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मंगलवार, 10 अक्तूबर 2017

भावांतर पंजीयन में लापरवाही: दोषी कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई- कलेक्टर श्री शशांक मिश्र

ग्रामीण मीडिया सेण्टर
प्रत्येक ग्रामसभा में क्षेत्र के शत्-प्रतिशत् किसानों का हो पंजीयन


कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने आगामी 12 अक्टूबर को जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में आयोजित होने वाली विशेष भावांतर ग्रामसभाओं में क्षेत्र के शत्-प्रतिशत् किसानों का पंजीयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि भावांतर में पंजीयन में लापरवाही करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। यह ग्रामसभाएं जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर गुरूवार को प्रात: 10.30 बजे से आयोजित होंगी।
कलेक्टर ने अपने निर्देशों में कहा है कि जब तक सभी किसानों का पंजीयन कार्य पूर्ण न हो जाए, तब तक ग्रामसभा की कार्रवाई समाप्त न हो। यदि ऑनलाइन पंजीयन में दिक्कत आती है तो किसानों के आवेदन फार्म प्राप्त कर पावती दे दी जाए एवं बाद में उनका ऑनलाइन पंजीयन सुनिश्चित किया जाए।

समग्र आईडी एवं आधार कार्ड होगा जरूरी
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कलेक्टर ने बताया कि पंजीयन के समय किसान के द्वारा स्वयं का आधार कार्ड नंबर, समग्र आईडी क्रमांक, बैंक खाता का क्रमांक तथा मोबाइल नंबर दर्ज कराया जाना अनिवार्य होगा। यह योजना सोयाबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल, मक्का, मूंग, उर्द एवं अरहर की फसल पर लागू होगी। मुख्यमंत्री भावांतर योजना के तहत उक्त फसलों का समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जिसमें सोयाबीन 3050 रूपए, मूंगफली 4450 रूपए, तिल 5300 रूपए, उड़द 5400 रूपए, मूंग 5575 रूपए, अरहर 5450 रूपए एवं मक्का 1425 रूपए प्रति क्विंटल निर्धारित है।

मुख्यमंत्री करेंगे संबोधित
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विशेष ग्राम सभाओं में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रात: 11 बजे से अपने संदेश का प्रसारण किया जाएगा, जिसके प्रसारण की व्यवस्था प्रत्येक ग्रामसभा में होगी।

11 अक्टूबर को बैतूल में जगेगी बेटी बचाओ व स्वच्छता अभियान की अलख

ग्रामीण मीडिया सेण्टर

सुबह से शाम तक आयोजित होंगे विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन


‘इंटरनेशनल सेव गर्ल चाइल्ड डे’ के अवसर पर गुरूवार 11 अक्टूबर को बैतूल में बेटी बचाओ एवं स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता लाने का एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें पूर्वान्ह एवं अपरान्ह में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से इन दो अभियानों के प्रति जन जागरूकता लाई जाएगी। समस्त कार्यक्रमों का आयोजन स्थल शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गंज निर्धारित किया गया है। 
सहायक कलेक्टर श्री सिद्धार्थ जैन से प्राप्त जानकारी के अनुसार कार्यक्रम के दौरान प्रात: 6 बजे से 8 बजे तक योगा, एरोबिक्स, जुम्बा, पीटी एवं अन्य शारीरिक गतिविधियां आयोजित होगीं। प्रात: 8 बजे से 10 बजे तक कक्षा आठवीं से कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों हेतु चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित होगी तथा सायं 5.30 बजे से रात्रि 9.30 बजे तक लोक कलाकारों का मेला, स्वागत गीत/समूह गीत, स्वच्छता विषय पर आधारित समूह गान, ओझा आर्केस्ट्रा-स्ट्रीट आर्टिस्ट, बच्चों सावधान रहो, छात्राओं का सम्मान, दो आदर्श परिवारों से चर्चा, नृत्य नाटिका- रोशनी की ओर, हमारा पर्यावरण, कविता कोलॉज बेटियों का संसार, दिव्यांग बच्चों द्वारा समूहगान, नाटक, पर्यावरण चेतना, नृत्य नाटिका- ओह मेरी रचना, आदिवासी नृत्य, नृत्य नाटिका-नारी शक्ति जैसी गतिविधियां प्रस्तुत की जाएगी। इन कार्यक्रमों में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय दिल्ली के कलाकार पिछले दिनों से बैतूल में रहकर छात्राओं को प्रशिक्षित कर रहे हैं। यह प्रशिक्षित छात्राएं अपनी बेहतर नाट्य प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी।

