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शनिवार, 14 जुलाई 2018

बैतूल, भालू का जानलेवा हमला, भालू के सिर पर पत्थर मारने से बची जान...

ग्रामीण मीडिया संवाददाता | बैतूल 


जिले में बारिश का मौसम शुरू होते ही भालुओं का आतंक भी जंगलों के अंदरूनी इलाकों में शुरू हो गया है। अपने पर्यटन के लिए प्रसिद्ध कुकरू खामला भी इन दिनों भालुओं के आतंक के चलते चर्चाओं में है। ताजा घटनाक्रम में एक जंगल चौकीदार की ऊपर बीती शाम भालू ने हमला करके उसे घायल कर दिया। चौकीदार की बहादुरी से उसकी जान बची लेकिन अभी भी वह जिला अस्पताल में जिंदगी की लडाई लड़ रहा है। 

बैतूल जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुकरू खामला के पास बोथिया गांव है। इसी बोथिया गांव में गोगाल प्लांटेशन बोथिया बीट के अंतर्गत आता है। इस प्लांटेशन के लिए ही वन विभाग में एक चौकीदार की नियुक्ति की है। रमेश कोगे नाम के 54 वर्षीय  चौकीदार दिन भर इस प्लांटेशन की चौकीदारी करते हैं। जिला अस्पताल में भर्ती रमेश कोगे के अनुसार वे कल शुक्रवार की शाम भी इस प्लांटेशन की चौकीदारी कर रहे थे। तभी उन्हें कुछ आवाज आई जब तक वह पलट कर देखते तब तक एक विशालकाय भालू ने उनके ऊपर हमला बोल दिया। 

पीठ और गले पर हमला बोलने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं आ रही और पास में पड़ा एक बड़ा सा पत्थर उठा कर भालू के सिर पर दे मारा। इसके चलते भालू वहां से भाग गया। उनकी चीख पुकार सुनकर आसपास मवेशी चरा   रहे लोग तुरंत वहां पहुंचे। इसके बाद वे बेहोश हो गए। परिजनों ने बताया कि घायल रमेश को उठाकर गांव लाया गया। तब तक रमेश के भतीजे मनोज मेहरा ने एंबुलेंस बुलाई और उन्हें भैंसदेही अस्पताल ले जाया गया। यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल बैतूल रवाना कर दिया गया।

 मनोज मेहरा ने बताया कि वह एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं । 2 दिन पहले ही वह अपने गांव बोथिया आए थे। यहां पर उनके चाचा के साथ यह घटना हो गई। उन्होंने बताया कि कल भैंसदेही अस्पताल में वहां के रेंजर देखने आए थे। जिला अस्पताल में आने के बाद वन विभाग के एक कर्मचारी श्री धुर्वे यहां आज सुबह आए थे । उन्हें यहां पर इलाज तो मिल रहा है लेकिन दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

।। चौकीदार की देखभाल कर रहे हैं : डीएफओ ।।

इस घटना के संबंध में दक्षिण वनमंडलाधिकारी संजीव झा ने बताया कि उन्हें कल शाम ही जानकारी मिल गई थी। तत्काल व्यवस्था कर चौकीदार को जिला अस्पताल लाया गया। यहां 6 नंबर वार्ड में भर्ती है और वन कर्मचारी इलाज करवा रहे हैं। कल प्रारंभिक चिकित्सा राशि भी दी गई थी।



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