ग्रामीण मीडिया सेण्टर (राजेंद्र भार्गव)
ग्राम पंचयात बरई की पेयजल उपसमिति की सूझ बुझ से ग्राम का घोर पेयजल संकट को ग्राम की एक पहाड़ी पर 1 . 5 लाख लीटर की पानी टंकी जन भागेदारी के माध्यम से मात्र 3 लाख 5 हजार में तैयार कर दी। जिसका उदघाटन 24 नवम्बर 2017 दिन शुक्रवार को होने वाला है ।
ग्राम के पूर्व सरपंच,पेयजल उपसमिती के सचिव, BSW के छात्र और ग्रामीण मीडिया के ग्राम सवांददाता नारायण पवार ने जानकारी में बताया की , प्रदेश के हर ग्रामो में पेयजल की व्यवस्था ग्राम पंचायत करती है। शासन के नये नियम से पेयजल उपसमिती को ग्राम स्तर पर काम दिए। ग्राम पंचायत बरई में पंचायत और उप समिती के आपसी तालमेल से ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित करके ये काम पेयजल उपसमिती को जवाबदारी दी गई ।
ग्राम की पेयजल समिति के अध्यक्ष सुरेश घाघरे और सचिव नारायण देशमुख ने संयुक्त जानकारी में बताया की , ग्राम में दल 350 घरो में 1619 आदमी निवास करते है। ग्राम की भौगोलिक हालात पहाड़नुमा है। जिसके कारण निचली बस्ती में आसानी से नलों का आ जाता था। वही आधी से अधिक आबादी उचाई पर निवास करने के कारण परेशान थी। ग्राम की पेयजल समिति ने सर्वे किया तो समस्या का एक मात्र उपाय पाया की अगर उचाई पर बड़ी सी भूमि सतह पर पेयजल का टांका बना कर ग्राम में सप्लाई की जाय तो समस्या का स्थाई हल संभव है। पंचायत के पास राशि का अभाव था। सचिव नारयण ने प्रस्ताव रखा की। शासन की जनभागेदारी योजना से काम हो सकता है। गुना भाग लगा करके पाया की टंकी 1 . 5 लाख लीटर की हो जिसकी अनुमानत लागत 3 25 लाख और पाइप लाइन विस्तार जोड़ करके दल 6 लाख की राशि व्यवस्था की बात आई। टंकी के लिए जनभागेदारी योजना में ग्राम वासिओ ने आधी राशि नगद और बाकी श्रमदान से की व्यवस्था की ग्राम के पूना में काम कर रहे मिस्त्री ने डिजाइन और निर्माण का भरोसा दिलाया और मिलजुल करके आधी राशि जन सहयोग से आधी योजना मंडल से लिए और 3 लाख 5 हजार में टंकी और 820 मीटर पाईप लाइन का काम करके ग्राम के दो नलकूपों से टंकी को जोड़ दिया , ये भागीरथी प्रयास पूर्ण हुआ। 12 घंटो में टंकी भर गई और 6 घंटो की शिफ्ट से एक दिन के बाद सब को पानी मिल रहा है। हर ग्राम वाला 60 रुपए प्रति माह जल कर देता है। भावी योजना में इस टंकी के चारो और फुट पात पक्का उसके राउंड में वृक्षा रोपण और सुरक्षा के लिए जेसीबी से नाली खुदेगी और ये पहाड़ पर स्थीत टंकी एक दर्शनीय स्थल भी बनेगा लोग पिकनिक काने आएंगे सुरक्षा दरवाजा भी।
ग्राम वासिओ ने जनभागेदारी, विकेन्द्रीकरण नियोजन, पेयजल उप समीती भष्ट्राचार रहित निर्माण, श्रमदान और अर्थ दान का एक अनोखा मॉडल , शुद्ध पेयजल, घोर पेयजल संकट का स्थाई हल, तारीफे काबिल काम किया है।
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