Translate

ख़बरें विस्तार से

अन्य ख़बरें आगे पढ़ें
ग्रामीण मीडिया में दे विज्ञापन और ग्रामीण क्षेत्रों सहित जिले में करें अपने व्यापार का प्रचार बैतूल जिले के सबसे बड़े हिंदी न्यूज़ पोर्टल- ग्रामीण मीडिया सेंटर में आप सभी का स्वागत है।

शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2018

हाईवे पर व्यक्ति को वाहन ने घसीटा, मौके पर मौत

ग्रामीण मीडिया सेण्टर|मुलताई
डेमो पिक्चर

घटना का विवरण देते हुए सोमिनाथ करड़े ने बताया कि मै ग्राम गुरु धानोरा पोस्ट शेंदूरवादा जिला औरंगाबाद (महा.) रहता हूँ । ड्रायवरी का काम करता हूँ । दिनांक 21.2.2018 को मै अपनी आयशर गाडी से और तुर्काबाद खराळी जिला औरगाबाद का शफीक अब्दुल पठान भी अलग आयशर गाडी से औरंगाबाद से सौफासेट डिलवरी करने बैतूल के लिये साथ मे निकले थे, कल दिनांक 22.2.2018 को हमने दोनो गाडी से सौफासेट डिलीवरी करने के बाद नागपूर के लिये निकले थे कि करीबन रात 11.30 बजे हमने अपनी अपनी गाडियां ग्राम भिलाई पेट्रोल पंप के पास अपनी साइड मे खडी कर हाइवे रोड क्रास कर ए वन ढाबा खाना खाने गये थे ,दोनो खाना खाकर वापस अपनी गाडियो के पास आ रहे थे तभी आगे चल रहे शफीक को नागपूर तरफ से आने वाले अज्ञात चार पहिया वाहन चालक द्वारा तेजी व लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुये लाया और साथी चालक शफीक अब्दुल पठान को टक्कर मार दी जिससे वह घसीटते हुये आगे चला गया जिससे उसके पुरे शरीर मे गंभीर चोटे आकर खून निकलने लगा एवं मौके पर ही उसकी म्रत्यु हो गयी । एवन ढाबा मालिक द्वारा डायल 100 को सूचना दी जिसके पहूचने पर मै डायल 100 से शफीक को मुलताई अस्पताल ले आये । 

 www.graminmedia.com

शर्मसार घटना, प्रसूता के मृत शरीर को कराई 160 किलोमीटर की कष्टकारी में यात्रा

ग्रामीण मीडिया सेण्टर|मुलताई

 www.graminmedia.com
ग्राम खल्ला से मोबाईल पर परिवार जनो  ने ग्रामीण मीडया को जानकारी में बताया की , मुलताई  शासकीय चिकित्सालय में इलाज के अभाव में अनुसूचित जाति वर्ग की श्रीमती  संगीता पति अजय झारखण्डे जाति मेहरा आयु 30 साल  को परिवार के लोग प्रसव हेतु मुलताई अस्पताल में  भर्ती किया. जहाँ उसने एक लाड़ली लक्ष्मी को जन्म दिया. महिला डाक्टर के अभाव में नर्सो ने प्रसव करवाया , इस दौरान महिला को रक्त स्त्राव अधिक होने से तत्काल उसे बैतूल जिला अस्पताल रैफर किया. रास्ते में उसकी हालत और अधिक खराब हो गई।  बैतूल शासकीय अस्पताल में ईलाज के दौरान मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद  बैतूल अस्पताल से अनुमति उपरान्त परिवारजन शव को 60  किलोमीटर की यात्रा करके मुलताई से 20 की  दूरी पर स्थित ग्राम खल्ला लेकर आये।  अंतिम संस्कार के पूर्व ग्राम में दुनावा थाने से सूचना  प्राप्त हुई कि, तत्काल मृतिका को शव परीक्षण (पोस्टर्मटम) बैतूल लेकर जाओ। अन्यथा तुम पर पुलिस केस हो जाएगा. मृतिका का पति ग्राम बाड़ेगांव में लम्बे समय से राजमिस्त्री का काम करके शौचालय निर्माण और   मजदूरी करके अपना जीवनयापन करते है।  इस आदेश का सम्मान करते हुए. 10 हजार रुपए में दो जीप करके ग्राम खल्ला से बैतूल पहुंचे। शाम होने के कारण शव को रात भर शव कक्ष में रखा और परिवार के 20 लोग बिना भोजन पानी के खुले आसमान में अस्पताल परिसर की गन्दगी और मछरो से परेशान रात काटकर के दूसरे दिन शव को 160 की कष्टकारी यात्रा करके दूसरे दिन अंतिम संस्कार किया। अपने पीछे दो बच्चे छोड़ करके कई सवाल छोड़ करके चली गई।
              उक्त घटना को अब एक पत्रकार की नजर और मानवता की दृष्टी से देखे ,
अंतर्राष्ट्रीय मिलेनियम डेवलपमेंट गोल टिकाऊ विकास लक्ष्यो भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है सुरक्षित मातृत्व की स्थिति हासिल करना और मातृत्व मृत्यु के न्यूनत्तम स्तर पर लाना।  जिसके लिए जननी सुरक्षा कार्यक्रम के तहत हर गर्भवती महिला को बिना किसी शुल्क सामान्य या आपरेशन से प्रसव,दवा,जाँच,भोजन,रक्त,परिवहन,सुविधा, मुक्त रेफरल,प्रसव जटिलता की उचित व्यवस्था होती है।  जिसके लिए अरबो रूपये बजट है।  किसी भी हाल में मातृत्व मृत्यु न हो।
  हम इस घटना के आधार पर बैतूल जिले की समीकाक्षा करते है तो मावनता शर्मसार हो जाएगी। शासन स्तर से मुलताई अस्पताल में भोपाल से डाक्टर मेघा वर्मा की नियुक्ति हुई है। जो सेवा पानी बैतूल में दे रही है। सप्ताह में दो  दिन बुधवार और गुरूवार मुलताई पर बुधवार और गुरूवार भी नहीं आती है। इस प्रकार नर्सो से  भरोसे है ये मुलताई का अस्पताल जिसका परिणाम भुगता मृतक सगीता ने मरने के बाद शासन चाहता तो ये महिला डाक्टर विवाद के कारण जो शव परीक्षण होना था।  वो बैतूल से खल्ला आ करके कर सकती थी या मुलताई बैतूल तक जो परेशान किया इसकी उच्चस्तरी जाँच होनी चाहिए।  इसका बैतूल का अटैचमेंट की भी जांच और तत्काल मुलताई प्रभार दे।  इस प्रकार की कोई घटाना आगे न हो। परिवार को शासन ने मुआवजा देना चाहिए। साथ ही मुलताई से कितनी प्र्स्तुता को इलाज अभाव में बैतूल भेजा जाता है और मुलताई कम इलाज क्यों नहीं। शासन और प्रशासान ने गंभीरता से  सुधार करना चाहिए। 

