ग्रामीण मीडिया संवाददाता
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नगर के विवेकानंद वार्ड निवासी बुजुर्ग माता-पिता को अपने बीमार बेटे का उपचार कराने हाथ ठेले में डालकर सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचना पड़ा। मजदूर पिता दो दिन तक बेटे का बुखार कम होने का इंतजार करते रहा। हालत बिगड़ने पर उसने एंबुलेंस के लिए फोन लगाया लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची। लक्ष्मीचंद साहू के बेटे मनोहर साहू (22) को दो दिन से बुखार आ रहा है। सोमवार को मनोहर की हालत बिगड़ गई। फोन लगाने पर भी एंबुलेंस नहीं पहुंची तो लक्ष्मीचंद और पत्नी विपतिया बाई ने बेटे को हाथ ठेले पर लेटा दिया। पति-पत्नी अपने छोटे पुत्र के साथ हाथठेले को धक्का देकर अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर ने उसे भर्ती किया और उपचार शुरू किया। पिता ने बताया एंबुलेंस के नहीं पहुंचने पर बेटे को हाथठेले में डालकर लाना पड़ा।
108 एंबुलेंस बोरदेही अस्पताल पहुंची थी
प्रभातपट्टन और आमला की एंबुलेंस खराब होने से मुलताई की 108 एंबुलेंस लगातार दौड़ रही है। सोमवार को सुबह नगर की 108 एंबुलेंस बोरदेही अस्पताल मरीज को लेने गई थी। एक मात्र एंबुलेंस होने से प्रभातपट्टन और आमला क्षेत्र के मरीजों को लेने जा रही है। जिससे परेशानी खड़ी हो गई। समय पर 108 एंबुलेंस नहीं पहुंचने की शिकायत विधायक ने 8 दिन पहले अस्पताल का निरीक्षण करने आई दिल्ली की टीम से की थी। इसके बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है।
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