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मंगलवार, 29 अगस्त 2017

कलेक्टर ने लगायी NSUI के कार्यकर्ताओं को फटकार

कलेक्टर ने लगायी NSUI के कार्यकर्ताओं को फटकार



बेतुल। कलेक्टर शशांक मिश्र ने आज NSUI के कार्यकर्ताओं को जमकर फटकार लगाई । जनसुनवाई के दिन कलेक्ट्रेट में आज अपनी मांगों को लेकर शोर शराबा और अनुचित भाषा NSUI के कार्यकर्ता बोल रहे थे । यही नही NSUI के कार्यकर्ता कलेक्टर से जुबान लड़ाने में भी पीछे नही रहे । दरअसल आज 1 बजे कलेक्टर शशांक मिश्र जनसुवाई में लोगो की समस्यों के निराकरण में लगे हुए थे । इस दौरान परिसर में NSUI के लोग जूते मारो सालो को और जिंदाबाद मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए घुसे और इन्ही के बीच से किसी ने कलेक्टर को बाहर निकालो बोल दिया। सारी बाते सुनकर कलेक्टर जनसुनवाई के हाल से बाहर निकले और इन हुड़दंगियों को तमीज सिखाई । कलेक्टर मिश्र बोले यहाँ जनसुनवाई चल रही है आप लोग गाली गलौचनही करोगे। यहां मौजूद मीडियाकर्मियों से बोले आप लोग इनकी सारी बातेरिकॉर्ड करे और मुझे देना, इतना ही नही कलेक्टर ने कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए।कलेक्टर मिश्र बोले आप लोग पढ़े लिखे हो क्या तरीका अपना रहे हो चिल्ला रहे हो गाली गलौच कर रहे हो । यहाँ मै लोगो की समस्या सुन रहा हूँ फालतू नही बैठा हूँ आप लोग मर्यादा में रहे । इसी बीच बात बिगड़ता देख वहां मौजूद जिला कांग्रेस अध्यक्ष समीर खान बीच बचाव करने पहुचे और कलेक्टर से बोले सर् बच्चे है ये लोग माफ कर दे मैं माफी मांगता हूंNSUI की तरफ से । इसी बीच NSUI के कार्यकर्ताओं ने माफी मांगी और कलेक्टर शशांक मिश्र बोले आपका ज्ञापन दे दो मैं देखता हूं क्या हो सकता है तब जाकर मामला शांत हुआ ।।। क्या था मामला ।।दरअसल NSUI के कार्यकर्ता आज जेएच कालेज के प्राचार्य राकेश तिवारी को तत्काल हटाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुचे थे ।उन्होंने अपनेज्ञापन के माध्यम से प्राचार्य पर आरोप लगाया है कि भाजपा और उसके सहयोगी संगठनो के कार्यक्रम कालेज परिसर में हो रहे है जो गलत है।कार्यकर्ताओ ने जेएच कालेज के प्राचार्य पर भाजपा के एजेंट के रूपमें कार्य करने का अरोप भी लगाया,और उन्हें तत्काल हटाने की मांग की ।।। इनका कहना ।।इसी बीच कलेक्टर ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हर किसी को विरोध करने का हक है लेकिन कलेक्टर परिसर में हर किसी को मर्यादा का पालन करना चाहिए । जो भी समस्या है उसका निपटारा किया जाएगा लेकिन अनुचित भाषा का परिसर में बोलना गलत है । मै तो बैठा ही हु लोगो की समस्या सुनने के लिए लेकिन कुछ भी बोला जाएगा तो सहन नही किया जाएगा ।शशांक मिश्रकलेक्टर बैतूल

दूसरे दिन भी जारी रही हड़ताल, शिक्षकों ने खायी सुखी रोटी और लाल मिर्च

दूसरे दिन भी जारी रही हड़ताल, शिक्षकों ने खायी सुखी रोटी और लाल मिर्च


संविदा  प्रेरक शिक्षक संघ की हड़ताल का आज दूसरा दिन जिसमें प्रेरकों के द्वारा सूखी रोटी और लाल मिर्च खाकर सरकार को बताने की कोशिश की 2000 रुपए में हम ऐसा ही भोजन करते है। 

