ग्रामीण मीडिया संवाददाता आमला|
नगर के बस स्टैंड के पास रेलवे क्वार्टर में रोज की तरह का मैजिक वाहन प्राइवेट स्कूल के बच्चे को लेने उसके घर पहुंची। जया पति संदीप सिंह ने बड़े बेटे युवराज को वेन में बैठा देती है। बच्चा और मां बाय करने में मशगूल रहते हैं। इतनी देर में छोटा बेटा पूरब सिंह (2) पीछे से घर के दरवाजे से करीब 10-12 कदम दूर खड़ी वेन के सामने पहुंच जाता है। यह बात किसी को भी पता नहीं चली। कुछ ही देर में ड्राइवर ने वेन आगे बढ़ा देता है और मासूम पूरबसिंह वेन की चपेट में आ जाता है।
मुझे नहीं दिखा बच्चा
रोज की तरह मैं सुबह एलकेजी के छात्र युवराज सिंह को लेने घर पहुंचा था। उसकी माता ने ही उसे वेन में बैठाया था। बच्चे और मां ने एक-दूसरे को बाय किया। उसके बाद मैंने गाड़ी आगे बढ़ाई। जब मैंने गाड़ी आगे बढ़ाई तो टायर उचककर आगे बढ़ा, ताे एेसे लगा जैसे टायर के सामने कुछ रख दिया हो। मेरी कोई गलती नहीं है।
-संजय जैन, वेन चालक
मासूम के पिता का ये कहना है
मैं 100 डायल का कर्मचारी हू, घर पर नहीं था। पत्नी अकेली थी। मासूम न जाने कब धीरे से घर के बाहर आ गया। पता ही नहीं चला। मैं वेन चालक को भी कसूरवार नहीं मानता। लकिे न पुलिस को जानकारी दी है।
-संदीप सिंह सावनेर, बच्चे चे पिता
-संदीप सिंह सावनेर, बच्चे चे पिता
www.graminmedia.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें