ग्राम मोरखा के पास खापा के ग्रामीण मीडिया को सूचना दी कि, हमारे ग्राम के पास से पशुओं की तस्करी हो रही हैं। ठीक इसी प्रकार बोरदेही पुलिस को भी घटना स्थल पर 3 घण्टे की जांच के बाद खोदा पहाड़ और निकली चुहिया की कहावत चरित्रार्थ हुई।
थाना प्रभारी बोरदेही ने खुद के भोजन के टिफिन उनको और उनके बच्चों को ख़िला करके निर्दोष हो ने पर छोड़ा।
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ताप्ती के उद्गम स्थल मुलताई में 800 फीट नीचे भी पानी नहीं मिल रहा है। इसके बाद भी नगरवासी भूमिगत जलस्तर बढ़ाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। मकान निर्माण के समय वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने की शर्त पर नक्शा पास किया जाता है। नक्शा पास होने के बाद भी लोग वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं बना रहे हैं। तेजी से गिरते भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। इसके लिए नगर पालिका के साथ आमलोगों को भी जागरूकता का परिचय देते हुए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाकर पानी जमीन के अंदर भेजने की जरूरत है। हर साल गर्मी में नगर पालिका जल समस्या से निपटने के लिए ट्यूबवेल खनन करती है। नगर सीमा में छह से आठ सौ फीट ट्यूबवेल खनन करने के बाद भी पानी नहीं निकलता है। ऐसे में अब नपा ने नगर सीमा की बजाय दूसरे गांवों में ट्यूबवेल खनन करना शुरू किया है। भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने के लिए अब वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने में आम लोगों को भी रूचि लेने की जरूरत है। भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में इसके भीषण परिणाम सामने आएगे।
दो तालाब खोदे लेकिन बारिश थमते ही पानी बह जाता : भूमिगत जलस्तर बढ़ाने के लिए नगर पालिका ने प्रभात पट्टन रोड के किनारे सूर्य नारायण सरोवर और बिरुल रोड के किनारे तालाब का निर्माण किया था। सात साल पहले सूर्यनारायण सरोवर का गहरीकरण भी किया था। सभी को सरोवर और तालाब में पानी रूकने से भूमिगत जलस्तर बढ़ने की उम्मीद थी। बारिश में सरोवर और तालाब में पानी भी संग्रहित हुआ। लेकिन सरोवर और तालाब की पिचिंग तकनीकी रूप से नहीं होने से बारिश थमते ही पानी बह गया। एक साल पहले नगर पालिका ने सूर्यनारायण सरोवर की पिचिंग काली मिट्टी से करने की योजना बनाई थी लेकिन योजना कागजों में ही सिमट कर रह गई।
नवनिर्मित मकानों का करेंगे निरीक्षण
नपा के सहायक यंत्री आरसी गव्हाड़े ने बताया मकान निर्माण के साथ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाना अनिवार्य है। इसके लिए राशि भी जमा कराई जाती है। नवनिर्मित मकानों का निरीक्षण किया जाएगा। जिन लोगों ने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं बनाए वहां इसका निर्माण कराया जाएगा।
मुलताई। बारिश का पानी सूर्यनारायण सरोवर में रोकने के लिए मरम्मत जरूरी।
स्कूली बच्चों ने चलाया था जागरूकता अभियान दो साल से एक्सीलेंस स्कूल के इको क्लब और रेडक्रास के बच्चों ने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर जागरूकता अभियान चलाया था। बच्चों ने वार्डों में जाकर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने के तरीके बताते हुए बनाने के लिए प्रेरित किया। नपा ने भी इसमें सहयोग किया स्कूल सहित सरकारी कार्यालयों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाए। लोगों ने भी अपने घरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण किया। दो सौ से अधिक वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बने लेकिन अब दोबारा लोगों ने इस ओर ध्यान देना बंद कर दिया।
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