साहब हमारे गांव में 5 लोग कच्ची
शराब बनाने और बेचने का काम
करते हैं। कच्ची शराब की बिक्री से
पूरे गांव में अशांति का माहौल बन
गया है। आए दिन विवाद होते हैं।
दिन भर नदी और घरों में अवैध
शराब बनाई और बेची जाती है। यह
बात अंभोरा गांव से आई महिलाओं
ने पूर्व विधायक डॉ. पीआर बोड़खे,
कांग्रेस नेता हाजी शमीम खान, हैबत
साकरे के साथ तहसील पहुंचकर
नायब तहसीलदार आशिक अली
से कही। महिलाओं ने गांव में
कच्ची शराब बनाकर बेचने वालों
के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग
की। सावनी बाई, कमलती कंगाली,
सुनीता पंडोले, लक्ष्मी गाठे आदि
ने बताया गांव के पांच लोग शराब
बनाने और बेचने का धंधा करते
हैं। गांव में शराब बिक्री से शराबियों
का जमावड़ा लगा रहता है। जिससे
महिलाओं का घरों से बाहर निकलना
मुश्किल हो गया है। बच्चे भी शराब
पीने लगे हैं। शराब पीने नरखेड़,
देवभिलाई, मंगोना सहित अन्य गांव
के शराबी भी पहुंचते हैं। महिलाओं
ने बताया शराब बंदी के लिए महिला
मंडल का गठन भी किया है। शराब
बेचने वालों को समझाइश भी दी गई
लेकिन इसका कोई असर नहीं हो रहा
है। महिलाओं ने शराब बेचने वालों
पर कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन
की चेतावनी दी है।
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