ग्रामीण मीडिया सेण्टर
क्षेत्र को सूखा घोषित कर कर्जा माफ कराने
सड़क पर उतरे किसान, किया प्रदर्शन
तहसील क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित
करने, बैंकों का कर्जा माफ करने,
खराब हुई फसलों के एवज में प्रति
एकड़ 15 हजार रुपए का मुआवजा
देने सहित अन्य मांगों को लेकर
गुरुवार को किसान सड़क पर उतरे।
किसान संघर्ष समिति के तत्वाधान
में किसानों ने रैली निकाली। पूर्व
विधायक डॉ. सुनीलम के साथ क्षेत्र
के किसान नारेबाजी करते हुए बस
स्टडैं पहुंचे। जहां डॉ. सुनीलम ने
सभा को संबोधित करते हुए किसानों
की मांगों पर जल्द कारवाई करने और ्र
किसानों को राहत देने की बात कही।
पूर्व विधायक ने कहा अल्प बारिश
से कुओं और जलाशयों में पानी नहीं
है। इसके बाद भी बिजली कंपनी ने
अस्थाई कनेक्शन पर मूल्य वृद्धि
कर दी है। सभा के बाद किसानों ने
तहसीलदार राकेश शुक्ला को ज्ञापन
सौंपा। किसान अनिल सोनी, जगदीश
दोड़के, नान्चू अग्रवाल, लक्ष्मण
बोरबन, डखरू खवसे ने किसानों का
सभी कर्जा माफ करने, खराब फसल
के एवज में मुआवजा और फसल
बीमा का लाभ देने, भावांतर योजना
का लाभ लेने मंडी में फसल बिक्री
की अनिवार्यता समाप्त करने सहित
अन्य मांगों को पूरा करने की मांग की।
2 साल पहले कुआं धंस
गया, फिर भी आ रहा बिल
मनमाना बिजली बिल आने से बुजुर्ग
भी परेशान हो रहे हैं। पोहर के बुजुर्ग
हीरालाल पाठेकर (71) ने बताया
दो साल पहले खेत का कुआं धंस
गया। कुएं का बिजली कनेक्शन
काटने के लिए आवेदन भी दिया। दो
साल से कुएं पर बिजली का उपयोग
नहीं हो रहा। इसके बाद भी बिजली
कंपनी बिजली बिल थमा रही है।
बुजुर्ग ने कहा बिजली बिल की राशि
जमा करना उनके बस में नहीं है।
यह कहते हुए वह तहसील के गेट के
सामने नीचे ही बैठ गए।