Pages

गुरुवार, 16 नवंबर 2017

देर रात मृत शव को रखकर परिवारजन कर रहे इन्साफ की मांग

ग्रामीण मीडिया सेण्टर (राजेंद्र भार्गव)     

दुर्घटना में मृत वाहन चालक परिवार शव  को कम्पनी के कैम्प के सामने रख प्रदर्शन रहे है|


 ग्राम चिल्हाटी के पास रेलवे की तीसरी लाइन बनाने का काम चालु है। आज दिनाक 16/११/२०१७ को कंपनी ड्राइवर राजेश बोबडे उर्फ़ लल्लू बोबडे उम्र ३२ वर्ष कंपनी के लिए काम कर रहा था जिसके दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से उसकी मौत हो गई| ऐसे में अब मृतक के परिवार वाले कंपनी के कैंप के सामने मृतक का शव रख कर मुआवजे की मांग कर रहे है जबकि दूसरी और कंपनी ISC  के अधिकारी ने सुचना प्राप्त होने तक किसी भी प्रकार का बयान नहीं दिया है|  

क्या है पूरा मामला -
चिचंडा रेलवे स्टेशन के पास डाउन ट्रैक के किनारे सीमेंट की बोरियों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से ड्राइवर की मौत हो गई। ट्रैक्टर-ट्राली के पलटने से ड्राइवर दब गया था। जिसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। चिचंडा रेलवे स्टेशन से तिगांव रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे की तीसरी लाइन का निर्माण कार्य चल रहा है। पुणे (महाराष्ट्र) की निजी कंपनी चिचंडा रेलवे स्टेशन के पास पुल-पुलियाओं का निर्माण कार्य कर रही है। निर्माण स्थल पर सीमेंट सहित अन्य सामग्री ट्रैक्टर- ट्रॉली से पहुंचाई जा रही है। दोपहर में ग्राम चिल्हाटी निवासी राजेश बोवाड़े (27) ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर सीमेंट की बोरियां निर्माण स्थल पर ले जा रहा था। रास्तेमें चढ़ाई चढ़ते समय ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई। जिससे ड्राइवर नीचे गिरकर दब गया। जेसीबी मशीन से ट्रैक्टर को सीधा कर राजेश को बाहर निकाला। 
कंपनी के कार्यालय केसामने शव रखकर परिजन प्रदर्शन करतेहुए। मुआवजे की मांग: शव रख परिजनों ने किया प्रदर्शन रेलवेकी तीसरी लाइन का काम कर रही पुणेकीआईएससी कंपनी में कार्यरत ट्रैक्टरड्राइवर राजेश बुआडे की मौत के बाद परिजनों नेकंपनीपर लापरवाही पूर्वक काम कराने का आरोप लगाते हुए घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया। परिजन पीएम केबाद शव लेकर सीधे कंपनीकेकार्यालय पहुंचे।कार्यालय केसामन शव े रखकर मुआवजा मांगते हुएप्रदर्शन शुरू कर दिया। मृतक राजेश केभाई सुरेंद्र, गोपाल और मामाप्रवीण हजारे नेकहा कंपनी केकर्मचारियों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली मेंओवर लोड सीमेंट भरकर लेजानेके लिए कहा था। घटना केसमय कंपनी का कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था। समय रहतेराजेश को अस्पताल ले जात ते ो जान बच सकती थी। राजेश की मौत के लिए कंपनी जिम्मेदार है।राजेश केपरिवार को बतौर क्षतिपूर्ण के20 लाखरुपए कंपनी नेदेना चाहिए। जब तक राशि नहीं मिलती अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। कंपनी केएकाउंटट ें कालिका दुबे नेबताया कंपनी के मालिक कोपरिजनों की मांग सेअवगत करा दिया है। कल मालिक परिजनों से चर्चा करनेपहुंचेंगे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें