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शनिवार, 21 सितंबर 2019

आज के प्रमुख समाचार- 21/09 /2019 - सुबह का न्यूज़ बुलेटिन

ग्रामीण मीडिया संवाददाता । बैतूल जिला 


शहर में रोजाना पेयजल सप्लाई की तैयारी, ट्रायल सफल, भरपूर बारिश के बाद फैसला 
राहत की खबर : नगर पालिका शहर में एक दिन के अंतराल में कर रही थी पानी की सप्लाई  67 लाख लीटर क्षमता की पानी टंकियों को रोजाना भरा जाएगा

बैतूल| नगर पालिका अब शहर में राेजाना पेयजल सप्लाई करेगी। क्याेंकि जिले में अच्छी बारिश हाेने से पानी भरपूर हाे गया है। इसलिए नपा ने पेयजल सप्लाई का शेड्यूल बदला है। पहले नगरवासियाें काे एक दिन के अंतराल में पानी मिल रहा था, लेकिन अब राेजाना पेयजल सप्लाई की जाएगी। इसका फायदा शहर के 20 कनेक्शनधारियों को होगा। इन्हें बारिश के मौसम में भी एक दिन के अंतराल से पानी सप्लाई हो रही थी। नपा ने रोजाना पानी सप्लाई देने का काम ट्रायल बेस पर शुरू कर दिया गया है।
दरअसल नपा ने पानी के इंतजाम देखते हुए पानी सप्लाई का शेड्यूल बदल दिया है। इसमें शहर में रोजाना पानी की सप्लाई की जाएगी। फिलहाल नपा कुछ समय से ट्रायल बेस पर इसकी चेकिंग कर रही थी। सफलतापूर्वक ट्रायल होने के बाद 33 वार्डो के 20 हजार कनेक्शनधारियों को अब रोजाना पानी सप्लाई दिया जाएगा। माचना नदी में पानी का फ्लो 15 हजार लीटर प्रति सेकंड है, वहीं 107 ट्यूबवेल भी रिचार्ज हो चुके हैं।
नपा ने रोजाना पानी सप्लाई देने का ट्रायल शुरू कियाबैतूल। शहर में होगा रोजाना पानी स्पलाई।
 करीब 20 हजार कनेक्शनधारियोंं के परिवारों को मिलेगा लाभअगस्त के अंतिम सप्ताह में 1 दिन के अंतराल में मिल रहा था पानीनगरपालिका ने अगस्त के अंतिम सप्ताह में दो दिन की जगह एक दिन के अंतराल पर पानी सप्लाई का शेड्यूल लागू किया था। एक दिन के अंतराल पर पानी देना शुरू किया गया था। इसके बाद इस शेड्यूल को सफलतापूर्वक लागू करने के बाद रोजाना सप्लाई की जानी थी। इसके लिए ट्रायलय चल रहे थे। अब नगरपालिका ने नियमित पानी सप्लाई का शेड्यूल लागू कर दिया है।
 ताप्ती का बैराज भी हो चुका है इस बार लबालब67 लाख लीटर क्षमता है 9 पानी टंकियों कीपेयजल सप्लाई के लिए 9 पानी टंकियां हैं। 10 लाख लीटर की कालापाठा काली चट्‌टान टंकी, 10 लाख लीटर क्षमता की सदर बैल बाजार टंकी, 5 लाख लीटर क्षमता की भुजलिया घाट पानी टंकी, 1 लाख लीटर की पुराना बैल बाजार टंकी, 10 लाख लीटर क्षमता की फांसी खदान टंकी, टिकारी की 1 लाख लीटर क्षमता की टंकी , सदर आईटीआई की 10 लाख लीटर क्षमता की टंकी सुभाष वार्ड की 10 लाख लीटर क्षमता की टंकी है। इस तरह इन टंकियों की कुल क्षमता 67 लाख लीटर है। इन्हें फिल्टर प्लांट की टंकी से रोजाना भरकर पानी सप्लाई की जाएगी।
रोजाना होगी सप्लाई रोजाना सप्लाई के लिए पर्याप्त पानी है। बारिश में माचना नदी में पानी का फ्लो भी अच्छा है। इसीलिए शहर में अब रोजाना पानी सप्लाई दी जाएगी। - प्रियंका सिंह, सीएमओ नपा