किसानों को घोषित अवधि में विद्युत प्रदाय सुनिश्चित करने के निर्देश

ग्रामीण मीडिया सेण्टर


मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक डॉ. संजय गोयल ने मैदानी अधिकारियों से कहा है कि वे जले एवं खराब ट्रांसफार्मरों को निर्धारित समयावधि में बदलें। बदलने में यदि अधिक समय लगा तो कारण सहित उसकी सूचना कम्पनी मुख्यालय को दें। उपभोक्ताओं को ऑनलाइन भुगतान में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए आई.टी. विभाग को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
डॉ. गोयल ने सभी मैदानी अधिकारियों को स्पष्ट किया कि क्षेत्रीय भण्डारों में ट्रांसफार्मर और अन्य सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। आबादी और कृषि कार्य के लिए घोषित अवधि में विद्युत प्रदाय सुनिश्चित करने के लिए माकूल प्रबंधन करने के निर्देश उन्होंने दिए।

प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक शासकीय उचित मूल्य दुकान होगी

ग्रामीण मीडिया सेण्टर राजेंद्र भार्गव

सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत खाद्यान्न वितरण के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत पर शासकीय उचित मूल्य दुकान रहेगी। कुल दुकानों में एक तिहाई का संचालन महिलाओं द्वारा किया जाएगा। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा इसे सुनिश्चित करने के लिए ऐसी ग्राम पंचायत, जहाँ पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली की राशन दुकान नहीं है, में दुकान शुरू करने के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गये हैं। ग्रामीण क्षेत्र में जिन पंचायतों में दुकान नहीं है, वहाँ खोले जाने वाली नवीन उचित मूल्य दुकानों में एक तिहाई दुकानें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं।
प्रदेश में ऐसी 5000 से अधिक ग्राम पंचायतें हैं, जहाँ पर नवीन दुकानें खोली जा रही हैं। प्रदेश में पूर्व से 22 हजार 396 शासकीय उचित मूल्य दुकान क्रियाशील हैं। इनके माध्यम से एक करोड़ 15 लाख 37 हजार से अधिक परिवारों को सस्ती दर पर राशन मुहैया करवाया जा रहा है।
वर्तमान में प्रदेश की प्रोजेक्टेड आबादी 8 करोड़ 23 लाख (अनुमानित) है। इसमें से 5 करोड़ 36 लाख की आबादी को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के दायरे में लाया जाकर एक रुपये किलो मूल्य पर गेहूँ, चावल, नमक प्रदाय किया जा रहा है। मध्यप्रदेश ऐसा पहला राज्य है, जिसके द्वारा बीपीएल के साथ-साथ अन्य 24 श्रेणियों के परिवारों को अधिनियम के दायरे में शामिल किया गया है।
पात्र परिवारों की श्रेणियाँ
अंत्योदय अन्न योजना और प्राथमिकता परिवार में सभी बीपीएल परिवार, समस्त ऐसे व्यक्ति जो मध्यप्रदेश भवन तथा अन्य सन्निर्माण कर्मकार मण्डल के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिक हैं और उन पर आश्रित परिवार सदस्य, ग्रामीण क्षेत्रों के समस्त ऐसे व्यक्ति, जो मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना में भूमिहीन, खेतिहर मजदूर के रूप में पंजीकृत हैं और उन पर आश्रित परिवार के सदस्य, सायकिल रिक्शा-चालक कल्याण योजना और हाथठेला-चालक कल्याण योजना में पंजीकृत व्यक्ति एवं उन पर आश्रित परिवार के सदस्य, सामाजिक सुरक्षा पेंशन के पंजीकृत हितग्राही और उन पर आश्रित परिवार के सदस्य, अनाथ आश्रम, निराश्रित, विकलांग छात्रावासों में निवासरत बच्चे और नि:शुल्क संचालित वृद्धाश्रमों में निवासरत वृद्धजन, घरेलू कामकाजी महिलाएँ, फेरी वाले, वनाधिकार पट्टेधारी, रेलवे में पंजीकृत कुली, मण्डियों में लायसेंसी हम्माल और तुलावटी, बंद पड़ी मिलों में पूर्व नियोजित श्रमिक, बीड़ी श्रमिक कल्याण अधिनियम-1972 के अंतर्गत परिचय-पत्रधारी बीड़ी श्रमिक, समस्त भूमिहीन कोटवार, कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग में पंजीकृत बुनकर और शिल्पी, केश शिल्पी, पंजीकृत बहु-विकलांग एवं मंदबुद्धि व्यक्ति, एचआईव्ही संक्रमित व्यक्ति (स्वेच्छा से लाभ लेना चाहे तो), प्रदेश में निवासरत सभी अनुसूचित-जाति के परिवार, बशर्ते कि वे प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी के अधिकारी-कर्मचारी एवं आयकरदाता नहीं हों, प्रदेश में निवासरत समस्त अनुसूचित-जनजाति के परिवार, बशर्ते कि वे प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी के अधिकारी-कर्मचारी एवं आयकरदाता नहीं हों, राज्य में मत्स्य-पालन करने वाले सहकारी समितियों के पंजीकृत सदस्य और उनके परिवार, प्रदेश के पंजीकृत व्यवसायिक वाहन चालक, परिचालक और विमुक्त एवं अर्द्ध-घुमक्कड़ जाति के परिवार शामिल हैं।
खाद्यान्न वितरण पी.ओ.एस. मशीनों से
सभी पात्र परिवारों को खाद्यान्न का वितरण पीओएस मशीन से किया जा रहा है। वितरण के तीन मॉडल हैं। ऑनलाइन मॉडल में अपनी सुविधा-अपना राशन (असर), नान असर तथा तीसरा ऑफलाइन मॉडल है। ऑनलाइन मॉडल में सभी परिवारों का डाटा और उचित मूल्य दुकान से वितरण किये जाने वाली सामग्री की जानकारी ऑनलाइन अपडेट होती है। इस मॉडल की असर व्यवस्था में जिन पात्र परिवारों के आधार नम्बर डाटा-बेस में उपलब्ध है, वे परिवार नगर की किसी भी उचित मूल्य दुकान से अपनी राशन सामग्री प्राप्त कर सकते हैं। नान असर मॉडल में उचित मूल्य दुकान के पात्र परिवारों की समस्त जानकारी केन्द्रीय सर्वर से डाउनलोड कर पीओएस मशीन में रखी जाती है। पात्र परिवार को अपनी निर्धारित उचित मूल्य दुकान से सत्यापन के बाद राशन वितरण किया जाता है। यह मॉडल ऐसे स्थानों पर है, जहाँ इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध है। ऑफलाइन मॉडल ऐसे स्थानों पर हैं, जहाँ इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध नहीं है, वहाँ पात्र परिवारों का समस्त डाटा और उनकी पात्रता पीओएस मशीन में उपलब्ध करवाया जाता है। सप्ताह में एक बार इंटरनेट कनेक्टिविटी क्षेत्र में ले जाकर उचित मूल्य दुकान विक्रेता द्वारा पीओएस मशीन से सामग्री वितरण की जानकारी केन्द्रीय सर्वर पर अपलोड की जाती है। पात्र परिवारों के डाटा का डिजिटाइजेशन किया गया है। सामग्री प्रदाय की जानकारी एसएमएस से पात्र हितग्राही के मोबाइल पर भेजी जाती है।

