मुलताई सिचाई विभाग के डेमो के आरक्षित पानी (डेडवाटर) की हो रही है चोरी
मुलताई सिचाई विभाग के डेमो के आरक्षित पानी डेड वाटर की हो रही है चोरी
घोर जल संकट से निपटने के लिए सरकार को पानी पर लगाना पडेगा पहरा
सामाजिक कार्यकर्त्ता राजेंद्र भार्गव ने सी एम् से की शिकायत
घोर जल संकट से निपटने के लिए सरकार को पानी पर लगाना पडेगा पहरा
सामाजिक कार्यकर्त्ता राजेंद्र भार्गव ने सी एम् से की शिकायत
कम बरसात के कारण कलेक्टर बैतूल ने सम्पूर्ण जिले को जल संकट अभाव क्षेत्र घोषित कर दिया। आम तौर पर बैतूल जिले में १ हजार एम् एम् (४० इंच ) बरसात होती है। जो पिछले साल ७५४ एम् एम् (३० इंच ) हुई। सामान्य से कम होने पर भी क्षेत्र के साथी डेम और जल स्तर ठीक था। गर्मी में नगर मुलताई में सात दिनों के बाद नल आते थे।
इस साल बरसात मात्र ४७६ एम् एम् (१९ इंच ) हुई है। मुलताई विकास खंड के में कुल ३२ डेम है। उन में से ३० डेमो में १० प्रतिशत पानी आया है। सब से बड़ा डेम बंडाला में मात्र २ प्रतिशत पानी है। किसी भी हाल में इन डेमो से सिचाई संभव नहीं है।
इस घोर जल संकट के बाद भी विभागों की लापरवाही और मिली भगत से बिना अनुमति के मोटर पम्प लगाकर पानी की चोरी हो रही है। अगर हालत ये रही तो मात्र १० दिन में ये डेम क्रिकेट के मैदान में बदल जायेगे और ग्राम के बच्चे क्रिकेट खेलेंगे। आगे जानवर पक्षी बून्द बून्द पानी को तरसेंगे। मार काट होगी। इस सिचाई पर रोक लगाए और बिघुत प्रवाह स्थाई रूप से बन करे।