गैस एजेंसियां बिना तौले बांट रही थीं सिलेंडर, 3 पर केस दर्ज 
एजेंसी पर 50 किलो के स्केल वाली तौल मशीन रखना जरूरी
 बैतूल
रसोई गैस सिलेंडरों का वजन किए बिना गैस एजेंसी संचालक उन्हें ग्राहकों को थमा रहे हैं। यहां तक कि सिलेंडरों को तौलने की मशीनें तक वाहनों और एजेंसी पर नहीं रखी जा रही हैं। जब नवआगंतुक विधिक माप विज्ञान अधिकारी एसएस मीणा और स्टाफ ने सप्ताह भर तक जिले की गैस एजेंसियों और गैस सिलेंडर वाहनों की जांच की तो चार जगहों पर सिलेंडर की वजन मशीन नदारद मिली। इस पर उन्होंने चार केस दर्ज किए हैं।
जिले में 22 गैस एजेंसियां हैं। जांच के दौरान गंज की भारत रसोई गैस एजेंसी पर सिलेंडर ताैलने की मशीन नहीं मिली। यहां केस दर्ज किया। जामठी के एक एचपी रसोई गैस गोदाम पर तौलकांटा तो था, लेकिन इसका प्रामाणीकरण नहीं किया गया था। यहां भी केस दर्ज किया। इसी के साथ आठनेर में इंडेन की एजेंसी पर भी सिलेंडर तौलने का इंतजाम नहीं था। यहां पर भी केस दर्ज किया। इसी के साथ भैंसदेही की रसोई गैस एजेंसी पर भी सिलेंडर को तौलने के कोई इंतजाम नहीं थे। यहां पर भी केस दर्ज किया।
ये हैं नियम
गैस एजेंसियों पर 50 किलो तक के वजन की तौल क्षमता वाली मशीन होनी चाहिए। इस बारे में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी अजीत कुजूर ने कहा हमारी ओर से समय-समय पर गैस एजेंसी संचालकों को नियमों का पालन करने की हिदायत दी जाती है। वहीं माप तौल अिधकरी एसएस मीणा ने बताया रसोई गैस एजेंसियों से दिए जाने वाले सिलेंडरों का वजन करने के नियम हैं। गैस सिलेंडर ले जाने वाले वाहन और एजेंसी पर ताैल मशीन होनी अनिवार्य है।

सीएमएचओ  ने माना कई जगह पड़ा था मेडिकल वेस्ट, बाेले- अभी चेतावनी दी है, नहीं माने ताे सख्त कार्रवाई की जाएगी (फ़ॉलोअप समाचार)
बैतूल | पहाड़ी झरनों और नदियों में बायोमेडिकल वेस्ट डाले जाने का मामला उजागर होने के बाद सीएमएचओ कार्यालय ने जांच दलों को मुआयना करने के लिए शहर में अलग-अलग जगह रवाना किया। इन जांच दलों को कचरे में बायोमेडिकल वेस्ट खुले में पड़ा मिला। इसके बाद सीएमएचओ जीसी चौरसिया ने सख्त वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी देते हुए सभी नर्सिंग होम्स संचालकों और दवा कारोबारियों को गाइडलाइन जारी की। सीएमएचअाे डॉ. जीसी चौरसिया ने बताया जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन टीम की ओर से बैतूल में अलग-अलग क्षेत्रों का भ्रमण किए जाने पर पाया कि अस्पताल क्लिनिक, केमिस्ट, मेडिकल स्टोर संचालकों द्वारा बायो मेडिकल वेस्ट खुली जगहों पर फेंका जा रहा है। उन्होंने सभी अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लीनिक, पैथालॉजी लैब, कैमिस्ट, मेडिकल स्टोर संचालकों को निर्देश जारी किए कि जैव चिकित्सा अपशिष्ट एवं अन्य दवाइयों, बायोमेडिकल वेस्ट का प्रबंधन/निस्तारण नियमानुसार प्राधिकृत एजेंसी से करें। दोषी पाए जाने पर संस्थान के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।