डेयरी स्थापना के लिये अब 10 लाख की जगह 50 लाख रू. तक मिलेगा ब्याज रहित ऋण

ग्रामीण मीडिया सेण्टर (राजेंद्र भार्गव)


आवारा पशु नियंत्रण हेतु 5 ग्राम पंचायत के बीच होगी एक गौ-शाला
ईधन के रूप में नहीं हो सकेगा भूसे का उपयोग

गौवंश संरक्षण उपाय समिति की बैठक में हुये अनेक महत्वपूर्ण निर्णय
 


 
विद्यासागर योजना में अब डेयरी स्थापना के लिये 50 लाख रूपये तक का ऋण दिया जा सकेगा। अभी इस योजना में देशी गौवंश से दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये अधिकतम 25 प्रतिशत के शासकीय अनुदान के साथ 10 लाख रूपये तक का ब्याज रहित ऋण दिया जाता है। यह निर्णय आज गौवंश संरक्षण उपाय समिति की बैठक में लिया गया।
बैठक में समिति के सदस्य पशुपालन एवं मत्स्योद्योग मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य, गृह एवं परिवहन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, स्टेट माइनिंग कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष श्री शिव चौबे, उपाध्यक्ष गौसंवर्धन बोर्ड महामण्डलेश्वर अखिलेश्वरानंद, अपर मुख्य सचिव वन एवं आर्थिक सांख्यिकी श्री दीपक खाण्डेकर, संचालक एवं प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड डॉ. आर.के. रोकड़े, प्रबंध संचालक स्टेट कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन श्रीमती अरूणा गुप्ता और प्रबंध संचालक राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगआचार्य म डॉ. एच.बी.एस. भदौरिया ने भाग लिया।
बैठक में गौ संरक्षण से संबधित अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये जिनमें ईधन के रूप में भूसे के उपयोग पर प्रतिबंध, आवारा पशु संरक्षण के लिये 5 ग्राम पंचायतों के मध्य एक गौशाला खोलना, चारा उत्पादन बढ़ाने के लिये किसानों को चारा किट प्रदाय, सूखा चारा के लिये फोडर ब्लॉक बनाना, कृषि उद्यानिकी तथा पशुपालन विभाग के प्रक्षेत्रों में चारा बैंकों का निर्माण, हार्वेस्टर के साथ स्ट्रा रीपर की अनिवार्यता, मनरेगा के माध्यम से चारागाह निर्माण आदि शामिल हैं। बैठक में गौवंश संरक्षण से संबंधित नियमों का कडाई से पालन सुनिश्चित करना, गोबर गैस, गौमूत्र से कीटनाशक और जैविक खाद बनाकर गौशाला को आत्मनिर्भर बनाना, पशुधन बीमा का गौपालकों को लाभ सुनिश्चित करना, नियमितत रूप से विकासखंड जिला एवं राज्य स्तर पर सर्वाधिक दूध देने वाली देशी गाय गोपाल पुरस्कार देना आदि पर चर्चा की गई।
बैठक में बताया गया कि गाय के दूध वितरण के लिये अलग के व्यवस्था की जा रही है जो इंदौर एवं भोपाल में आरंभ हो चुकी है। बैठक में बड़े शहरों की खूली जगह पर गौ ग्रास दान केन्द्र और गौ होस्टल बनाने पर भी चर्चा की गई। दान केन्द्र पर आम नागरिक गाय को चारा आदि खिला सकेंगे। वहीं गौ होस्टल में लोग गाय खरीद कर पालने के लिये दे सकेंगे। बैठक में निर्णय लिया गया कि किसानों को गोबर की जैविक खाद उपयोग करने के लिये प्रेरित किया जायेगा। गोबर की खाद जहाँ खेत को तीन साल तक उपजाऊ बनाये रखती है वहीं रसायनिक खाद का उपयोग भूमि की उर्वरा शक्ति को लगातार कम करता जाता है। जैविक खाद के उपयोग से उत्पन्न फसल पौष्टिकता से भरपूर होने के साथ कीमत भी अच्छी मिलती है।
बैठक में गौवंश संरक्षण के लिये लागू गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम और जीव जन्तुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम पर भी चर्चा की गई।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी लागू होगी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन व्यवस्था

