हर वर्ष 5 जून पूरी दुनिया विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाती है। ये शुरुवात 1974 में यूनाइटेड नेशंस ने की थी, जिसका उद्देश्य पूरी दुनिया मे पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता लाना था।
इस वर्ष पर्यावरण दिवस की थीम" वायु प्रदूषण" है।
पर्यावरण में जहरीली गैसों का बढ़ना ही वायु प्रदूषण है। इसे हम वातावरण का असंतुलन भी कह सकते है। इससे लड़ने का सबसे आसान तरीका है समझदारी से इंधन का इस्तेमाल करना क्योकि ये ही जहरीली गैसों की उत्तपत्ति का कारण है, और दूसरा तरीका है "पेड़ लगाना" ।
हर वर्ष हजारो पर्यावरण प्रेमी लाखो की तादात में वृक्षारोपण कर रहे है, पर क्या सिर्फ पेड़ लगा देने से पर्यावरण का संतुलन संभव है? यहाँ समस्या पेड़ लगाना नही है, बल्कि उनका सर्वाइवल रेट बढ़ाना है। उदाहरण के लिए यदि आप 100 पेड़ लगाए और केवल 60 ही जिंदा बचे, तो सर्वाइवल रेट 60% हुआ।
90% से अधिक का सर्वाइवल रेट ही अच्छा सर्वाइवल रेट है। अन्यथा ये आपके समय, मेहनत और पैसा तीनो की बर्बादी ही है।
तो कैसे बढेगा ये सर्वाइवल रेट । इसके लिए बनाए एक अच्छा प्लान जिसमे आपको वृक्षारोपण का सही समय, सही जगह, सही तरीका, सही पेड़ो का चुनाव, और उनका देख रेख का अच्छा प्लान बनाना जरूरी है। क्योकि हमारे देश के 23.68% हिस्से पर की जंगल बचे है, और ये जंगल बढ़ती आबादी और प्रदूषण जैसी समस्या से लड़ने के लिए सक्षम नही है। हमे जंगल बढ़ाना होगा।
पर क्या आपने कभी सोचा है कि आज लगाए हुए पेड़ कल किस काम आने वाले है? ये हमारे बच्चों के काम आने वाले हैं, तो बेहतर है आप अपने बच्चों को सामने लाये और उनके हाथो वृक्षारोपण करवाए, उनको पेड़ो के पालन पोषण का सही तरीका सिखाये। ताकि भविष्य में जब बच्चों के सामने आधुनिकीकरण या सड़क चौड़ीकरण के कारण पेड़ो को बाली चढ़ाने की स्तिथ आये तो वो पेड़ काटने की जगह बेहतर विकल्प का चुनाव कर पाए।
तो आइये ग्रामीण मीडिया के साथ "पहल" का हिस्सा बनिये। एक या अधिक पेड़ लगाने के साथ उनके सर्वाइवल का बेहतर प्लान बनाये और देश में जंगल बढ़ाने में मदद करे।
अधिक जानकारी के लिए खास आपके लिए बनाये वीडियो पूरे देखे। और ग्रामीण मीडिया की "पहल" का हिस्सा बनकर देश के जिम्मेदार व्यक्ति बने।
https://www.youtube.com/user/akshatbhargava2009
नोट: ग्रामीण मीडिया के सभी पाठकों से निवेदन हमे फ़ॉलो करें और पाए न्यूज़ और भी आसानी से। आपको ऊपर कोने में "हमसे जुड़ें (Follow)" में फेसबुक, यूट्यूब, ट्विटर के निशान दिख रहे होंगे। उनपर क्लिक करें और फेसबुक पेज को लाइक 👍 करें, यूट्यूब पर सब्सक्राइब करें और बेल आइकॉन पर भी क्लिक करें, साथ ही ट्विटर पर हमें फ़ॉलो करें। साथ ही यदि व्हाट्सएप्प पर न्यूज़ चाहिए तो हमारा नंबर 7000334505 मोबाइल में सेव करें और NEWS लिख कर हमें भेजें और ग्रुप से जुड़ना है तो GROUP लिखकर भेजें। आपसे निवेदन ये जो आपको वेबसाइट में न्यूज़ के ऊपर और नीचे ऐड दिखते हैं । इन पर क्लिक अवश्य करें।