बारिश होने से किसानों के चेहरे पर आयी रंगत, फसलें भी खिल उठी

बारिश होने से किसानों के चेहरे पर आयी रंगत, फसलें भी खिल उठी



किसानों के चेहरों पर आयी रंगत
मुलताई सहित आसपास के इलाकों में बारिश का कुछ घंटों का बरसाना किसानों के चेहरे पर रंगत ले आया । कुछ दिनों पहले तक किसानों को लग रहा था कि इस साल वो खेतों से फसल नहीं ले पाएंगे क्योंकि बारिश के आसार ही नहीं थे परंतु पिछले दिनों की थोड़ी बारिश ने किसानों के चेहरे पर रंगत ला दी है किसानों को उम्मीद है कि और बारिश होगी और वो हर साल की तरह इस बार भी अपने खेतों से कुछ लाभ तो काम ही लेंगे।

बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र ,सहायक बैंक मैनेजर नीलेश छानोत्रे गिरफ्तार

बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र ,असिस्टेंट मैनेजर नीलेश छानोत्रे गिरफ्तार






महाराष्ट्र बैंक के सवा करोड़ गबन मामले में रोज़ कुछ न कुछ नए खुलासे होते है आज दिनाक 29 की बात की जाये तो पुलिस ने हरदा जिले के टिमरनी  के बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र शाखा में वर्तमान में पदस्त अस्सिटेंट मैनेजर नीलेश छानोत्रे को गिरफ्तार करके JMFC कोर्ट में पेश किया है। सुचना के दौरान मुलताई T.I सुनील लाता ने बताया कि नीलेश की id और Password का उपयोग करके अभिषेख रत्नम ने 12 KCC खाते खोले थे और उस समय नीलेश भी जौलखेड़ा ब्रांच में ही असिस्टेन्ट मैनेजर की पोस्ट पर पदस्त था। वर्तमान में अभिषेख रत्नम को भी कोर्ट में पेश किया गया था । पुलिस विभाग की माने तो अभी और भी लोग इसमें सामने आसकते है और कई बड़े खुलासे भी होसकते है।

‘बलात्कारी बाबा’ राम-रहीम एक्ट्रेस आलिया भट्ट के लिये बने मुसीबत

‘बलात्कारी बाबा’ राम-रहीम एक्ट्रेस आलिया भट्ट के लिये बने मुसीबत


मुंबई।बलात्कार के आरोप में 10 साल की सजा मिलने के बादगुरमीत राम रहीमने बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हैरान होने की जरूरत नहीं है। दरअसल,आलिया भट्टअपनी अपकमिंग फिल्म ‘राजी’ की शूटिंग कर रही थीं। गुरमीत राम रहीम मामले में भड़की हिंसा का अंजाम फिल्म की डायरेक्टर मेघना गुलजार को भुगतना पड़ा और फिल्म की शूटिंग रोकनी पड़ी।खबरों की मानें तो फिल्म की डायरेक्टर मेघना पटियाला में अपनी फिल्म की शूटिंग कर रही थीं।

हिंसा के दौरान शूटिंग को रोकना पड़ा। फिल्म की एक्ट्रेस समेत टीम के सभी मेंबर्स को पूरी रात एक होटल में ही गुजारनीपड़ी। हिंसा के चलते क्षेत्र में मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं भी ठप हो गई थीं। इतना ही नहीं इस हिंसा की वजह से फिल्म की पूरी कास्ट को वीकेंड पर होटल के अंदर ही रहना पड़ा।आलिया भट्ट के साथ फिल्म के निर्देशक मेघना गुलजार और विक्की कौशल भी वहीं फंसे हुए हैं।



बता दें, ‘फिलहाल’ और ‘तलवार’ जैसी फिल्में बना चुकीं मेघना मशहूर लेखक गुलजारऔर अनुभवी अभिनेत्री राखी की बेटी हैं। उनकी आलिया और विक्की कौशल स्टारर ‘राजी’ की कहानी हरिंदर सिक्का के उपन्यास ‘कॉलिंग सहमत’ पर आधारित है। यह कश्मीरी लड़की की एक पाकिस्तानी सेना अधिकारी से शादी करने की कहानी है। ‘राजी’ अगले साल 21 मई को रिली

