ग्रामीण मीडिया सेण्टर|
नगर के चारों ओर सड़कों का निर्माण होने के साथ एक्सीडेंट के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे हैं। रोज सड़क दुर्घटनाएं होने के बाद भी लोग इससे सबक नहीं ले रहे हैं। 108 एंबुलेंस से मिली जानकारी के अनुसार इस साल पांच महीने में 197 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। जिसमें सबसे अधिक दुर्घटनाएं बाइकों की भिड़ंत और अनियंत्रित होकर गिरने की है। क्षेत्र में शादियों और चोटी (बच्चों के बाल उतारना) के सीजन में सबसे अधिक दुर्घटनाएं होती हैं। इस साल अप्रैल में सबसे अधिक शादियों और चोटी कार्यक्रम होने के चलते सबसे अधिक 45 दुर्घटनाएं हुईं। शादियों और चोटियों के समय अधिकांश दुर्घटनाएं शराब पीकर दोपहिया वाहन चलाने से हुईं हैं।
यह कारण है हादसों का, वाहन चलाते समय यहां रहें सचेत
छिंदवाड़ा हाईवे पर पारड़सिंगा की पुलिया से सड़क सीधी है। जिससे यहां वाहनों की गति तेज रहती है। पुलिया के पास से गांव की ओर जाने का रास्ता है। जिससे गांव की ओर से अचानक वाहन आने पर टक्कर हो जाती है। चिखलीखुर्द के पास दैय्यत बाबा के पास भी वाहनों की गति तेज होने से हादसे होते हैं। बुकाखेड़ी नदी की पुलिया पर सड़क चौड़ी होने के साथ दोनों ओर से ढलान और हल्का मोड़ है। जिससे यहां भी वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं। बरई के पास लंबी टर्निंग होने से सामने से आने वाले वाहन नजर नहीं आते। अमरावती रोड पर आइल मिल के पास, आठनेर रोड पर सांडिया के पास भी मोड़ होने से दुर्घटनाएं हो रही हैं। नेशनल हाईवे पर भिलाई पेट्रोल पंप, जुनापानी जोड़, नगर कोट के पास सहित अन्य स्थान पर डिवाइडर को तोड़कर रास्ता बनाया है। जिससे दोपहिया वाहन एक लेन से दूसरे लेन पर सीधे पहुंच जाते हैं। जिससे हादसे हो रहे हैं।
एनएच पर बिरूल बाजार चौराहा सबसे खतरनाक
नेशनल हाईवे पर बिरूल बाजार चौराहा सबसे खतरनाक पाइंट है। बिरूल बाजार जाने के लिए हाईवे को पार कर जाना पड़ता है। मुलताई और बिरूल बाजार से आने वाले वाहनों को हाईवे से तेज गति से निकलने वाले वाहन नजर नहीं आते जिससे भिड़ंत होती है। बिरूल बाजार चौराहे पर अभी तक सड़क दुर्घटना में एक साल के भीतर चार लोगों की मौत हो गई है।
स्पॉट चिन्हित कर रिपोर्ट भेजी जा रही है
थाना प्रभारी आरएस चौहान ने बताया शराब पीकर वाहन चलाने और यातायात नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। एनएच 47 और छिंदवाड़ा नेशनल हाईवे पर जिस स्थान पर सबसे अधिक दुर्घटनाएं हो रही है उस स्थान को चिंहित कर रिपोर्ट एनएचएआई को भेजी जा रही है। जिससे इन स्थानों पर दुर्घटना होने के कारणों का पता लगाकर समाधान किया जाएगा।
इन स्थानों पर होते हैं हादसे
छिंदवाड़ा नेशनल हाईवे पर चिखलीखुर्द से डहुआ के बीच 7 किमी दूरी में सबसे अधिक वाहन दुर्घटनाएं हो रही है। पारड़सिंगा की पुलिया के ऊपर और बुकाखेड़ी की पुलिया के पास सबसे अधिक एक्सीडेंट हुए हैं। इसके अलावा एनएच 47 पर भिलाई की पुलिया के पास, ग्राम जुनापानी जोड़, नगरकोट के पास, बिरूल बाजार चौराहा, मालेगांव पेट्रोल पंप, खेड़लीबाजार मार्ग पर सरकारी कॉलेज के पास, करपा जोड़, बरई बस स्टॉप की मोड़ पर, अमरावती रोड पर आइल मिल के पास, आठनेर मार्ग पर सांडिया और अंभोरा नदी की पुलिया के पास अधिकांश हादसे होते हैं।
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