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आरोपी |
मुलताई वरुड रोड पर सदा प्रसन्न घाट में 7 सितम्बर को पुलिस को एक अज्ञात लाश मिली थी | 10 दिनों के बाद शव को परिजनों ने पहचाना था और तब पता चला था की यह शव कृष्णि यादव का है जो की बरसाली निवासी थी और २ तारीख से लापता थी |
पोलिस ने यह हत्या की गुत्थी सुलझा ली है दरअ सल जब पुलिस ने कृष्णि यादव के मोबाइल के रिकॉर्ड खंगाले तो ज्ञात हुआ की बरसाली रेलवे स्टेशन पर पदस्त ट्रैक मैनेजर युवराज विश्वकर्मा से उसकी 3 सितम्बर की सुबह तक मृतक कृष्णि से हुई थी जब इस आधार पर पुलिस ने जाँच की और युवराज से पूछताछ की तो युवराज ने बताया की- मेरे कृष्णि से प्रेम संबंद्घ थे और वो मुझ पर शादी का दबाव बना रही थी वह मेरे सदर स्तिथ, बैतूल के घर पर आयी थी | जब मेरे द्वारा शादी के लिए मना किया गया तो उसने घर से जाने से मना कर दिया और इससे गुस्से में आकर मैंने उसका सर दरवाजे के किनारे पर पटक दिया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई | इस तरह युवराज उस समय तो लाश को छोड़ कर ड्यूटी पर चला गया परन्तु रात में अपने चचेरे भाई की सहायता से लाश को मोटर साइकिल से पंखा, मुलताई होते हुए सदा प्रसन्न घाट की खाई में फेक दिया | पुलिस ने जानकारी में बताया की आरोपी युवराज विश्वकर्मा पहले से ही शादी शुदा था और घटना के दिन उसकी पत्नी अपने मायके बैतूल बाजार गई हुइ थी | फ़िलहाल पुलिस ने युवराज पर हत्या और सबूत मिटाने का केस दर्ज किया है और दूसरा आरोपी अभी भी फरार है |
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