ग्रामीण मीडिया सेण्टर

"गंदगी-मुक्त म.प्र.'' समिति की बैठक में निर्णय 




ग्रामीणों के जीवन-स्तर एवं स्वास्थ्य में गुणात्मक सुधार तथा गंदगी-मुक्त मध्यप्रदेश की अवधारणा को क्रियान्वित करने के उद्देश्य से अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन व्यवस्था लागू की जाएगी। यह निर्णय 'गंदगी-मुक्त मध्यप्रदेश'' समिति की आज सम्पन्न बैठक में लिया गया। बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह उपस्थित थीं।
बैठक में जानकारी दी गई कि ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए प्रदेश के 51 हजार 714 गाँवों को लगभग 2500 समूहों में बाँट कर क्लस्टर आधारित योजना का संचालन किया जाएगा। स्थानीय युवाओं को स्वच्छता सेवी के रूप में मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना के तहत वाहन खरीदने के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी। लाभार्थी स्वच्छता सेवियों के साथ कचरा संग्रहण, परिवहन, पृथक्कीकरण और प्र-संस्करण का तीन वर्ष के लिए अनुबंध किया जाएगा। शासन द्वारा इन सेवियों को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।
ग्रामीण ठोस अपशिष्ट प्रबंधन व्यवस्था के तहत क्लस्टर स्तर पर ही कचरे का संग्रहण, परिवहन, पृथक्कीकरण और प्र-संस्करण की व्यवस्था होगी तथा शासन द्वारा क्लस्टर स्तर पर पृथक्कीकरण एवं प्र-संस्करण केन्द्र का निर्माण किया जाएगा। साथ ही शासन द्वारा जनपद स्तर पर प्लास्टिक प्र-संस्करण केन्द्र की भी स्थापना की जाएगी। प्लास्टिक कचरे के प्र-संस्करण एवं विपणन के लिए महिला स्व-सहायता समूह को प्रशिक्षित किया जाएगा।

कचरे का संग्रहण एवं परिवहन

स्वच्छता सेवी द्वारा आबंटित क्लस्टर के गाँवों में निर्धारित समय एवं स्थान पर कचरे का संग्रहण किया जाएगा। संग्रहीत कचरे को स्वच्छता वाहन के माध्यम से पृथक्कीकरण एवं प्र-संस्करण केन्द्र पर लाया जाएगा, जिसमें कचरे का वजन कर रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। क्लस्टर के प्रत्येक परिवार से 5-10 रुपये एवं दुकानों और संस्थानों से 20-25 रुपये प्रति माह सेवा शुल्क लिया जाएगा। विवाह और अन्य सामाजिक/पारिवारिक आयोजनों में एकमुश्त 100 रुपये सेवा शुल्क आयोजको से लिया जाएगा।

