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शुक्रवार, 6 अक्तूबर 2017

फर्जी सहमति से बहन की जमीन अपने नाम करने वाला भाई गिफ्तार

ग्रामीण मीडिया सेण्टर


मुलताई|अपनी बहन के नाम की जमीन फर्जी सहमति पत्र बनाकर अपने नाम कर लेने वाले भाई और गवाहों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। चंदोराखुर्द निवासी छितरया पवार और उसकी बहन फूलवती के नाम की पुश्तैनी कृषि जमीन छितरया ने बहन का फर्जी सहमति पत्र बनाकर अपने नाम कर ली। उसने 29 सितंबर 2010 को यह पुश्तैनी जमीन अपने नाम कर ली। पता चलने पर फूलवती ने थाने में शिकायत की। कोई कार्रवाई नहीं होने पर फूलवती बाई ने अधिवक्ता के माध्यम से जेएमएफसी कोर्ट में आवेदन दिया। जेएमएफसी न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने 4 सितंबर 2017 को छितरया पवार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया। एसआई एआर खान ने बताया छितरया द्वारा बनवाए सहमति पत्र की जांच में चंदोराखुर्द के पूर्व सरपंच किशोरी डहारे और ग्राम देवरी के ग्रामीण सुरेश पवार ने बतौर गवाह हस्ताक्षर किए थे। दोनों के बयान लेने के बाद पूर्व सरपंच किशोरी डहारे और सुरेश पवार को आरोपी बनाते हुएगिरफ्तार किया है। साथ ही मामले के मुख्य आरोपी छितरया पवार को भी गिरफ्तार किया है।

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