ग्रामीण मीडिया सेण्टर|
मुलताई एक ओर शासन के स्पष्ट निति है , खेल का अधिकार और बच्चो का विकास। इस अधिनियम के तहत खेल का कलेंडर बनाया गया है। मुलताई नगर में संचलित प्राइवेट स्कूलों का सर्वे करे तो उच्चरत माध्यमिक के ये स्कूल बहुमंजिल आवासी मकानों में संचालित हो रहे है। इनके पास स्वयं का खेल मैदान तक नहीं है। जिसके कारण ये छात्र इस अधिनियम के प्रवधान होने के बाद भी खेल नहीं सकते है। कभी कभी स्कूल के सामने आम रास्ते और दोपहर की छुट्टी में किरकेट खेलते है जिससे की आम आदमी और वार्ड वालो को परेशानी होती है।
मुलताई एक ओर शासन के स्पष्ट निति है , खेल का अधिकार और बच्चो का विकास। इस अधिनियम के तहत खेल का कलेंडर बनाया गया है। मुलताई नगर में संचलित प्राइवेट स्कूलों का सर्वे करे तो उच्चरत माध्यमिक के ये स्कूल बहुमंजिल आवासी मकानों में संचालित हो रहे है। इनके पास स्वयं का खेल मैदान तक नहीं है। जिसके कारण ये छात्र इस अधिनियम के प्रवधान होने के बाद भी खेल नहीं सकते है। कभी कभी स्कूल के सामने आम रास्ते और दोपहर की छुट्टी में किरकेट खेलते है जिससे की आम आदमी और वार्ड वालो को परेशानी होती है।
ग्राम बिसनूर के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में गुरुवार को खेल संबंधी बैठक सत्र 2018-19 का खेल कैलेंडर बनाया। प्राचार्य डीके तिवारी ने सभी स्कूलों के शिक्षकों को खेल कैलेंडर देते हुए स्कूलों में अनिवार्य रूप से खेल गतिविधियों को संचालित करने के निर्देश दिए। बीईओ वी वाघमारे ने कहा खेल गतिविधियों से ही छात्र-छात्राओं के अंदर छीपी प्रतिभा को सामने लाया जा सकता है। खेल शिक्षकों को प्रत्येक छात्र-छात्राओं को विभिन्न खेलों के लिए प्रेरित करना चाहिए। बैठक में एक्सीलेंस स्कूल प्रभातपट्टन, कन्या स्कूल प्रभातपट्टन, हिवरखेड़, गेहूं बारसा, वंडली, चिल्हाटी, ताईखेड़ा, मासोद, बिरुल बाजार, अमरावती घाट, रायआमला, आष्टा, बघोड़ा, नरखेड़, नांदकुडी, चिचंडा, घाटबिरोली और सिरडी के खेल शिक्षक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सावन डढोरे और दशरथ गावंडे ने किया।
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