कचरा प्र-संस्करण और निष्पादन

ग्रामीण क्षेत्रों के स्वच्छता सेवी क्लस्टर स्तर पर ही जैविक कचरे का विभिन्न प्र-संस्करण तकनीक के माध्यम से उपचार कर जैविक खाद का उत्पादन करेंगे, जो स्थानीय किसानों को 10 रुपये प्रति किलो की दर से 5 किलो की थैलियों में उपलब्ध होगा। जनपद पंचायत द्वारा निविदा प्रक्रिया के माध्यम से पुनर्चक्रण योग्य वस्तुओं के क्रय मूल्य तथा क्रयकर्ता का निर्धारण किया जाएगा। कचरे के निष्पादन में अजैविक तथा पुनर्चक्रण योग्य कचरे को अलग किया जाएगा। जैविक खाद तथा पुनर्चक्रण योग्य कचरे के विक्रय से हुई आय स्वच्छता सेवी को लाभांश के रूप में प्राप्त होगी। अजैविक तथा पुनर्चक्रण हेतु अयोग्य कचरे का निष्पादन विशेष रूप से खोदे गए गड्ढे में वैज्ञानिक तरीके से किया जाएगा। प्लास्टिक के कचरे को प्लास्टिक प्र-संस्करण केन्द्र पर विभिन्न तकनीक से उपचारित कर निष्पादित किया जाएगा। इसके विक्रय से हुई आय स्व-सहाया समूह की महिलाओं को लाभांश के रूप में मिलेगी। पंचायत सचिव तथा जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इसकी नियमित निगरानी करेंगे।
बैठक में अपर प्रमुख सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री आर.एस. जुलानिया, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री मनोज गोविल, प्रमुख सचिव जल-संसाधन श्री पंकज अग्रवाल तथा सचिव नगरीय विकास श्री विवेक अग्रवाल उपस्थित थे।

12 अक्टूबर को विशेष भावांतर ग्राम सभाओं का आयोजन होगा

ग्रामीण मीडिया सेण्टर
सप्ताह की सर्वोच्च प्राथमिकता-
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12 अक्टूबर को विशेष भावांतर ग्राम सभाओं का आयोजन 
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शत्-प्रतिशत् किसानों का किया जाएगा पंजीयन
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आगामी 12 अक्टूबर को प्रात: 10.30 बजे से जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में विशेष भावांतर ग्राम सभाएं आयोजित की जाएगीं। जिनमें मैदानी अमले द्वारा उपस्थित रहकर शत्-प्रतिशत् किसानों का भावांतर योजना में पंजीयन किया जाएगा। कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने जिले के समस्त पटवारियों, पंचायत सचिवों एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को इन विशेष ग्राम सभाओं में उपस्थित रहकर समस्त किसानों का योजना में पंजीयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। 
सोमवार की शाम जिले के समस्त जिला स्तर के अधिकारियों, अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों एवं जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की ली गई बैठक में कलेक्टर ने कहा कि इन ग्रामसभाओं में किसानों से पंजीयन हेतु भरवाए जाने वाले फार्म संबंधित कर्मचारियों को एक दिन पूर्व उपलब्ध करवा दिए जाएं। ग्राम सभा के दिन यदि शाम तक किसानों का पंजीयन नहीं होता है तो उनसे फार्म पूर्ण करवाकर प्राप्त कर लिए जाएं एवं 15 अक्टूबर के पूर्व किसानों का ऑनलाइन पंजीयन सुनिश्चित किया जाए। फार्म प्राप्त करते समय किसान को आवश्यक रूप से पावती दी जाए। कलेक्टर ने जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ग्राम सभा के पूर्व बैंकर्स एवं समस्त मैदानी कर्मचारियों की बैठकें लेकर ग्राम सभाओं में किए जाने वाले कार्यों की चेक लिस्ट के आधार पर तैयारी सुनिश्चित करें। इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा जाए कि किसी भी परिस्थिति में किसानों के पंजीयन की प्रक्रिया बाधित न हो एवं जिले के समस्त किसानों का भावांतर योजना में पंजीयन सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि ग्रामसभा स्थल पर भावांतर योजना की दरें, समर्थन मूल्य की दरें इत्यादि स्पष्ट रूप से किसानों की जानकारी के लिए प्रदर्शित की जाएं। इसके अलावा ग्रामसभा से संबंधित कर्मचारियों एवं नोडल अधिकारियों को पूर्व में योजना की बारीकियों से प्रशिक्षित कर दिया जाए, ताकि वे योजना से पूरी तरह अवगत रहें। कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि इस पंजीयन कार्य में किसान मित्रों, उन्नतिशील किसानों, दुग्ध समिति सदस्यों, जन अभियान परिषद् सदस्यों एवं एनआरएलएम सदस्यों का भी सहयोग प्राप्त किया जाए।

