ग्रामीण मीडिया संवाददाता
पिता ने बड़े बेटे को दवा खाने कहा, तो नाराज बेटे ने चाकू घोंपकर की थी हत्या
पिता ने बड़े बेटे को दवा खाने कहा, तो नाराज बेटे ने चाकू घोंपकर की थी हत्या
मुलताई तिलक वार्ड निवासी सेवानिवृत्त व्याख्याता आरके वर्मा का कातिल उनका बड़ा बेटा आनंद ही निकला। बार-बार दवा खाने का कहने से नाराज बेटे आनंद ने पेट में चाकू घोंपकर हत्या कर शव को कमरे में रखे दीवान में छिपा दिया था। आरके वर्मा के बड़े बेटे आनंद का कुछ महीनों से भोपाल के मनोचिकित्सक के पास उपचार चल रहा था। आनंद डॉक्टर द्वारा दी दवा का समय पर सेवन नहीं करता था। इस बात को लेकर पिता और पुत्र के बीच अक्सर कहा-सुनी होती थी।
7 जुलाई की सुबह भी आरके वर्मा और आनंद के बीच इसी बात को लेकर विवाद हुआ। विवाद के दौरान आनंद ने गुस्से में पिता आरके वर्मा के पेट में चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। जिससे उनकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई। इसके बाद आनंद ने पेट से निकलते खून को रोकने के लिए कपड़ा बांधा और और शव को दीवान के अंदर डाल दिया। कमरे को व्यवस्थित कर दोपहर 2 बजे घर से स्कूटी लेकर चला गया। तीन दिनों तक आनंद लापता रहा। इस दौरान आरके वर्मा का भी कोई पता नहीं चला।
घर से निकलते समय छोटे भाई ने देखे थे खून की छींटे
आनंद ने पिता की हत्या सुबह करीब 11 बजे की थी। इसके बाद कमरे के फर्श पर बिखरे खून और कपड़ों को साफ किया। डेढ़ से दो बजे के दरमियान आनंद कमरे से बाहर निकलकर जाने लगा। इस दौरान छोटे भाई अतुल ने उसे देखा। आनंद के मुंह और पैर पर खून लगा हुअा था। अतुल ने भाई से खून के संबंध में पूछा तो आनंद ने चोट लगने की बात कही। इसके बाद उसने खून पोंछ लिया और अतुल को ऊपर के कमरे में जाने से मना कर दिया।
विदेश में नौकरी छोड़कर आया था आनंद
पिता का हत्यारा आनंद पढ़ाई में अव्वल था। मेकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद अमेरिका, कनाडा सहित अन्य देशों में कंपनियों में नौकरी कर चुका है। नौकरी के दौरान नशे की लत पड़ गई। जिसके चलते उसे नौकरी से हाथ धोना पड़ा। दो साल से वह पिता के पास मुलताई में रह रहा था।
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