ग्रामीण मीडिया संवाददाता
नगर में फैल रही फंगस की बीमारी, दूषित पानी बना वजह नगर में फंगस (त्वचा) रोग के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सरकारी अस्पताल और प्राइवेट दवाखानों में त्वचा रोग से पीड़ित मरीजों की भीड़ लग रही है। सरकारी अस्पताल की ओपीडी में रोज 50 से 60 मरीज त्वचा रोग के आ रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार यह बीमारी दूषित पानी के इस्तेमाल से फैल रही है। यह बीमारी संक्रमक है जो एक से दूसरे व्यक्ति पर तेजी से फैलती है। इसी कारण से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। होम्योपैथिक डॉ. कृष्णा धोटे ने बताया पिछले एक महीने से मरीजों का आकड़ा तेजी से बढ़ा है। उन्होंने बताया उनके क्लीनिक पर रोज आठ से दस मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। सरकारी अस्पताल के डॉ. पल्लव अमृतफले ने बताया सरकारी अस्पताल में भी रोज त्वचा रोग के मरीज पहुंच रहे हैं। उपचार के साथ मरीजों को इसके बचाव के उपाय भी बताए जा रहे हैं।
खुजली के साथ त्वचा पर रिंग बनकर उभरती है
डॉक्टरों के अनुसार फंगस बीमारी दूषित पानी से स्नान करने से होती है। पानी में टिनिया बैक्टीरिया की मात्रा अधिक होने से इसका असर त्वचा पर पड़ता है। बैक्टीरिया की वजह से खुजली चलने लगती है। खुजली तेजी से पूरे शरीर में फैल जाती है। त्वचा रोग मरीज के उपयोग किए तौलिया, कपड़े, रूमाल आदि का उपयोग करने पर एक से दूसरे में फैलती है।
ऐसे बच सकते हैं
स्नान के उपयोग में लाए जाने वाले पानी में नीम की पत्तियां डालकर उबालना चाहिए। एंटीसेप्टिक लिक्विड से ही रोज इस्तेमाल करने वाले कपड़े, ओढऩे बिछाने के कपड़े धोना चाहिए। त्वचा रोग मरीज के संपर्क में आने से बचना चाहिए। खटाई का उपयोग नहीं करें। इंजेक्टेबल स्टेराइड से बचे।
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