ग्रामीण मीडिया सेण्टर| प्रभातपट्टन
परेशान होकर छात्र-छात्राओं ने स्कूल के गेट के सामने अपने बैग रख दिए और घर चले गए
प्रभातपट्टन ब्लॉक के तिवरखेड़ के माध्यमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक अपनी मनमर्जी से स्कूल पहुंचते हैं। समय पर स्कूल नहीं आने से घंटों छात्र-छात्राओं को इंतजार करना पड़ता है। इससे परेशान होकर छात्र-छात्राओं ने स्कूल के गेट के सामने अपने बैग रख दिए और घर चले गए। माध्यमिक स्कूल की छात्राओं का कहना है जब तक शिक्षक समय पर नहीं आएंगे तब तक वह भी स्कूल नहीं जाएंगी। इसकी सूचना बीआरसी और सीएसी को मिली तो उन्होंने स्कूल का निरीक्षण किया। अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान भी शिक्षक स्कूल में उपस्थित नहीं मिले। कलेक्टर के आदेश के अनुसार शिक्षकों को सुबह 10 बजे स्कूल पहुंचना है। इसके बाद भी तिवरखेड़ के कन्या माध्यमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक समय पर नहीं पहुंचते हैं। शिक्षकों के इंतजार में छात्राओं को परेशान होना पड़ता है। यहीं स्थिति चरुड़ के प्राथमिक स्कूल की है। यहां भी शिक्षक समय पर नहीं पहुंचते हैं। शिक्षकों के इंतजार में बच्चे खेलते रहते हैं।
परेशान होकर छात्र-छात्राओं ने स्कूल के गेट के सामने अपने बैग रख दिए और घर चले गए
प्रभातपट्टन ब्लॉक के तिवरखेड़ के माध्यमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक अपनी मनमर्जी से स्कूल पहुंचते हैं। समय पर स्कूल नहीं आने से घंटों छात्र-छात्राओं को इंतजार करना पड़ता है। इससे परेशान होकर छात्र-छात्राओं ने स्कूल के गेट के सामने अपने बैग रख दिए और घर चले गए। माध्यमिक स्कूल की छात्राओं का कहना है जब तक शिक्षक समय पर नहीं आएंगे तब तक वह भी स्कूल नहीं जाएंगी। इसकी सूचना बीआरसी और सीएसी को मिली तो उन्होंने स्कूल का निरीक्षण किया। अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान भी शिक्षक स्कूल में उपस्थित नहीं मिले। कलेक्टर के आदेश के अनुसार शिक्षकों को सुबह 10 बजे स्कूल पहुंचना है। इसके बाद भी तिवरखेड़ के कन्या माध्यमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक समय पर नहीं पहुंचते हैं। शिक्षकों के इंतजार में छात्राओं को परेशान होना पड़ता है। यहीं स्थिति चरुड़ के प्राथमिक स्कूल की है। यहां भी शिक्षक समय पर नहीं पहुंचते हैं। शिक्षकों के इंतजार में बच्चे खेलते रहते हैं।
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