वापस लौट आएं 1000 के नोट, जानिए कहां


वापस लौट आएं 1000 के नोट, जानिए कहां

हिन्द न्यूज़ डेस्क|   वापस लौट आए 1000 का नोट… आपको शायद यही लग रहा होगा लेकिन  अगर सच्चाई से अवगत कराएं तो सच  ये है कि 99 % 1000 के पुराने नोट सरकारी खजाने में वापस आ चुके हैं. बता दे कि  नोटबंदी के बाद सरकारी खजाने में 1000 और 500 रुपए के कितने नोट वापस आए ये सुप्रीम कोर्ट से लेकर आम आदमी तक जानना चाहता था. आठ महीने तक नोटवापसी पर सस्पेंस बने रहने के बाद आरबीआई की  वेबसाइट पर वापस आए नोटों का आंकड़ा चौंकाता है. भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी वेबसाइट पर आंकड़ा देते हुए बताया है कि 1000 के 99 फीसदी नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आ गए हैं.


जानकारी के मुताबक मार्च 2017 तक 1000 रुपए के 8,925 करोड़ नोट सर्कुलेशन मे थे, अगर आंकड़ों पर सटीक निगाह डाली जाए तो 98.7 फीसदी नोट आर.बी.आई. में लौट आए हैं.
वित्त मंत्री संतोष गंगवार ने फरवरी में दिए अपने बयान में बताया था कि 8 नवम्बर तक 1000 रुपए का करीब 6.86 करोड़ नोट सर्कुलेशन में था। मार्च 2017 तक महज 1.3 फीसदी ही सर्कुलेशन में रह गया यानी 98.7 फीसदी नोट ने घर वापसी (आरबीआई) कर ली है.
अब बात अगर 500 रुपए की करें तो ऐसा माना जा रहा है कि वो  नोट भी शत प्रतिशत वापस आ गए होंगे. जे.एन.यू. के प्रोफेसर सुरजीत मजूमदार नोटों की घर वापसी के बारे में कहते हैं कि इसका मतलब है कालाधन न के बराबर खत्म हुआ है.
नोटबंदी के दौरान 15.4 लाख करोड़ की करेंसी चलन से बाहर हो गई थी. इसमें 44 फीसदी 1000 के ही नोट थे और 56 फीसदी 500 के थे. सरकार ने नोट वापसी के सवाल पर जून में कहा था कि आर.बी.आई. वापस आए नोटों की गिनती कर रहा  है और उसमें समय लग सकता है.

PAN-Aadhar लिंक के लिए बचे हैं सिर्फ 3 दिन, नहीं करने से होंगे ये नुकसान


PAN-Aadhar लिंक के लिए बचे हैं सिर्फ 3 दिन, नहीं करने से होंगे ये नुकसान

अब पैन को आधार से लिंक करने के लिए सिर्फ तीन दिन बचे हैं. अगर आपने अभी तक पैन को आधार से लिंक नहीं किया है तो अभी भी आपके पास मौका है. बता दें कि पैन को आधार से लिंक करने की डेडलाइन सरकार अब शायद नहीं बढ़ाने जा रही है. सरकार की तरफ से 31 अगस्त की डेडलाइन दी गई है. हम आपको लिंक नहीं करने के नुकसान के साथ ही पैन और आधार कार्ड को जोड़ने के फायदे भी बता रहेे हैं-

नुकसान

अगर आपने 31 अगस्त तक आधार कार्ड को पैन कार्ड से लिंक नहीं कराया तो आपका पैन कार्ड कैंसिल हो सकता है. इस सूरत में आपको पैन कार्ड दोबारा से बनवाना पड़ेगा. वहीं अगर आप इसी पैन नंबर से अपना आईटीआर दाखिल करते हैं तो वह भी अमान्य हो जाएगा.
अगर आपने अपने पैन कार्ड को आधार से लिंक नहीं कराया है तो आपकी सैलरी भी रुक सकती है. दरअसल ऐसा आपके पैन कार्ड के कैंसिल होने की वजह से हो सकता है. यानी पैन कार्ड कैंसिल होने की सूरत में आपकी सैलरी आपके खाते में प्रोसेस ही नहीं होगी, क्योंकि कंपनियां टैक्सेबल लिमिट से अधिक सैलरी पर टीडीएस काटती हैं और पैन न होने (कैंसिल) होने की सूरत में वो ऐसा नहीं कर पाएंगी, जिससे आपकी सैलरी पर संकट खड़ा हो सकता है. इसलिए बेहतर होगा कि अगर आपके पास पैन नंबर और आधार नंबर दोनों हैं तो उन्हें आपस में लिंक करा लें.
पैन और आधार लिंक कराने से नुकसान से बचने के अलावा आपको और कई तरह के लाभ हो सकते हैं- 