इस वर्ष पर्यावरण दिवस की थीम" वायु प्रदूषण" है।
पर्यावरण में जहरीली गैसों का बढ़ना ही वायु प्रदूषण है। इसे हम वातावरण का असंतुलन भी कह सकते है। इससे लड़ने का सबसे आसान तरीका है समझदारी से इंधन का इस्तेमाल करना क्योकि ये ही जहरीली गैसों की उत्तपत्ति का कारण है, और दूसरा तरीका है "पेड़ लगाना" ।
हर वर्ष हजारो पर्यावरण प्रेमी लाखो की तादात में वृक्षारोपण कर रहे है, पर क्या सिर्फ पेड़ लगा देने से पर्यावरण का संतुलन संभव है? यहाँ समस्या पेड़ लगाना नही है, बल्कि उनका सर्वाइवल रेट बढ़ाना है। उदाहरण के लिए यदि आप 100 पेड़ लगाए और केवल 60 ही जिंदा बचे, तो सर्वाइवल रेट 60% हुआ।
90% से अधिक का सर्वाइवल रेट ही अच्छा सर्वाइवल रेट है। अन्यथा ये आपके समय, मेहनत और पैसा तीनो की बर्बादी ही है।
तो कैसे बढेगा ये सर्वाइवल रेट । इसके लिए बनाए एक अच्छा प्लान जिसमे आपको वृक्षारोपण का सही समय, सही जगह, सही तरीका, सही पेड़ो का चुनाव, और उनका देख रेख का अच्छा प्लान बनाना जरूरी है। क्योकि हमारे देश के 23.68% हिस्से पर की जंगल बचे है, और ये जंगल बढ़ती आबादी और प्रदूषण जैसी समस्या से लड़ने के लिए सक्षम नही है। हमे जंगल बढ़ाना होगा।
पर क्या आपने कभी सोचा है कि आज लगाए हुए पेड़ कल किस काम आने वाले है? ये हमारे बच्चों के काम आने वाले हैं, तो बेहतर है आप अपने बच्चों को सामने लाये और उनके हाथो वृक्षारोपण करवाए, उनको पेड़ो के पालन पोषण का सही तरीका सिखाये। ताकि भविष्य में जब बच्चों के सामने आधुनिकीकरण या सड़क चौड़ीकरण के कारण पेड़ो को बाली चढ़ाने की स्तिथ आये तो वो पेड़ काटने की जगह बेहतर विकल्प का चुनाव कर पाए।
तो आइये ग्रामीण मीडिया के साथ "पहल" का हिस्सा बनिये। एक या अधिक पेड़ लगाने के साथ उनके सर्वाइवल का बेहतर प्लान बनाये और देश में जंगल बढ़ाने में मदद करे।
अधिक जानकारी के लिए खास आपके लिए बनाये वीडियो पूरे देखे। और ग्रामीण मीडिया की "पहल" का हिस्सा बनकर देश के जिम्मेदार व्यक्ति बने।
https://www.youtube.com/user/akshatbhargava2009
नोट: ग्रामीण मीडिया के सभी पाठकों से निवेदन हमे फ़ॉलो करें और पाए न्यूज़ और भी आसानी से। आपको ऊपर कोने में "हमसे जुड़ें (Follow)" में फेसबुक, यूट्यूब, ट्विटर के निशान दिख रहे होंगे। उनपर क्लिक करें और फेसबुक पेज को लाइक 👍 करें, यूट्यूब पर सब्सक्राइब करें और बेल आइकॉन पर भी क्लिक करें, साथ ही ट्विटर पर हमें फ़ॉलो करें। साथ ही यदि व्हाट्सएप्प पर न्यूज़ चाहिए तो हमारा नंबर 7000334505 मोबाइल में सेव करें और NEWS लिख कर हमें भेजें और ग्रुप से जुड़ना है तो GROUP लिखकर भेजें। आपसे निवेदन ये जो आपको वेबसाइट में न्यूज़ के ऊपर और नीचे ऐड दिखते हैं । इन पर क्लिक अवश्य करें।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें