आमला ।। आमला थाना क्षेत्र के ग्राम रमली में एक महिला की ग्राम के ही एक नशेड़ी युवक द्वारा बेरहमी से लठ्ठ से पिटाई की गई जिससे उसकी मौत हो गई । मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम रमली की हेमलता पति मिट्ठू जर उम्र 40 वर्ष बकरीयो के लिए पत्ती लेने ग्राम के विठ्ठल रुक्मणि मंदिर के पास गई थी तभी ग्राम के सत्यभान चिल्हाटे ने पत्ती लेकर लौट रही मृतक महिला को बेरहमी से लठ्ठ से पीटा महिला को घायल अवस्था मे सामुदायिक स्वास्थ केंद्र लाए जहा उपचार के दौरान गम्भीर रूप से घायल महिला ने दम तोड़ दिया बताया जाता है कि महिला के पति से आरोपी की पुरानी रंजिश थी आज भी आरोपी म्रतक महिला के पति के पीछे उसे मारने दौड़ा था लेकिन महिला के पति मिट्ठू ने आरोपी को चकमा दे दिया जबकि म्रतक महिला उसके गिरफ्त में आ गई जिसके बाद आरोपी ने महिला पर लठ से वार शुरू कर दिए। मृतिका के परिजनों ने बताया कि सत्यभान चिल्हाटे शराब का आदि है और आज भी वह नशे में था हम लोग दसवें के कार्यक्रम कर बेल नदी से घर लोटे थे जिसके बाद यह घटना हुई नगर निरीक्षक सुनील लाटा ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया है फिलहाल आरोपी फरार है वही महिला का पीएम कर शव परिजनों को सौप दिया है ।
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ख़बरें विस्तार से
सोमवार, 20 जुलाई 2020
*आमला/पुरानी रंजिश में महिला को लठ से पिट कर की हत्या,आरोपी फरार,आमला थाना क्षेत्र के रमली की घटना*
*दूधमुंही दो जुड़वा बेटियों को बेसहारा बूढ़ी दादी के भरोसे छोड़ गई मां,पिता जेल में है बंद*
आठनेर। ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत हिवरा गांव में गरीब आदिवासी ढाने में निवास करने वाली 50 वर्षीय जमनी बाई की बहू ने दूध मूवी दो जुड़वा मासूम बेटियों को छोड़कर बिना बताए कहीं चली गई है वंही मासूम बच्चियों के पिता किसी मामले में महाराष्ट्र की अमरावती जिला जेल में बंद हैं। अब घर में केवल बच्चियों की बूढ़ी दादी है जो गांव वालों की मदद से जैसे तैसे परवरिश कर रही है। हालांकि इस मामले की जानकारी लगते ही जागरूक ग्रामीण एवं कुछ समाजसेवी द्वारा इन्हें आर्थिक मदद के तौर पर सहायता प्रदान की जा रही है। क्षेत्र के जनपद सदस्य तरुण साकरे द्वारा इन दोनों जुड़वा बेटियों के प्रतिदिन दूध एवं अन्य खाने-पीने का इंतजाम की व्यवस्था की है ग्राम पंचायत की ओर से भी कुछ इंतजाम इनके लिए जा रहा है। जानकारी के अनुसार हिवरा गांव निवासी मंगलू की पत्नी बिना बताए दो जुड़वा दुधमुंही बेटियों को छोड़कर चली गई। जिससे बूढ़ी दादी परेशान है और इन दोनों बेटियों की परवरिश जैसे तैसे कर रही है। हालांकि गांव के कुछ महिलाएं इन्हें अपनी ओर से सहयोग कर रही है लेकिन बच्चियों को उनके मां से दूर रहकर रो रो कर बुरा हाल हो रहा है। दोनों बेटियों की दादी जमनी बाई ने बताया की मेरा बेटा खाने कमाने महाराष्ट्र के अमरावती जिले में गया हुआ था वही दोनों ने विवाह किया उसके दो महा बाद पुत्र एवं बहू के घर दो जुड़वा बेटी का जन्म हुआ लेकिन जन्म के पश्चात ही मेरा पुत्र अमरावती जिला जेल में बंद है। जिसे छुड़ाने के लिए मेरे पास कोई जरूरी कागजात और रुपए की व्यवस्था नहीं है। इधर दिनोंदिन बच्चों की हालत बिगड़ती जा रही है। परवरिश के लिए पर्याप्त दूध और अन्य रोजमर्रा की सामग्री ना मिलने के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इधर बेसहारा दुधमुंही बेटियों की परवरिश के लिए लगातार लोग अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं इस कड़ी में गोंडवाना आदिवासी के द्वारा भी इन मासूम बच्चियों की परवरिश का बीड़ा उठाने के लिए तैयार हो गए है। आठनेर जनपद अध्यक्ष राम चरण इरपाचे द्वारा भी इनकी परवरिश का खर्चा उठाने की बात कही है। दोनों दुधमुंही जुड़वा बेटियों के जरूरत का सामान और बेसहारा बूढ़ी मां के लिए भी ग्रामीणों द्वारा खाने-पीने और आर्थिक इंतजाम किए जा रहे हैं।
मदद के लिए आगे आए जनप्रतिनिधि
हिवरा गांव की बेसहारा जुड़वा बेटियों के मामले में गोंडवाना आदिवासी समाज परिवार के साथ है और मैं स्वयं दोनों बेटियों का खर्च उठाने और लालन-पालन की जिम्मेदारी लूंगा ।
रामचरण ईरपाचे
जनपद अध्यक्ष,आठनेर
गांव की जमनी बाई का बेटा अमरावती जिला जेल में बंद है दोनों बेटियों की परवरिश के लिए मदद की जा रही है। बेटियों के पिता की रिहाई के लिए मदद की जाएगी।
तरूण साकरे
जनपद सदस्य,हिवरा
*"संगवारी" को मिली सफलता,दूधमुंहे बच्चे को छोड़ मुलताई में रो रही रीता को मिलवाया सोनू से*
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