समग्र आईडी एवं आधार कार्ड होगा जरूरी
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कलेक्टर ने बताया कि पंजीयन के समय किसान के द्वारा स्वयं का आधार कार्ड नंबर, समग्र आईडी क्रमांक, बैंक खाता का क्रमांक तथा मोबाइल नंबर दर्ज कराया जाना अनिवार्य होगा। यह योजना सोयाबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल, मक्का, मूंग, उर्द एवं अरहर की फसल पर लागू होगी। मुख्यमंत्री भावांतर योजना के तहत उक्त फसलों का समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जिसमें सोयाबीन 3050 रूपए, मूंगफली 4450 रूपए, तिल 5300 रूपए, उड़द 5400 रूपए, मूंग 5575 रूपए, अरहर 5450 रूपए एवं मक्का 1425 रूपए प्रति क्विंटल निर्धारित है।

मुख्यमंत्री करेंगे संबोधित
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विशेष ग्राम सभाओं में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रात: 11 बजे से अपने संदेश का प्रसारण किया जाएगा, जिसके प्रसारण की व्यवस्था प्रत्येक ग्रामसभा में होगी।

आठ पुत्रियां ने किया पिता का अंतिम संस्कार

ग्रामीण मीडिया सेण्टर

विवेकानंद वार्ड निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक गुलाबचंद सोनी का रविवार रात निधन हो गया। सोमवार को स्व. सोनी का स्थानीय मोक्षधाम में अंतिम संस्कार हुआ। आंग्ल स्कूल में शिक्षक पद पर सेवा दे चुके गुलाबचंद सोनी (78) का स्वास्थ्य कुछ दिनों से खराब चल रहा था। रविवार रात उन्होंने अंतिम सांस ली। स्व. सोनी का पुत्र नहीं होने से उनकी आठ पुत्रियां ने अंतिम संस्कार किया। उनकी सभी पुत्रियों का विवाह हो चुका है। पुत्री उषा सोनी, संध्या सोनी, सविता सोनी, शालिनी सोनी, श्रद्धा सोनी, सरिता सोनी, गायत्री सोनी और श्वेता सोनी ने मोक्षधाम पहुंचकर अंतिम संस्कार के दौरान किए जाने वाले कर्मकांड को पूरा किया और पिता की चिता को मुखाग्नि दी। स्व. सोनी के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित हुए। 

माँ ताप्ती का आँगन बना धोबी घाट, साबुन सोडा उपयोग अब भी जारी,स्वयं प्रण लेने की जरुरत अब

ग्रामीण मीडिया सेण्टर| राजेंद्र भार्गव 



माँ ताप्ती के लिए ही मुलताई को पवित्र नगरी का दर्जा मिला है | माँ ताप्ती के नाम से ही मुलताई विश्व प्रसिद्द है परन्तु इसके बाद भी ना तो धार्मिक लोग नदी को नुकसान पहुँचाने से पीछे हटते है ना ही प्रशासन रोक लगा पा रहा है | माँ ताप्ती के जल को निरंतर प्रदूषित करने के लिए लोग निरंतर साबुन और कपडे धोने के सोडे  का इस्तमाल कर रहे है | माँ ताप्ती के पानी को प्रदूषित होने से बचने के लिए नगर पालिका द्वारा नाकाम अभियान चलाया जा रहा है जो अभी भी एक बोर्ड में ही सिमित है| माँ ताप्ती को वास्तव में दिखावे की पूजा पाठ की आवश्यकता नहीं है बल्कि माँ ताप्ती की दिल से भक्ति कर इस साबुन सोडे से मुक्त करवाने की आवश्यकता है | जितने भी लोग इस समाचार को पढ़ रहे आपसे निवेदन आप प्रण ले की हम माँ ताप्ती में कुछ नहीं डालेंगे नाही साबुन सोडे का उपयोग करेंगे अब हमे प्रशासन की कोई जरुरत नहीं है इस मामले के लिए हम खुद ही सुधर जायेंगे | उपरोक्त फोटो पुराने जरूर है परन्तु हालत अभी भी यही है | 

