ग्रामीण मीडिया सेण्टर। मुलताई
13 डेमों से नहीं मिलेगा सिंचाई के लिए पानी
12 से एक, 5 से दो बार, 2 से तीन बार मिलेगा
क्षेत्र में अल्प बारिश से डेमों में पानी का संग्रहण नहीं हो पाया है। जिन डेमों में पानी का संग्रहण 50 प्रतिशत हुआ है उन डेमों में सिंचाई के लिए एक बार पानी छोड़ा जाएगा। ऐसे में रबी फसल की सिंचाई के लिए किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। क्षेत्र के 32 डेमों में से 13 डेमों में नाममात्र का पानी है। जिससे सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाना संभव नहीं है। कपासिया, जंबाड़ी, डहुआ, चौथिया, खड़आमला, मायकासर्रा, पिपरिया, पिसाटा, पोहर, साईखेड़ा, सोंडिया, सूखाखेड़ी और एनस डेम में पानी नहीं होने से सिंचाई के लिए पानी नहीं दिया जाएगा। जल संसाधन उपसंभाग कके एसडीओ सीएल मरकाम ने बताया डेमों में पानी की स्थिति को देखते हुए किस डेम से सिंचाई के लिए पानी देना है और किससे नहीं यहनिर्णय लिया है।
इन डेमों से 2 और 3 बार
मिलेगा पानी
बघोली, रिधोरा, सेंद्रया, सिपावा, वर्धा
डेम से किसानों को सिंचाई के लिए दो
बार पानी दिया जाएगा। इसके अलावा
उमनपेठ, उभारिया डेम से ही किसानों
को तीन बार पानी मिलेगा। डेम में पानी
की स्थिति को देखते हुए कुछ गांवों
के किसानों ने सिंचाई के लिए नहर से
पानी नहीं छोड़ने की भी मांग की है|
इन डेमों से मिलेगा एक बार
चिखली, डोब, दुनावा, हिवरा, झिरीखापा,
करपा, खैरवानी, खल्ला, माथनी,
परसठानी, बाडेगांव और साबड़ी डेम
से सिंचाई के लिए एक बार पानी छोड़ा
जाएगा। एक बार पानी छोड़ने के बाद डेम
में नाममात्र का पानी रह जाएगा। जिससे
दोबारा पानी नहीं दिया जाएगा।