ग्रामीण मीडिया सेण्टर|
लगन हो तो लक्ष्य हासिल करने के रास्ते में आने वाली मुश्किलें भी आसान हो जाती है। विषय कोई भी पढ़ाई कुछ भी की हो लेकिन मन में ठान लो तो कुछ भी करना आसान नहीं।
आरटीओ व्हीकल इन्फो एप- इस एप से गाड़ियों के नंबर डालकर सीधे पहचान की जा सकती है।
आरआरबी ग्रुप डी एग्जाम 2018- रेलवे परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग की तरह यह एप तैयार किया गया है।
ऑल इंडिया रिजल्ट एप- देश भर की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के रिजल्ट एक जगह पर उपलब्ध हैं।
वाट्सएप एटीट्यूड स्टेटस एप- स्टेटस डालने के लिए लोकप्रिय और पसंद किए जाने वाले स्टेटस इस एप पर हैं।
लव कैलकुलेटर - मनोरंजन के लिए युवाओं को यह एप खासा पसंद आ रहा है।
लगन हो तो लक्ष्य हासिल करने के रास्ते में आने वाली मुश्किलें भी आसान हो जाती है। विषय कोई भी पढ़ाई कुछ भी की हो लेकिन मन में ठान लो तो कुछ भी करना आसान नहीं।
बैतूल के बीए हिस्ट्री के स्टूडेंट मानव तिवारी और बीसीए के स्टूडेंट आशीष धोटे ने इन दिनों गूगल प्ले स्टोर पर अपनी अलग पहचान बनाई है। डिजिटल से प्रेरित मानव और आशीष अब एप और वेबसाइट डवलपर बन गए हैं। इंजीनियरिंग और वेब डिजाइनिंग की मंहगी पढ़ाई किए बिना ही 6 उपयोगी मोबाइल एप और वेबसाइट बना ली हैं। दोस्तों के पास अपना काम शुरू करने इतने रुपए भी नहीं थे कि नया कंप्यूटर ला सकें। जुगाड़ से असेंबल किए कंप्यूटर पर फरवरी से अब तक 6 एप डिजाइन किए गए हैं। तीन माह के कम समय में तीन सौ से ज्यादा यूजर इस एप को डाउनलोड कर चुके हैं।
मानव और आशीष ने जुगाड़ से बनाए 6 मोबाइल एप
अमेजन-फ्लिपकार्ट से किया टाईअप, यू ट्यूब से सीखकर बनाया कंप्यूटर
यू ट्यूब से ट्रेनिंग कर जुगाड़ के कंप्यूटर पर बने एप
मानव और आशीष ने एप बनाने का प्रशिक्षण यू ट्यूब पर लिया। दोनों के पास नया कंप्यूटर लेने रुपए नहीं थे। मानव ने बताया नया काम करने मां से रुपए मांगे तो केवल 5 हजार रुपए मिले। फिर आशीष के साथ मिलकर सेकंड हैंड सीपीयू लिया। एक दोस्त से कंप्यूटर का पुराना मॉनीटर लिया, एक अन्य दोस्त से की -बोर्ड लिया। दो सप्ताह में कंप्यूटर असेंबल करने के बाद फरवरी 2018 में एप डिजाइन करना शुरू किया।
शॉपिंग एप से टाईअप
मानव और आशीष ने अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी के साथ टाईअप भी किया है। वें विभिन्न कंपनियों से ऑफलाइन सामग्री खरीदकर इन्हें अमेजन और फ्लिपकार्ट कंपनी के माध्यम से विक्रय कर रहे है।
एमआई ब्राउज़र लाइट एप- केवल 5 एमबी के इस सर्च इंजन में होम पेज पर प्रमुख साइट की टेग होने से यह उपयोग में आसान है।
www.graminmedia.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें