ग्रामीण मीडिया संवाददाता
ग्राम पिपरिया (मुलताई) के किसान राशि वितरण में गड़बड़ी की शिकायत लेकर पहुंचे थाने साहब, फरवरी में ओलावृष्टि से हम किसानों के खेतों में लगी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई थी। जिसका सर्वे कर मुआवजा स्वीकृत हुआ। खाते में मुआवजा राशि जमा नहीं होने पर सूची देखी तो पता चला हमारे नाम से स्वीकृत राशि गांव के अन्य लोगों के खातों में जमा कर दी। यह शिकायत शनिवार को ग्राम पिपरिया से आए किसानों ने टीआई आरएस चौहान से करते हुए कार्रवाई की मांग की। कृषक फ्रेंड्स क्लब के राजेंद्र भार्गव के नेतृत्व में थाना पहुंचे झनक, सुलकी पवार, किसन पवार आदि ने बताया खराब हुई फसल की जांच करने कलेक्टर, एसडीएम सहित अन्य अधिकारी खेतों में पहुंचे थे। नुकसान का आकंलन कर मुआवजा राशि के लिए आवेदन, खसरा-किस्तबंदी, बैंक की पासबुक जमा करने के लिए कहा था। ग्राम सभा में पटवारी ए इवने, सचिव संतोष चौधरी, रोजगार सहायक अनिल बुवाड़े, उपसरपंच परमानंद की उपस्थिति में दस्तावेज जमा किए थे। इसके बाद भी गबन करने की मंशा से उनकी मुआवजा राशि दूसरे के खातों में जमा की है। टीआई ने शिकायत की जांच का आश्वासन दिया।
58 किसानों की राशि दूसरों के खाते में जमा
ग्राम पिपरिया के 450 किसानों के खेतों में रबी की फसल बर्बाद हुई थी। इसके एवज में 1 करोड़ रुपए का मुआवजा स्वीकृत हुआ था। मुआवजा राशि प्रभावित हुए किसानों के खातों में जमा होना थी। राशि जमा करने में हुई गड़बड़ी से 58 किसानों को मिलने वाले लाखों रुपए का मुआवजा अन्य ग्रामीणों के खातों में जमा हो चुका है।
सूची देखी तो गड़बड़ी का चला पता किसान नौखेलाल, मनोहर ने बताया खाते में राशि जमा नहीं होने पर ग्राम पंचायत में पहुंचकर सूची देखी। जिससे पता चला उनके नाम का मुआवजा दूसरे के खाते में जमा है। इसके बाद एसडीएम राजेश शाह से शिकायत की थी। एसडीएम राजेश शाह ने बताया जांच की जा रही है। राशि जमा करने में त्रुटि हुई है तो सुधारकर प्रभावित किसानों के खातों में जमा की जाएगी।
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