ग्रामीण मीडिया संवाददाता
पीड़ित किसान इस जानकारी को समझे और अन्य किसानो को बताए। शासन ने विधुत करंट से पशुओ की मौत को भी प्राकृतिक आपदा की तरह माना है
पीड़ित किसान इस जानकारी को समझे और अन्य किसानो को बताए। शासन ने विधुत करंट से पशुओ की मौत को भी प्राकृतिक आपदा की तरह माना है
। तहसीलदार को आवेदन के साथ पुलिस FIR रिपोर्ट, मेडिकल रिपोर्ट , मौका पंचनामा रिपोर्ट, फोटो ग्राफ आदि दस्तावेज के साथ दे। ग्रामीण मीडिया का प्रयास है की किसानों को हर संभव मदद हो। कई अवसरों पर जानकारी अभाव में किसान शासन की जन कल्याण कारी योजना का लाभ नहीं मिल पाता है।
मुलताई| बिजली कंपनी की लापरवाही से ग्रामीण क्षेत्र में लगातार करंट लगने से मवेशियों की मौत हो रही है। शुक्रवार को ग्राम खड़आमला में खेत में टूटे बिजली के तार में प्रवाहित करंट की चपेट में आने से दो मवेशियों की मौत हो गई। इसके पहले गुरुवार को ग्राम कामथ में करंट लगने से एक किसान के तीन मवेशियों की मौत हो चुकी है। खड़आमला निवासी हेमराज अमरूते ने बताया सुबह मवेशी को लेकर खेत की ओर जा रहा था। इस दौरान खेत के पास खंभे पर लगे बिजली के तार टूटकर नीचे गिरे हुए थे। टूटे हुए तार के संपर्क में आने से दो मवेशियों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। इसके पहले ग्राम कामथ, मंगोना, परमंडल सहित अन्य गांवों में करंट लगने से मवेशियों की मौत हो चुकी है।
www.graminmedia.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें