ग्रामीण मीडिया संवाददाता
पुनर्वास क्षेत्र चोपना के जंगलों में लोग करंट लगाकर वन्य जीवों का शिकार कर रहे हैं। बटकीढोह में जंगली रीछ के शिकार का मामला सामने आया है। पांच ग्रामीणों ने मिलकर एक भालू का करंट लगाकर शिकार किया। जादू-टोने के लिए इसके नाखून और बाल निकाल लिए। वन विभाग की टीम ने रीछ का शव और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, दो अभी फरार हैं। एक पंजा और नाखून मिलना बाकी है। वन विभाग की टीम को सूचना मिली बटकीढोह के पास जंगल के नाले में एक रीछ का शव पड़ा हुआ है। जांच के बाद पता चला इसके दोनों हाथों के पंजे काट दिए हैं। वन विभाग के अधिकारियों ने इसे सामान्य न मानते हुए शिकार का मामला माना। इसके बाद पूछताछ और मुखबिरी करने पर कुछ सुराग हाथ लगे। रेंज आॅफिसर विजय कुमार बारस्कर ने बताया उत्तर वन मंडलाधिकारी राखी नंदा और एसडीओ फारेस्ट सुदेश महिवाल ने एक टीम बनाई। टीम ने जांच शुरू की। इसमें झोली नं. 2 निवासी प्रीतिश पिता किरण मंडल, बटकीढोह निवासी राहुल पिता निखिल और रमेंद्र पिता मधुमंगल वाइन को पकड़ा। पूछताछ में उन्होंने शिकार करना कबूला। उसके पास से दाएं हाथ का पंजा और पांच नाखून जब्त किए हैं। जबकि नूतनडंगा और निश्चतपुर िं निवासी कालू और वासू अभी फरार हैं। शेष तीनों आरोपियों को कोर्ट से जेल भजे दिया ह
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