नवरात्री स्पेशल /गंगा नदी की मिट्‌टी से चमकेंगी मां दुर्गा की मूर्तियां 
नवरात्र की तैयारी : कलकत्ता से आती है गंगा की मिटटी, बंगाली कलाकारों की मूर्तियों की डिमांड हरदा जिले में भी
बैतूल| नवरात्र में इस कलकत्ता के कलाकाराें के द्वारा बनाई गईं मूर्तियां विराजित की जाएंगी। मां दुर्गा की मूर्तियां बनाने का काम चल रहा है। बंगाली कलाकारों द्वारा बनाई मां दुर्गा की मूर्ति आकर्षण का केंद्र रहेंगी। बंगाली कलाकारों द्वारा देवी प्रतिमा बनाने में गंगा की मिटटी का उपयोग किया जाता है। मूर्तिकारों द्वारा सोनाघाटी की मिटटी पूरी प्रतिमा तैयार की जाती है और गंगा की मिटटी का उपयोग केवल फिनिशिंग के लिए करते है। शहर के लिंक रोड पर आधा दर्जन कलकत्ता के बंगाली कलाकार परंपरागत रूप से देवी प्रतिमा बनाने का काम करते है। कलकत्ता के कालाचंद पाल ने बताया देवी प्रतिमा बनाने का काम करते हैं। बैतूल में सोनाघाटी से मिटटी लाते हैं, जिससे देवी मूर्तियां बनाते हैं। इसके बाद जब फिनिशिंग का समय आता है तो कलकत्ता से लाई गई गंगा नदी की मिटटी का उपयोग करते है। उन्होंने बताया गंगा की मिटटी से देवी मूर्तियां का चेहरा दमकता है। इसीलिए उनके द्वारा यही मिटटी का उपयोग किया जाता है। उन्होंने बताया पीढ़ी दर पीढ़ी मूर्ति बनाने का काम करते है। उन्होंने बताया करीब 6 सालों से बैतूल आकर देवी मूर्तियां बनाते है। बोरी में भरकर लाते हैं मिट्‌टी कलकत्ता के कलाकारों द्वारा कोलकत्ता से गंगा की मिटटी सीजन के पहले मंगवाई जाती है। एक बोरी में 40 से 50 किलो तक मिटटी लाई जाती है। उन्होंने बताया शहर में आधा दर्जन जगह पर कोलकत्ता के कलाकारों द्वारा देवी प्रतिमाएं तैयार की जा रही है। सभी लोग इसी मिटटी से ही देवी प्रतिमाओं को फिनिशिंग देते है। हरदा तक जाती हैं मां दुर्गा की मूर्तियां कालाचंद पाल ने बताया जिले में बंगाली कलाकारों द्वारा बनाई गई देवी प्रतिमाओं की बेहद मांग है। बैतूल के अलावा भौंरा, चिचोली, हरदा, भारत-भारती, सहित अन्य क्षेत्रों में भी मां दुर्गा की मूर्तियाें की डिमांड है। इस साल एक मूर्तिकार द्वारा 40 से 50 मूर्तियां बनाई जा रही है। आधा दर्जन जगहों पर 300 से 400 देवी प्रतिमाएं बनाई जा रही है। जिन्हें चमकाने के लिए मां गंगा की मिट्‌टी लाई गई है।


राजस्व अमले ने रेत से भरी दाे ट्रैक्टर-ट्राॅली की जब्त 
प्रतिबंध के बावजूद जारी है रेत का अवैध उत्खनन

चिचाेली। राजस्व अमले ने की रेत से भरी दाे ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त।
चिचोली| ब्लाॅक में  रेत का अवैध उत्खनन प्रतिबंध के बावजूद जारी है। शुक्रवार काे तहसीलदार ने रेत का परिवहन करते हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त की है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र में रेत का अवैध परिवहन जमकर किया जा रहा है। इसकी सूचना मिलने पर राजस्व अमले ने चूड़िया के पास ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक काे राेका। इनके पास काेर्इ दस्तावेज नहीं थे। ट्रैक्टर-ट्राली में रेत भरी हुर्इ थी। चालक ट्रॉली में रेत हरदू माेरल नदी के पास भरकर ला रहे थे। तहसीलदार लवीना घागरे ने पकड़कर थाने में खड़े करवा लिया।
इस पर अमर सिंह पिता सुंदरलाल राठौर, देवेंद्र पिता गुननू राठाैर पर अवैध उत्खनन का मामला दर्ज किया गया। इस कार्रवाई में राजस्व विभाग से प्रवीण माली, कैलाश माली, लवप्रीत सोनी, संजय मानकर, रविंद्र गोविंद सिंह सहित अन्य माैजूद थे। तहसीलदार ने बताया इनका प्रकरण बनाकर पुलिस विभाग को सौंपा जाएगा।