योग में 11 और बास्केट बॉल में 4 छात्राओं का चयन राज्य स्तरीय स्पर्धा केलिए हुआ

ग्रामीण मीडिया सेण्टर

नगर की छात्राएं शिक्षा के साथ खेल में भी नाम रोशन कर रही हैं। कन्या स्कूल की 11 छात्राओं का चयन राज्य स्तरीय योग प्रतियोगिता के लिए हुआ है। यह पहला मौका है एक साथ इतनी छात्राओं का चयन योग में राज्य स्तरीय स्पर्धा के लिए हुआ है। इसके अलावा 4 छात्राएं बास्केट बॉल की राज्य स्तरीय स्पर्धा में अपनी प्रतिभा दिखाएंगी। सोमवार को राज्य स्तरीय स्पर्धा के लिए चयनित छात्राओं का प्राचार्य बीआर कोचेकर, केएस उइके, केसी पंवार सहित स्टॉफ ने सम्मान किया। खेल शिक्षिका रश्मि बाथरे ने बताया संभाग स्तरीय योग स्पर्धा के लिए 12 छात्राओं का चयन हुआ था। जिसमें से 11 छात्राओं ने योग में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर राज्य स्तरीय स्पर्धा में अपनी जगह बनाई है। छिंदवाड़ा में 11 से 15 अक्टूबर को होने वाली स्पर्धा में मिनी वर्ग में छात्रा यशश्री दुर्गेश, भारती लक्ष्मण, लीजा हरीश, जूनियर वर्ग में गुंजन बडिये, लीना दिनेश, रूपाली सुरेश, प्रियंका रामकिशोर, सीनियर वर्ग में प्रियंका शानू, नेहा सागर, भुवनेश्वरी बाबूराव, ऐश्वर्या विजय का चयन हुआ है। 

5 दिन से बेटे-बहू ने भोजन नहीं दिया

ग्रामीण मीडिया सेण्टर


5 दिन से बेटे-बहू ने भोजन नहीं दिया। पेंशन की राशि से नाश्ता कर पेट भर रही हूं। आए दिन बेटा और बहू विवाद करते हैं। परेशान होकर आपके पास न्याय मांगने आई हूं। यह बात सोमवार को 70 वर्षीय जौलखेड़ा निवासी दुजिया बाई ने तहसील कार्यालय में एसडीएम राजेश शाह से कही। परेशान दुजिया बाई ने झलकती आंखों से अपना दर्द एसडीएम को बताया। दुजिया बाई ने बताया उसके दो पुत्र हैं। आठ एकड़ जमीन भी है। एक पुत्र बाहर रहता है। वह छोटे पुत्र मंगल के पास रह रही है। पुत्र और बहू ने विवाद कर उसे पांच दिनों से भोजन तक नहीं दिया और घर से निकाल दिया। दुजिया बाई ने बताया पांच एकड़ जमीन पर पुत्र मंगल खेती करता है, लेकिन उसे खाने पीने के लिए कुछ नहीं देता। कुछ दिन पहले बेटे और बहू ने घर से उसका सामान भी बाहर फेंक दिया। दुजिया बाई ने एसडीएम को आवेदन देकर पुत्र और बहू की शिकायत करते हुए न्याय दिलाने की मांग की। एसडीएम ने बुजुर्ग दुजिया बाई की शिकायत सुनने के बाद तत्काल पटवारी को जांच करने के आदेश दिए। इसके साथ पुत्र को तहसील भी बुलाया।

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