नौ माह की गर्भवती महिला को पति और सास ने बुरी तरह पीटा, रिपोर्ट दर्ज

ग्रामीण मीडिया सेण्टर| आमला 
नौ माह की गर्भवती महिला को पति और सास ने बुरी तरह पीटा, रिपोर्ट दर्ज 

महिला ने अपनी रिपोर्ट में बताया की ,मै ग्राम जम्बाडा टांडा रहती हूं। मेहनत मजदूरी करती हूं। मुझे 9 माह का ग़र्भ  है।मेरा पति सतीष मुझ पर शक करता है । रात्रि 02.00 बजे करीब मेरे पति सतीष ने मुझे मां बहन की गंदी गंदी गालिया दी जो सुनने मे बुरी लगी तब मैने गाली देने से मना किया तो मेरे पति सतीष ने मुझे डन्डे से मारपीट किया व सास छाया बाई ने मुक्का थप्पड से मारपीट किया मारपीट मे मुझे पीठ मे,चेहरे ,गले दोनो पैरो मे चोटे आई है। तब वह धमकी दे रहे थे कि थाने मे रिपोर्ट की तो जान से से खत्म कर दूंगा झगडा विवाद होते शारदा बाई एवं मोहल्ले के लोगो ने देखा है । इसके बाद मे पूरी घटना अपनी मां को बताई फिर मे अपनी मां के साथ रिपोर्ट करने आई हूं रिपोर्ट करती हूं कार्यवाही की जावे।

www.graminmedia.com

कुएं में मिले शव की शिनाख्त बिहार निवासी युवक के रूप में हुई

ग्रामीण मीडिया सेण्टर|मुलताई 

परमंडल निवासी किसान के खेत के सूखे कुएं में दो दिन पहले अज्ञात व्यक्ति का सड़ा-गला शव मिला था। गुरुवार को शव की शिनाख्त बिहार के ग्राम असाधार निवासी ललनदास के रूप में हुई है। एसआई एआर खान ने बताया कुएं में मिले शव के पास आधार कार्ड मिला था। आधार कार्ड पर ललनदास निवासी समस्तीपुर लिखा हुआ था। इस आधार पर समस्तीपुर (बिहार) पुलिस से संपर्क कर शव मिलने की सूचना दी थी। बिहार पुलिस ने समस्तीपुर से ललनदास के परिजनों को जानकारी दी। गुरुवार को ललनदास का भतीजा प्रवीण दास सहित अन्य परिजनों ने मुलताई पहुंचकर कपड़ों से शव की शिनाख्त ललनदास के रूप में की। मृतक के भतीजे प्रवीणदास ने बताया उसका चाचा ललनदास उसके साथ गोवा में होटल में काम करता था। 2 फरवरी को चाचा ललनदास घर नहीं लौटा तो फोन पर संपर्क किया। चाचा ने बताया वह ट्रेन से वापस गांव समस्तीपुर जा रहा है। इसके बाद गांव में संपर्क किया तो चाचा नहीं पहुंचा। इस स्थिति में आसपास तलाश कर रहे थे। शिनाख्त होने के बाद ललनदास के परिजनों ने शव को दफना दिया। ललनदास की मौत किन परिस्थितियों में हुई, पुलिस इसकी जांच कर रही है। 
                      www.graminmedia.com