घर से ऑनलाइन जमा होंगे नपा के टैक्स, मिलेगी सुविधा  

मुलताई| शहर सरकार आपके द्वार अभियान के तहत अब घर बैठे नगर पालिका के विभिन्न टैक्सों को जमा किया जा सकेंगा। अभियान के तहत शुक्रवार को नगर पालिका कार्यालय के सभाकक्ष में नपा के तकनीकी अमले के साथ कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। मास्टर ट्रेनर सहायक यंत्री आरसी गव्हाड़े ने मुलताई और आमला नगर पालिका के कर्मचारियों को शहर सरकार आपके द्वार अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर गव्हाड़े ने कहा अभियान का उद्देश्य नागरिकों की शिकायत की जानकारी प्राप्त कर उनका निराकरण करना है। ई नगरपालिका पर इससे संबंधित अभिलेखों का संधारण करना है। नगरीय निकायों की सेवा और कर आदि के भुगतान के लिए घर पर ही सुविधा उपलब्ध कराने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए स्वयं सेवकों का पंजीयन किया जाएगा। स्वयं सेवक घर-घर जाकर ई नगरपालिका के संबंध में लोगों को जानकारी देगे। मोबाइल के माध्यम से ऑन लाइन शिकायत और सुविधा उपलब्ध कराना सीखाया जाएगा। घर बैठे ही लोग ऑन लाइन नपा के जलकर, संपतिकर सहित अन्य करों का भुगतान कर सकेंगे। इसके साथ समस्याओं से संबंधित शिकायत भी ऑन लाइन कर सकेंगे।


लंबे समय बाद आमला पहुंचे विधायक समस्याओं को लेकर महिलाओं ने घेरा 
नपा के अधिकारियाें काे पानी की निकासी और सड़क निर्माण के दिए निर्देश


आमला | शुक्रवार को विधायक डाॅ. योगेश पंडाग्रे लंबे समय बाद आमला पहुंचे। उनके आमला आने का महिलाओं ने दो घंटे इंतजार किया। इसके बाद में विधायक वार्ड में पहुंचे तो लोगों की नाराजगी शांत भी हो गई।
दरअसल जाकिर वार्ड के लोग सड़क और खाली जमीन में पानी जमा हाेने से लंबे समय से परेशान हैं। संबंधित विभाग के अधिकारियाें अाैर कलेक्टर को आवेदन देने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होने से यह नाराजगी बढ़ गर्इ थी। शुक्रवार को विधायक के आमला आने की खबर मिलते ही महिलाएं भाजपा पदाधिकारियों के बैठक स्थल के सामने जा पहुंचीं। दोपहर 12 से 2 बजे तक महिलाओं ने विधायक का इंतजार भी किया, लेकिन जल्दबाजी में पडे़ विधायक ने जैसे ही महिलाओं से कहा कि वे पहले रैली निपटाएंगे फिर समस्या सुनेंगे तो महिलाएं बिफर पड़ी। विधायक के लिए इन महिलाओं को समझाना कठिन हो गया था। हालांकि विधायक ने रैली के बाद वार्ड में पहुंचकर महिलाओं की समस्या सुनी।
 नपा के अधिकारियों को जाकिर वार्ड में ठहरे हुए पानी की निकासी के लिए नाली निर्माण के निर्देश दिए हैं। जबकि वार्ड के अंदर की सड़कों का निर्माण नवरात्र के दौरान शुरू कराने का भरोसा दिया है।
 डाॅ. याेगेश पंडाग्रे, विधायक

अभिभाषक संघ ने की व्यवहार न्यायाधीशों की नियुक्ति की मांग अपर सत्र न्यायालय 
मुलताई में स्वीकृत दो व्यवहार न्यायाधीशों के पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर अभिभाषक संघ ने जिला सत्र न्यायाधीश को ज्ञापन सौंपा। अभिभाषक संघ अध्यक्ष गिरधर यादव, एलके श्रीवास्तव, रमेश कुमार सूर्यवंशी, रवि यादव, जीजी घोड़े, अशोक परिहार, नवीन बिहारिया, जितेंद्र झरबड़े, पंकज यादव सहित अन्य अधिवक्ताओं ने जिला सत्र न्यायाधीश अमरनाथ केसरवानी को व्यवहार न्यायाधीश की नियुक्ति नहीं होने से पक्षकारों को हो रही परेशानी से अवगत कराया। अधिवक्ताओं ने बताया मुलताई न्यायालय में वर्तमान में व्यवहार न्यायाधीश वर्ग एक पदस्थ हैं। व्यवहार न्यायाधीश वर्ग दो बीते दस माह से अवकाश पर हैं। व्यवहार न्यायाधीश का एक पद दो साल से रिक्त हैं। इससे न्यायालय के व्यवहार और दांडित प्रकरण व्यवहार न्यायाधीश वर्ग एक के न्यायालय में स्थानांतरित कर दिए हैं। इस स्थिति में 2911 प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन हैं। प्रकरणों के निपटारे में विलंब होने से पक्षकारों को असुविधा हो रही हैं। इसके साथ अधिवक्ताओं ने नवनिर्मित न्यायालय भवन में आवागमन के लिए पुराने न्यायालय भवन में से रास्ता निर्माण करने की भी मांग की है। अधिवक्ताओं ने न्यायाधीशों की नियुक्ति को लेकर कार्रवाई नहीं होने पर काम बंद रखने और लोकअदालत का बहिष्कार करने की बात भी कही है।

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