कोराेना के कारण काॅलेजाें में दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ी है। अभी भी यूजी और पीजी काॅलेजों में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स के पास अवसर है। यूजी के लिए 26 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन और फीस भरकर दाखिले की प्रक्रिया चलेगी। वहीं पीजी- 29 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन और फीस भरकर दाखिले की प्रक्रिया होगी। नर्मदा कॉलेज प्राचार्य डाॅ. ओएन चाैबे ने बताया इस बार पारंपरिक विषयाें में इस साल ज्यादा एडमिशन हुए हैं।
आधे रह जाते हैं पीजी करने वाले स्टूडेंट्स
शिक्षाविद रिटायर्ड प्राचार्य डाॅ. एलएल दुबे बताते हैं कि करीब 60 फीसदी छात्र काॅलेज में पारंपरिक काेर्स बीए, बीएससी, बीकाॅम की यूजी कक्षाओं में एडमिशन लेते हैं। शेष अन्य व्यवसायिक पाठ्यक्रमाें में एडमिशन लेते हैं। यूजी पास करने वाले स्टूडेंट्स में से 20% स्टूडेंट्स ही पीजी कक्षाओं में एडमिशन लेते हैं। इसी कारण सीटों का अंतर रहता है।
बड़ा खर्च पर दाखिले नहीं करवा पाते काॅलेज प्रबंधन
स्टूडेंट्स काे शाॅर्ट टर्म काेर्स के साथ पीजी, डिप्लाेमा पाठ्यक्रम की सुविधा व्यवसायिक अवसर अाैर प्रशिक्षणाें काे ध्यान में दखते हुए दिए जाते हैं। इस बार हाेशंगाबाद जिले में केवल 148 अाैर बैतूल जिले में पीजी डिप्लाेमा कार्स में केवल 4 एडमिशन हुए हैं। कई कॉलेजों में फीस अधिक होने के कारण स्टूडेंट्स दाखिले नहीं ले पाते हैं।
काेविड के कारण स्थानीय कॉलेजों में बढ़े एडमिशन
- काेविड के कारण एडमिशन प्रक्रिया अक्टूबर माह तक चल रही है।
- बारहवीं के रिजल्ट एडमिशन हाेने के पहले आए और बाहर पढ़ाई करने की बजाय काेविड के कारण स्थानीय काॅलेजाें में एडमिशन बढ़े।
- रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करने स्टूडेंट्स काे पर्याप्त समय मिला।
- वेरिफिकेशन और फीस देने की प्रक्रिया ऑनलाइन हाेने से सुविधा रही।
पीजी डिप्लोमा में सबसे ज्यादा दाखिले हरदा में
हाेशंगाबाद
स्नातक यूजी 6968 स्नातकाेत्तर पीजी 2253 पीजी डिप्लाेमा 148
बैतूल
स्नातक यूजी 6865 स्नातकाेत्तर पीजी 2267 पीजी डिप्लाेमा 4
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