नाबालिग का अपहरण कर भोपाल ले जाकर दुष्कर्म करने वाला गिरफ्तार

ग्रामीण मीडिया सेण्टर| बोरदेही 


बोरदेही थाना क्षेत्र के एक गांव से नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म करने वाले युवक के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस ने युवक के पास से नाबालिग बालिका को बरामद भी कर लिया है। 17 वर्षीय बालिका 1 फरवरी को घर से लापता हो गई थी। बालिका के पिता की सूचना पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज किया था। थाना प्रभारी संदीप परतेती ने बताया गांव में जाकर पूछताछ करने पर पता चला गांव का राजू वाडिवा भी 1 फरवरी से लापता है। पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला राजू ने ही बालिका का अपहरण किया है। राजू वाडिवा 19 फरवरी को गांव में रहने वाले चाचा के घर पूजन कार्यक्रम में शामिल होने आया। राजू के गांव में आने की सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई। राजू को थाना लाकर पूछताछ की। उसने बताया वह बालिका को भोपाल लेकर गया था और रिश्तेदार के घर रखा था। बालिका ने बताया राजू ने रिश्तेदार के घर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने राजू वाडिवा के खिलाफ बहला-फुसला कर नाबालिग को ले जाने, दुष्कर्म करने सहित पास्को एक्ट के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार किया है। 
 www.graminmedia.com

महाराष्ट्र बैंक , सवा करोड़ के गबन में बैंक मैनेजर सहित 3 लाेगों पर आरोप तय

ग्रामीण मीडिया सेण्टर| मुलताई

चार साल पहले का मामला, न्यायालय ने तय किए अरोप 

महाराष्ट्र बैंक की जौलखेड़ा शाखा में चार साल पहले सवा करोड़ रुपए का गबन हुआ था। मामले में अपर सत्र न्यायालय ने आरोपी तत्कालीन बैंक मैनेजर सहित तीन के खिलाफ गबन सहित अन्य धाराओं में आरोप तय किए हैं। सरकारी वकील राजेश साबले और अधिवक्ता राजेंद्र उपाध्याय ने बताया अपर सत्र न्यायाधीश कृष्णदास महार ने बैंक मैनेजर अभिषेक रत्नम, तत्कालीन सहायक मैनेजर नीलेश छनौत्रे और डिवटिया निवासी किसान धनराज पवार के खिलाफ धारा 409, 420, 467, 471, 120 बी और आईटी एक्ट की धारा के तहत आरोप तय किए हैं। 
ऐसे किया था गबन 
बैंक की जौलखेड़ा शाखा में पदस्थ रहे तत्कालीन बैंक मैनेजर अभिषेक रत्नम ने 1 जून 2013, शनिवार और 2 जून 2013, रविवार को अवकाश होने के बाद भी बैंक खोली थी। अवकाश के दिन बैंक शाखा में सवा करोड़ रुपए की राशि का हेरफेर किया था। अभिषेक रत्नम ने सवा करोड़ रुपए की राशि की हेराफेरी करने के लिए इसके पहले वाले बैंक मैनेजर वीके ओझा, जिनका स्थानांतरण हुआ ही था, कैशियर दीनानाथ राठौर, सहायक मैनेजर नीलेश छनौत्रे की आईडी और पासवर्ड का उपयोग किया था। मामले का खुलासा होने पर वर्तमान बैंक मैनेजर रितेश चतुर्वेदी ने 19 जुलाई 2014 को इसकी शिकायत थाने में की। पुलिस ने मामले की जांच कर केस दर्ज किया। नवंबर 2017 को पुलिस ने 12 सौ पेज के चालान में गबन करने वाले बैंक मैनेजर द्वारा दो दर्जन से अधिक फर्जी केसीसी, बैंक की राशि को अन्य लोगों के खातों में जमा करने सहित अन्य दस्तावेजों को शामिल कर न्यायालय में प्रस्तुत किया था। 

www.graminmedia.com

खबरे एक नज़र में (पढ़ने के लिए महीने और तारीख पर क्लिक करें )

Add 1

सूचना

आपकी राय या सुझाव देने के लिए नीचे लाल बॉक्स पर क्लिक करें मिलावट रहित गाय के घी और ताजे दूध के लिए संपर्क करें 9926407240

हमारे बारे में आपकी राय यहाँ क्लिक करके दें

हमारे बारे में आपकी राय यहाँ क्लिक करके दें
राय जरूर दें