय का उद्धरण उन्होंने नर्मदा नदी की धारा को बताया उन्होंने कहा की इस नदी की धारा मैकाले में लगे उन वनों की दें है क्युकी वृक्ष पानी अपने अंदर एकत्र करते है | 
  • उन्होंने तीसरा उपाय बोरी बंधान और उन जैसे उपायों को बताया जिसके सहारे हम पानी को जमींन  में उतार सकते है | 
कर्यक्रम में पीपीटी का उपयोग भी हुआ परन्तु  बिजली जाने पर उसका पूर्ण उपयोग न हो सका | उन्होंने ताप्ती नदी के लिए कहा की एक महान  नदी का उद्गम ही पानी को तरस रहा है उसका कारन उचित प्रबंधन न होना और वनो की कटाई है | 
प्रशिक्षण में जिला पंचायत के अधिकारी श्री संजय यादव, मुलताई व प्रभातपट्टन सीईओ सहायक यंत्री श्री एके कौरव, जिला समन्वयक श्रीमती नीता पाल, जिला जन अभियान परिषद् समन्वयक श्रीमती प्रिया चौधरी, समाजसेवी श्री राजेन्द्र भार्गव, ब्लाक समन्वयक, मेंटर्स, विद्या भारती जनजाति शिक्षा के कार्यकर्ताओं सहित सरपंच सचिव उपस्थित थे ।साथ ही BSW के शिक्षक सहित बच्चे भी उपस्तिथ रहे | 

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