Pages

रविवार, 13 मई 2018

शराबिओ |के स्वस्थ,सुरक्षा और शराब की गुणवत्ता पर ध्यान दे सरकार

ग्रामीण मीडिया सेण्टर


 मुलताई को शासन ने पवित्र नगरी घोषित किया है. इस अनुसार 13 वार्डो में शराब पर पाबंधी है। लेकिन जमीनी हक्कीत कुछ और ही है।  हर दिन नगर की किसी भी गली में एक दो शराबी मद होश हालत में बेहोश पड़े दिखाई देते है। तेज धुप में मद होश होते है। कारण है शराब में बहुत अधिक मात्रा में नशा और एसिड। अगर आर्थिक रूप से देखे तो प्रदेश को सबसे अधिक राजस्व ये ही देते है।  पांच रुपए का सरकारी २५० ग्राम की शराब की बोतल ८० रुपए में खरीदते है।  सरकार को सबसे अधिक राजस्व और ठेकेदार को कमाई ये ही देते है।  इस मदहोश करने वाली शराब सरकारी नियंत्रण में होती है , तो फिर इसकी खराब क्वालिटी के लिए सरकार दोषी है। सरकार ने सबसे अधिक टैक्स देने वाले इन गरीब मेहनत कश लोगो के लिए शराब की बोतल के साथ सुरक्षा,एम्बुलेंस की भी इनको सुविधा निःशुल्क करना चाहिए या फिर गुणवत्ता हीन शराब निर्माता सरकार पर मिलावट का प्रकरण जैसे किसी मिलावटी व्यापारी पर होता है। अगर यही हालत रही तो थोड़े दिनों में रोज शराब का सेवन करने वाले मौत के मुँह में जायेगे। 

 www.graminmedia.com 

ग्राम बाडेगाव में श्रमदान के मिले सार्थक परिणाम

ग्रामीण मीडिया सेण्टर


ग्राम बाड़ेगांव की जागरूक महिलाओ ने संयुक्त रूप से ग्रामीण मीडिया से चर्चा में बताया कि, आज से एक साल पूर्व ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति के मार्ग दर्शन में जल संरक्षण पर ग्राम वासिओ ने मिलजुल करके  काम किया था। इस साल मुलताई विकास खंड के हर ग्राम में यहां तक की मुलताई नगर में पानी का घोर संकट है। ठीक इसी प्रकार से हमारे ग्राम की भी हालत है। अचानक वार्ड क्रमांक 13 में स्थित 10  साल पुराने हेण्डपम्प जो की कई सालो से सूखा था. वार्ड की महिलाओ ने साघारण रूप से दुःखी होकर हैंडिल को ऊपर नीचे किया तो पाया की उस बंद हेण्डपम्प से पानी आ रहा है। ग्राम में खुशी की लहर फैल गई। आज लगभग आधा ग्राम की जल आपूर्ति हो रही है। सभी ने इस बात को एक सूर में स्वीकार किया की ये जो परंमडल रोड का नाले पर सब ने एक नहीं दो बार जो बोरी बंधान का काम मिलजुल करके किया था।  उसके सार्थक परिणाम आज मिले है। इसमें मार्ग दर्शक की भूमिका ग्रामीण मीडिया प्रमुख राजेंद्र भार्गव और ग्राम के लाखन सिंह सोलंकी  की थी। भार्गव ने ग्रामीणों को बताया की जिस प्रकार से हमारा बैंक में बचत खाता चलता है।  बैंक में हम रुपए जमा करते है और समय आने पर आवश्यकता अनुसार राशि निकालते है।  ठीक इसी प्रकार से पानी बरसात में भूमि में संग्रहीत करे और गर्मी में इसको निकाले और आवश्यकता अनुसार ठीक से प्रबंधन करे। जल ही जीवन है , इसको बेकार में मत खर्च करो।  
| www.graminmedia.com