ग्रामीण मीडिया संवाददाता
भाजपा की नगर पालिका परिषद में ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के बीच तालमेल नहीं बैठ रहा है। नपा उपाध्यक्ष रेखा शिवहरे ने नपाध्यक्ष हेमंत शर्मा की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए बुधवार को पद से इस्तीफा देने का पत्र जिलाध्यक्ष बाबा माकोड़े को भेजा। उपाध्यक्ष रेखा शिवहरे ने बताया वह इंदिरागांधी वार्ड से पार्षद हैं। उनके वार्ड में कोई विकास कार्य नहीं किए जा रहे हैं। नपा कार्यालय में महिला जनप्रतिनिधि के बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। नपाध्यक्ष उनके खिलाफ नपा के कर्मचारी से झूठी शिकायत करा चुके हैं। नपा की बैठक में भी उन्हें बुलाया नहीं जाता। वर्ष 2009 में उन्होंने भाजपा उम्मीदवार बतौर नपा अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था तभी से हेमंत शर्मा राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता रखते हैं। उपाध्यक्ष पद से हटाने कई बार कोशिश कर चुके हैं। रेखा शिवहरे ने कहा वह नपाध्यक्ष और सीएमओ राहुल शर्मा द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हो सकती हैं और न ही भ्रष्टाचार होते हुए देख सकतीं। भ्रष्टाचार के संबंध में सांसद, विधायक और संगठन मंत्री को भी शिकायत की थी। कलेक्टर से भी शिकायत की, लेकिन अभी तक निराकरण नहीं हुआ। इन सभी कारणों के चलते वह अपना इस्तीफा पार्षद और उपाध्यक्ष पद से संगठन के माध्यम से दे रही हैं।
नपाध्यक्ष ने कहा छवि धूमिल करने की कोशिश
नपा उपाध्यक्ष रेखा शिवहरे द्वारा लगाए गए आरोपों और इस्तीफे के संबंध में नपाध्यक्ष हेमंत शर्मा से प्रतिक्रिया ली तो नपाध्यक्ष ने कहा उपाध्यक्ष द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार सहित अन्य आरोप निराधार हैं। परिषद नगर में विकास कार्य कर रही है। सभी पार्षदों के साथ मिलकर विकास कार्य किए जा रहे हैं। जिससे नगर में पार्टी की छवि अच्छी बन रही है। इन सब कारणों को देखते हुए उपाध्यक्ष आरोप लगा रही हैं।
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