हाल में ही मुलताई विधायक चंद्रशेखर देशमुख ने समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी में बताया कि, कई ग्रामो में उनके द्रारा पेयजल समस्या के लिए लाखो रुपए दिए। उसमे ग्राम बिरूल बाजार का नाम शामिल नहीं था। जबकि कुछ दिनों पूर्व यहां के निवासी पानी के लिए धरना प्रदर्शन कर चुके है। बड़ी बस्ती है। पानी को लेकर विवाद शुरू हो गए हैं। नल जल योजना बंद होने से किसानों के खेतों में स्थित ट्यूबवेलों पर भीड़ लग रही है। 2 किमी दूर स्थित खेतों के ट्यूबवेल पर पहुंचने के बाद भी धक्का-मुक्की करने के बाद बमुश्किल एक बार में मात्र 15 लीटर पानी ही मिल पाता है। 6 हजार की जनसंख्या वाले ग्राम बिरूल बाजार में पंचायत के 17 ट्यूबवेल सूख चुके हैं। एक महीने पहले तक 15 दिन अंतराल में नलों से पानी मिल रहा था। सभी ट्यूबवेल सूखने से जल सप्लाई पूरी तरह से बंद हो गई है। सचिव गंगाधर गीद ने बताया ट्यूबवेल सूखने से गांव में पानी की समस्या बनी है। समस्या से उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया है।
पंच जलील बोले- समस्या दूर नहीं हुई तो दे दूंगा इस्तीफा
वार्ड क्रमांक 16 के पंच जलील खान ने बताया पूरा गांव पानी की समस्या से परेशान है। इसके बाद भी ग्राम पंचायत ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने बताया शनिवार को ग्राम पंचायत की बैठक है। पानी की समस्या के स्थाई निदान नहीं करने पर वह पंच पद से इस्तीफा दे देंगे।
धरना देने के बाद भी समस्या जस की तस
पंच जलील खान, कमलेश डंढारे, विकास पाटिल, राजू निरापुरे, मधु साहू, रफीक खान आदि ने बताया एक महीने पहले पानी की समस्या को लेकर ग्राम पंचायत के सामने धरना प्रदर्शन किया था। इस दौरान ग्राम पंचायत ने ग्रामीणों को पानी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था। इसके बाद भी समस्या को दूर करने पर ध्यान नहीं दिया।
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