मुलताई के सेंदुरजना गांव का रहने वालाहै मृतक, ब्लैकमेल कर रुपए वसूलने सीनियर बना रहे थे दबाव, शिकायत वापस लेना चाहता था यश
लक्ष्मी नारायण मेडिकल कॉलेज भोपाल के छात्र ने रैगिंग और ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर बैतूल के चंद्रशेखर वार्ड स्थित अपनी मौसी के बेटे के घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र ने उस समय फांसी लगाई, जब वह घर में अकेला था। छात्र के पिता प्रहलाद का आरोप है कि बेटे यश (22) के साथ प्रथम वर्ष में रैगिंग हुई थी। इसकी शिकायत कॉलेज प्रबंधन और एंटी रगिै ंग हेल्पलाइन में की थी। वह शिकायत वापस लेना चाहता था, लेकिन कॉलेज में एक मेडिकल और दूसरा इंजीनियरिंग छात्रों का गुट है। इंजीनियरिंग गुट की एक छात्रा और चार छात्र उसे शिकायत वापस नहीं लेने के लिए दबाव बना रहे थे और वीडियो बनाकर चोरी की शिकायत के एवज में ब्लैकमेल कर रुपए मांग रहे थे। इस कारण उसने यह कदम उठाया। जबकि, कॉलेज प्रबंधन का कहना है छात्र ने 2016 में एडमिशन लिया था और वह विभिन्न परीक्षाओं में फेल होने के कारण पूर्व छात्र की श्णी रे में है। इसलिए उसके साथ रगिै ंग होने का सवाल ही नहीं उठता। मुलताई ब्लॉक के सेंदुरजना गांव का यश पिता प्रहलाद पाठे भोपाल के एलएन मेडिकल कॉलेज में सेकंड ईयर का छात्र था। बुधवार रात चंद्रशेखर वार्ड में उसकी मौसी के बेटे विजय पवार के घर उसने आत्महत्या की। बुधवार रात 12.30 बजे जब विजय घर लौटा तो दरवाजा नहीं खुलने पर मकान मालिक को जगाकर पीछे के दरवाजे से अंदर गया तो छात्र फांसी पर लटका मिला। उसने परिजनों एवं कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर कर जिला अस्पताल में पीएम करवाया।
मां को कॉल कर छात्रा ने मांगे थे 10 हजार रुपए
मांसंगीता पाठेने बताया दो दिन पहलेभोपाल से यश की सीनियर छात्रा का कॉलआया था, जोकह रही थी कि आपके बटे ेनेमेरेपर्स से10 हजार रुपए निकाल लिए हैं।उसने बैंकअकाउंट नंबर दिया औररुपए डालनेके लिएकहा। मंगलवारको फिर छात्रा का कॉलआया, वह बोली अब तकरुपए नहीं डाले। मैंनेकहा बटे ी 15 हजार लेलोपर बटे े कोकुछ मत करना। यश से बात की तोउसने बताया छात्रा औरउसकेदोस्त शिकायत वापस नहीं लेनेकोकह रहेथे, जब मैंनहीं माना तो मेरेसाथ मारपीट की।
।। इनका कहना ।।
-मेडिकल के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। परिजनों ने कुछ लोगो पर उसे परेशान करने का आरोप लगया है । मामले की जांच की जा रही हैं।
-डीआर तैनीवर,
पुलिस अधीक्षक, बैतूल
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