अगर आपका पैन आधार से लिंक हैं तो आपका बैंक अकाउंट आसानी से खुल जाएगा.
ITR भरने में आपको आसानी होगी.
किसी म्यूचुअल फंड्स की यूनिट्स खरीदने के लिए या डीमेट अकाउंट खुलवाने के लिए PAN और आधार को लिंक करना जरूरी है.
क्रेडिट या डेबिट कार्ड इश्यू कराने में आसानी होगी.

ध्यानचंद बर्थडे स्पेशल

आज देश हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के मौके पर राष्ट्रीय खेल दिवस मना रहा है. क्या आपको लगता है कि ध्यानचंद को काफी पहले भारत रत्न मिल जाना चाहिए था? कॉमेंट करें.




BIRTHDAY SPECIAL: हॉकी से मिली पहचान, कहलाए ‘मेजर ध्यानचंद’

आज का दिन खेल जगत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है जिन्हें आप सभी हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद का जन्म आज के ही दिन 29 अगस्त 1905 के दिन हुआ था. मेजर साहब इलाहाबाद के रहने वाले है ध्यानचंद को हॉकी खेलने के लिए प्रेरित करने का श्रेय रेजीमेंट के एक सूबेदार मेजर तिवारी को है. मेजर तिवारी स्वंय भी प्रेमी और खिलाड़ी थे. उनकी देख-रेख में ध्यानचंद हॉकी खेलने लगे देखते ही देखते वह दुनिया के एक महान खिलाड़ी बन गए.
सन्‌ 1927 ई. में लांस नायक बना दिए गए। सन्‌ 1932 ई. में लॉस ऐंजल्स जाने पर नायक नियुक्त हुए. सन्‌ 1937 ई. में जब भारतीय हाकी दल के कप्तान थे तो उन्हें सूबेदार बना दिया गया. जब द्वितीय महायुद्ध प्रारंभ हुआ तो सन्‌ 1943 ई. में ‘लेफ्टिनेंट’ नियुक्त हुए और भारत के स्वतंत्र होने पर सन्‌ 1948 ई. में कप्तान बना दिए गए. केवल हॉकी के खेल के कारण ही सेना में उनकी पदोन्नति होती गई. 1938 में उन्हें ‘वायसराय का कमीशन’ मिला और वे सूबेदार बन गए. उसके बाद एक के बाद एक दूसरे सूबेदार, लेफ्टीनेंट और कैप्टन बनते चले गए. बाद में उन्हें मेजर बना दिया गया.
इसी दिन हर साल खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न के अलावा अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार दिए जाते हैं. जानें हॉकी के जादूगर के कुछ अनकहे किस्से. मेजर ध्यानचंद के बारे में कहा जाता है कि वह रात को प्रैक्टिस किया करते थे. उनके प्रैक्टिस का समय चांद निकलने के साथ शुरू होता था. इस कारण उनके साथी उन्हें चांद कहने लगे. दुनिया जिसे हॉकी के जादूगर के नाम से जानती है वह अपने स्थानीय लोगों के लिए ‘दद्दा’ हैं. मेजर ध्यानचंद के निधन के बाद उनका अतिम संस्कार झांसी के उसी ग्राउंड में किया गया जहां वो हॉकी खेलते थे. बुंदलेखंड के रहने वाले ध्यानचंद को स्थानीय लोग आज भी ‘दद्दा’ कहकर आत्मीय अंदाज में याद करते हैं.
देश के सबसे महान हॉकी खिलाड़ियों में से एक मेजर ध्यानचंद ने अतंरराष्ट्रीय हॉकी में 400 गोल दागे.22 साल के हॉकी करियर में उन्होंने अपने खेल से पूरी दुनिया को चमत्कृत किया. कहते हैं कि हॉकी स्टिक में चुंबक लगे होने के शक पर एक बार उनकी स्टिक भी तोड़कर देखी गई थी

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