ग्रामीण मीडिया सेण्टर|चिखलीकला
मां-बाप की सेवा करने से कष्टों और पापों का नाश हो जाता है। भूल कर भी मां-बाप के दिल को नहीं दुखाना चाहिए। प्रभु भक्ति और सत्संग से जीवन सुधर जाता है। यह बात चिखलीकला में चल रही भागवत कथा में पंडित प्रमोद कुमार शुक्ल ने कही। श्रीमद् भागवत कथा-ज्ञान यज्ञ में बड़ी संख्या में आसपास गांवों के ग्रामीण पहुंच रहे हैं। पं. शुक्ल ने कहा भारतीय संस्कृति पर लगातार हमले हो रहे हैं। हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है। संस्कृति को हमले से बचाने के लिए हमें एकजुट होकर आगे आना होगा। उन्होंने कहा बच्चों को घर में अच्छे संस्कार देने की जरूरत है। युवाओं को धर्म और सच्चाई के मार्ग पर चलना चाहिए। भागवत कथा सुनने का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कलयुग में कथा सुनने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने कहा प्रत्येक व्यक्ति को सेवा, साधना और सत्संग को अपने जीवन में उतारना चाहिए। दूसरों की मदद के लिए हमेशा आगे आना चाहिए। www.graminmedia.com
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