Pages

मंगलवार, 19 सितंबर 2017

सदा प्रसन्न घाट में मिली लाश की पहचान परिजनों ने की

ग्रामीण मीडिया सेण्टर|मुलताई



यह मेरी बेटी के कपड़े और चप्पल है। बेटी ने स्वयं अपने हाथ से कपड़े की सिलाई की थी। मेरी बेटी 2 सितंबर को सहेली के घर अंधारिया जाने का कहकर निकली थी। इसके बाद से वापस नहीं लौटी। यह बात बेटी की तलाश में रविवार रात को मुलताई थाने पहुंची बरसाली निवासी मुन्नी बाई यादव ने पुलिस द्वारा सदाप्रसन्न घाट में मिले शव पास मिली चप्पल और कपड़े देखकर कही। मुन्नी बाई ने शिनाख्त बेटी कृष्णी यादव के रूप में की। मां मुन्नी बाई और पिता साहेबलाल यादव ने बताया उनकी बेटी बैतूल जेएच कॉलेज से एमएससी कर रही थी। शव की शिनाख्त होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। शव मिलने के बाद पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। अब पुलिस हत्या के कारणों का पता लगा रही है। 


रेलकर्मी, सहेली से पूछताछ 

कृष्णी आमला स्टेशन से ट्रेन में बैठकर बरसाली स्टेशन पर उतरने की बजाय बैतूल पहुंच गई। बैतूल पहुंचने के बाद उसका मोबाइल बंद हो गया। मोबाइल बंद होने के पहले उसे फोन पर रेलकर्मी ने बात की थी। पुलिस मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर रेलकर्मी से पूछताछ कर रही है। इसके अलावा माधुरी से भी पूछताछ की जा रही है। 

क्षतविक्षत मिला था शव 

सदाप्रसन्न घाट की खाई में 7 सितंबर को अज्ञात महिला का शव मिला था। शव सड़ गल गया था। जिससे पहचान नहीं हुई थी। पुलिस ने शव के पास मिली चप्पल, नाक की लौंग, कपड़े जब्त कर शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद दफना दिया था। पुलिस ने आसपास के थानों में अज्ञात महिला का शव मिलने की सूचना भी भेज दी थी। 

सहेली के घर अंधारिया जाने का कहकर निकली थी 

बरसाली निवासी साहेबलाल यादव ने बताया कृष्णी 2 सितंबर को दोपहर में सहेली माधुरी निवासी अंधारिया के घर जाने का कहकर घर से निकली थी। इसके बाद वापस नहीं लौटी। माधुरी से पूछने पर उसने बताया कृष्णी उसे आमला रेलवे स्टेशन पर मिली थी। इसके बाद दोनों बोड़खी निवासी चाचा के घर चले गए। जहां रात में रूकने के बाद 3 सितंबर को कृष्णी को बरसाली जाने के लिए स्टेशन पर छोड़ दिया था। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें