ग्रामीण मीडिया ने अंतर्ताष्ट्रीय स्तर पर तय माप दण्डो के आधार पर जमीनी सर्वे में पाया की अक्षय विकास लक्ष्य (Sustainable Development Goal) में मध्य प्रदेश में मंची भाषण बाजी तक ही शिक्षा का स्तर दिखाई पड़ता है। हकीकत हालात बहुत खराब है। अधिकाँश विधार्थी शिक्षा के गिरते स्तर के कारण कक्षा 9 वी से फेल होकर स्कूल छोड़ देते है।
मुलताई विकास खंड में बुनियादी शिक्षा की पोल 9 में बड़ी संख्या में फेल हुए,विघार्थीो ने खोली जब उनको फेल होने के कारण स्कूल से भगा दिया। उनका कहना है की , हम और हमारे तरह के कई छात्रों को हिंदी,अँग्रेजी,गिनती कुछ नहीं आता है। ग्रामीण मीडिया को बताया की अभी तक मास्टर लोग परीक्षा का प्रश्न पत्र बोर्ड पर उत्तर सहित लिख देते थे। हम उसकी नकल उत्तेर पुस्तिका में करे के यहां तक का सफर तय कर लिया। आगे जुगाड़ खत्म तो हो गए फेल. स्कूल के कमरों में जगह नहीं है तो प्राचार्य ने कर दिया बहार। लेकिन हम सही में पढ़ना चाहते है। ग्रामीण मीडिया ने उनका शैक्षिण स्तर देखा तो पाया की इनको तो पहली कक्षा की बारह खड़ी,अनार आम,गिनती, ABCD......., कुछ नहीं आता। इसके लिए ग्रामीण मीडिया सेंटर पर इन बच्चो को बुनियादी शिक्षा दी जा रही है। एक कोर्स तैयार किया जा रहा है। जिसमे कम समय में कक्षा एक से आठ तक की जानकारी के अलावा सूंदर लेखन,पहाड़े,गुना भाग,जोड़,घटाना आदि।
उपरोक्त बात की सूचना विधायक चंद्रशेखर देशमुख को दी। उनके कार्यलय के सामने के स्कूल का निरीक्षण तय किया। विधायक जी ने सूना तो गंभीरता से पर स्कूल के नाम पर कन्नी काट करके बोलो मुझे और मेरे पीए सावरकर जी को एक स्थान पर तेरव्ही में जाना है। आपको बाद में समय देंगे। आप इनकी बुनियाद मजबूत करो। इसमें अधिकाँश गरीब मजदूर परिवार के बच्चे है। उनके माता पिता काफी परेशान है।
www.graminmedia.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें