ग्रामीण मीडिया संवाददाता
अपराध से जुड़ी 9 बातें
- डॉक्टर की पत्नी की हो चुकी थी मौत, घर में रहते थे अकेले, बेटा-बेटी बाहर थे।
- आरी से बॉडी के छोटे-छोटे टुकड़े किए
- इंजेक्शन लगाकर किया बेहाेश
- मृतक की पत्नी को शिनाख्ती के लिए डॉक्टर के घर लाए तो बोली- देख नहीं पाऊंगी, पर तीन घंटे बैठी रही, आंसू तक नहीं आए
- टुकड़ों को एसिड से गलाता
- घर में महंगा सामान लगातार आता था इससे भी पति और परिजन को किसी गड़बड़ी की आशंका थी
- मृतक की पत्नी और आरोपी की पत्नी बूटिक का काम करती थी।
- परिचय होने से पत्नी की मौत के बाद भी महिला का डॉक्टर के घर आना-जाना था
- रात में आरी से बॉडी के टुकड़े करने में थक गया तो दूसरे कमरे में सोया, ड्यूटी कर दोपहर में लौटा, लाश को ठिकाने लगा
बेटे को ढूंढने अगले ही दिन डॉ. के घर जाकर शोर नहीं मचाते पिता तो शव के टुकड़े एसिड में गलाकर नाले में बहा देता डॉक्टर
पोस्टमार्टम होशंगाबाद में ही हो पाएगा या विसरा भेजना पड़ेगा, यह आज तय होगा
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डॉक्टर मंत्री |
डाॅ. मंत्री का प्लान वीरू के शव के टुकड़ाें काे एसिड से गलाकर नाले में फेंकने का था, लेकिन उसके पहले ही रात भर से लापता बेटे को ढूंढने उसके पिता निकल गए। डॉक्टर द्वारा अपने यहां ड्राइवरी करने वाले वीरेंद्र के बारे में ठीक से जवाब नहीं दिया तो पिता उससे विवाद करने लगे। इसी दौरान पुलिस सूचना पर पहुंची और हत्या का राज खुल गया। यदि तत्काल छानबीन नहीं होती तो डॉक्टर का प्लान था कि शव के टुकड़ों को एसिड सहित नाले में बहाने का।
माेहल्ले वालाें के मुताबिक पत्नी के नहीं रहने के बाद डॉ. मंत्री पर अकेले थे। दाेनाें बच्चे मुंबई में पढ़ते हैं। कुछ माह पहले डाॅ. की मां भी यहां रहने अाई थी, लेकिन एक सप्ताह पहले चली गई थी।
वीरेंद्र उर्फ वीरू
24 जनवरी काे ही मुंबई में पिंटू किशन शर्मा नाम के युवक ने 60 हजार रुपए के लिए अपने दाेस्त गणेश विट्ठल कोलटकर की हत्या कर दी थी। जुर्म छिपाने के लिए पिंटू ने शव के सैकड़ों टुकड़े किए और उसे टॉयलेट में बहा दिए। हड्डियां और सिर थैली में भरकर समुंदर में फेंक दिया था। सोसायटी के चैंबर से बदबू अाने से हत्या का खुलासा हुअा। सितंबर 2018 काे ओडिशा के गंजाम जिले में एक निजी बैंक के एक कर्मचारी बिष्णु प्रसाद गौड़ा (45) की अवैध संबंधाें के शक में एक डाॅक्टर ने हत्या कर दी थी। डाॅक्टर ने अपनी निजी क्लीनिक में विष्णु काे मारा अाैर शव के टुकड़े कर डाले। बचने के लिए शव जमीन में गाड़ दिए। शव के कुछ टुकड़े नाले में फेंक दिए।
लाश घर में थी, मंगलवार काे 3 घंटे पहले ओपीडी ड्यूटी से निकल गए थे डॉ. मंत्री
डॉ. सुनील मंत्री मंगलवार सुबह इटारसी के डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी सरकारी अस्पताल की ओपीडी ड्यूटी से तीन घंटे पहले ही निकल गए। सुबह 10 बजे सहकर्मी डॉ. विमल झा से कहा- मेरी ओपीडी ड्यूटी देख लो। उस समय उनके चेहरे के हाव-भाव सामान्य थे। उन्होंने दोपहर एक बजे ड्यूटी पर आने वाले डॉ. विकास जैतपुरिया को फोन लगाकर कहा कि मैं जल्दी निकल रहा हूं। कोई पोस्टमार्टम का केस आए तो देख लेना। नाइट ड्यूटी मैं आकर करूंगा। दोपहर बाद डॉक्टर मंत्री के हाथों ड्राइवर का वीभत्स मर्डर होने की सूचना मिलने पर यहां सरकारी अस्पताल के सहकर्मी डॉक्टर हतप्रभ रह गए।
10 को है वीरू की चचेरी बहन की शादी
मुंबई और ओडिशा के गंजाम जिले में हुई थी ऐसी ही वारदात
वीरेंद्र पचौरी के परिवार में 10 फरवरी को शादी है। वीरेंद्र का नाम शादी की पत्रिका में प्रतीक्षारत में छपा है। पचौरी परिवार की पुराने बस स्टैंड पर नाश्ते की दुकान थी। परिवार पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी का रिश्तेदार बताया जा रहा है।
ऑफ द रिकॉर्ड
हाथ लगी थी मोबाइल की कॉल रिकॉर्डिंग
पुलिस यह नहीं बता सकी कि आखिर वीरेंद्र के पास प्रेम प्रसंग से जुड़ा ऐसा कौन सा सबूत था जिस कारण डॉक्टर ब्लैकमेल होते रहे और फिर इस तरह नृसंश हत्या कर दी। एसपी ने बताया डॉक्टर चाहते तो ब्लैकमेलिंग के आरोप में वीरेंद्र के खिलाफ शिकायत कर सकते थे। पर उन्होंने ऐसा भी नहीं किया। सूत्राें के अनुसार ड्राइवर वीरू पचाैरी के हाथ काल रिकाॅडिंग हाथ लग गई थी। इसमें डाॅ. मंत्री वीरू की पत्नी काे रुपए देने की बात कर रहे हैं। उस अाधार पर वीरू मंत्री काे ब्लैकमेल कर रहा था। पुलिस ने मोबाइल जब्त कर लिया है।
वर्क लाेड का तनाव बताते थे: इटारसी अस्पताल में ड्यूटी के दौरान डॉ. मंत्री अकसर डॉक्टरों की कमी और वर्क लोड बताते थे। अकसर इमरजेंसी ड्यूटी में लगाने फिर दिन में पोस्टमार्टम करने और कोर्ट की पेशी पर जाने की बात बताते थे।

हड्डियां गलाता है सल्फ्यूरिक एसिड
रात 9.30 बजे ऐसे बोरे में शव के टुकड़ों को ले जाया गया

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