ग्रामीण मीडिया सेण्टर
- चूहे से फैलने वाली स्क्रब टाइफस बीमारी ने दी
दस्तक, ग्राम सांवरी और लाखापुर में मिले पीड़ित
- स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों के घर जाकर की जांच, चूहे पकड़कर जांच के लिए भेजे
ब्लॉक के स्क्रब टाइफस बीमारी ने दस्तक
दे दी है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग भी
सक्रिय हो गया है। यह बीमारी चूहों के ऊपर
पाए जाने वाले पिस्सू से होती है। सांवरी और
लाखापुर गांव में दो ग्रामीण इसकी चपेट में
आ गए थे। उपचार के बाद दोनों ग्रामीण अब
पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग
की टीम ने दोनों गांवों में जाकर बीमारी से
पीड़ित हुए ग्रामीणों की जांच करने के साथ
चूहे पकड़े हैं। सावरी निवासी इमरत पंवार को
अगस्त महीने में बुखार आया था। बुखार के
साथ शरीर में खुजली चलने लगी थी। परिजन
बैतूल के निजी अस्पताल में उपचार के लिए
ले गए थे। इस दौरान निजी अस्पताल में
लाखापुर निवासी प्रमोद पंवार भी भर्ती हुआ।
प्रमोद को भी बुखार और खुजली हो रही थी।
दोनों की खून की जांच के लिए रिपोर्ट जिला
अस्पताल भेजी। जहां से दोनों को स्क्रब
टाइफस होने की पुष्टि हुई। स्क्रब टाइफस का
उपचार कराने के बाद दोनों गांव लौट गए।
इसके बाद भोपाल और बैतूल के डॉक्टरों के
साथ सरकारी अस्पताल के कर्मचारियों की
टीम गांव पहुंची।
क्या है स्क्रब टाइफस बीमारी
बीएमओ डॉ. प्रशांत सेन ने बताया स्क्रब
टाइफस बीमारी चूहे के ऊपर होने वाले पिस्सू
से फैलती है। पिस्सू से बुखार के साथ खुजली
चलने लगती है और शरीर पर दाग हो जाते हैं।
लगातार खुजली और बुखार रहने से यह बीमारी
खतरनाक साबित हो सकती है। बीमारी फैलने
पर चूहों को नष्ट कर गड्ढे में गाड़ा जाना चाहिए।
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