Pages

शुक्रवार, 18 जनवरी 2019

एएसपी के नाम से ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार, 3 जनवरी को मुलताई के पेट्रोल पंप संचालक सुखबीर सिंह पिता हरदयाल सिंह ने की थी रिपोर्ट

ग्रामीण मीडिया संवाददाता

इन आरोपियों में भवानी पिता सवाई सिंह उम्र 20 साल निवासी व्यास कॉलोनी, बीरबल पिता भीकाराम सोलंकी उम्र 24 साल निवासी तेजपुरा, प्रेम सिंह पिता राम सिंह चौहान उम्र 21 साल निवासी ग्राम खीरसर, नरपत पिता सोमप्रकाश उम्र 20 साल निवासी लूनकरण शामिल हैं। यह सभी राजस्थान के बीकानेर जिले के रहने वाले हैं। इसके अलावा राजस्थान के नागौर जिले के ग्राम भाकरोद का रहने वाला विक्रम पिता समीर सिंह उम्र 20 साल भी इन आरोपियों में शामिल है। यह सभी आरोपी मुख्य सरगना श्रवण सिंह और संपत सिंह के निर्देशन में यह ठगी का काम करते थे।
बैतूल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नाम से ठगी करने वाले आरोपी को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले 3 जनवरी को मुलताई के पेट्रोल पंप संचालक सुखबीर सिंह पिता हरदयाल सिंह के पास के पास एक सिपाही पहुंचा और उसने कहा कि एडिशनल एसपी आरएस मिश्रा आपसे बात करना चाहते हैं। पेट्रोल पंप संचालक ने जब उनसे बात कि तो बताया गया कि मैं एएसपी बोल रहा हूं और तुम मेरे अकाउंट में रुपए जमा कर दो। इसके बाद तुम्हारे अकाउंट में पैसे वापस जमा कर दिए जाएंगे। इस तरह का फोन सुखबीर सिंह के पास आया और उन्होंने मोबाइल के टू कालर में फोन करने वाले व्यक्ति का नाम एसपी पढ़ने के बाद 60 हजार रूपए बताए गए खाते में जमा कर दिए।
इसी तरह इन ठगों की बातों में आकर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत पेट्रोल संचालक राकेश भार्मा ने 20 हजार रूपए और साईंखेड़ा थाने के अंतर्गत दूसरे पेट्रोल पंप संचालक योगेंद्र पिता कृष्ण कुमार देशमुख ने 50 हजार बताए गए खाते में जमा कर दिए।
इस तरह 1लाख 30 हजार रूपए आरोपी ने अपने खाते में जमा करवा लिए।
जब पेट्रोल संचालकों के खाते में पैसे वापस नहीं आए तो उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की। बैतूल एएसपी आरएस मिश्रा ने किसी तरह से इन पेट्रोलपंप संचालकों से बात करने से साफ इनकार किया। इसके बाद सभी को पता लगा यह सुनिश्चित सुनियोजित ठगी का मामला है। ठगी की इस सनसनीखेज वारदात के बाद एएसपी आरएस मिश्रा ने एक टीम बनाकर इसकी पतासाजी शुरू की।
बैतूल में नए आए एसपी के कार्तिकेयन ने भी आते ही ठगी की इस वारदात का पर्दाफाश करने के निर्देश दिए।
आखिरकार पता चला कि ठगी का मुख्य सरगना श्रवण सिंह और संपत सिंह दोनों राजस्थान के बीकानेर जेल में बंद है। इनके ऊपर हत्या का मामला दर्ज है। यह दोनों जेल से ही इस तरह की ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं।
बैंक डिटेल से आरोपियों के बैंक खाते और मोबाइल नंबर आदि का पता चला। 
  

 www.graminmedia.com

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें