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गुरुवार, 18 जनवरी 2018

अदालत में हुई मुर्गों की पेशी

ग्रामीण मीडिया सेण्टर| www.graminmedia.com



बैतूल के आठनेर में दो आरोपियों के साथ हवालात में बंद किये गए दो मुर्गो के मामले में आज देर शाम अदालत ने पकड़े गए दोनों आरोपियों को पांच पांच सौ रुपये के जुर्माने के बाद रिहा कर दिया है। पकड़े गए आरोपियों को वो दोनों मुर्गे भी सुपुर्द कर दिए गए है।जो पुलिस ने तीन दिन पहले मुर्गा लड़ाई के दौरान 9 मोटरसाइकिलों के साथ जप्त किया था। ये मुर्गे आठनेर पुलिस की हवालात में पुलिस के मेहमान बने हुए थे। आज पुलिस ने इन मुर्गो को आरोपी बापुराम और लक्ष्मण के साथ अदालत ले गयी। भैसदेही के जेएमएफसी अदालत के न्यायाधीश तथागत याग्निक के सामने आरोपी पेश किए गए। इन आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने जुआ एक्ट के मामला दर्ज किया था। जिस पर अदालत ने आरोपियों के जुर्म कुबूल करने के बाद उन पर 5 – 5 सौ रुपये का जुर्माना लगाते हुए रिहा कर दिया है। पुलिस को निर्देश दिए गए है कि वे जप्त मुर्गे भी आरोपियों के सुपुर्द कर दे।आपको बता दे कि  यह मामला बैतूल के  आठनेर थाना इलाके का है।जहाँ पुलिस ने खैरी गांव में मुर्गा लड़ाई पर दांव लगाने वाले एक अड्डे पर छापा मारा तो दांव लगाने और मुर्गा लड़ाई के आयोजक फरार हो गए।पुलिस के हत्थे दो शख्स,दो मुर्गे और 9 बाइक लग गयी। पुलिस ने सारा सामान मय मुर्गो के जप्त कर थाने में रख लिया। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई भी कर दी गयी। पुलिस ने बाइक मालिको का पता ठिकाना तो खोज लिया लेकिन मुर्गो के मालिक ढूंढने से नही मिल रहे थेै। पुलिस मुर्गो को बाइक और आरोपी के साथ आज न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर रही थीै। इसके पहले मुर्गो को थाने में न केवल आवभगत की जा रही थी बल्कि उनके दाने पानी का इंतेजाम भी पुलिस को करना पड़ रहा था।
आठनेर के ग्रामीण इलाकों में मुर्गा लड़ाई पर दांव लगाने का यह खेल बरसो से जारी है। जिसमे लड़ने वाले दो मुर्गो पर बड़ी रकम हार जीत पर लगाई जाती है। जितने वाले 
मुर्गे पर सौ रुपये के दांव पर आठ आठ सौ और हजार रुपये तक एक शख्स को मिल जाते है। तो हारने वाले की रकम मुर्गा लड़ाने वाले की हो जाती है। इस लड़ाई में सैकड़ो लोग शामिल होते है और लुटते है। मुर्गे पालने वाले भी बचपन से मुर्गो को लड़ाई के लिए ट्रेंड करते है।उन्हें खास प्रशिक्षण और खुराक दी जाती है।

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