ग्रामीण मीडिया संवाददाता । बैतूल जिला
समाचार कलेक्टर डेस्क से
उर्वरक अमानक घोषित
उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री केपी भगत से प्राप्त जानकारी के अनुसार खरीफ वर्ष 2020 में उर्वरक नियंत्रण के तहत जिले के उर्वरक विक्रेताओं/सहकारी समितियों से उर्वरकों के लिए गए नमूने परीक्षण प्रयोगशाला सागर में अमानक स्तर के पाए जाने पर उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 की धारा-19 (ए) के तहत प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित चिल्कापुर से लिए गए बालाजी फास्फेट लिमिटेड देवास के उर्वरक सिंगल सुपर फास्फेट का बैच नंबर जे-16-2020 को अमानक घोषित किया गया है। उक्त उर्वरक का विक्रय केन्द्रों में उपलब्ध स्कंध की शेष मात्रा का क्रय-विक्रय जिले में तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
कोरोना योद्धा-
कनौजिया निवासी 34 वर्षीय युवक कोरोना को मात देकर घर पहुंचा
जिले के विकासखण्ड आमला के ग्राम कनौजिया निवासी 34 वर्षीय युवक 08 जून 2020 को मुम्बई से अपने गृह ग्राम पहुंचा। उसी दिन उसे स्वास्थ्य विभाग के दल द्वारा होम क्वारेंटाइन कराया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 09 जून 2020 को उसका सेम्पल लिया गया, जिसकी रिपोर्ट 12 जून को पॉजिटिव आई। इसके बाद उक्त व्यक्ति को कोविड केयर सेंटर सीनियर बालक छात्रावास आमला में आइसोलेशन कर नियमित देखभाल एवं उपचार दिया गया। द्वितीय सेम्पल 19 जून 2020 को लिया गया, जिसकी रिपोर्ट 22 जून को निगेटिव आई। शासन द्वारा दिए गए निर्देशानुसार 22 जून को युवक को गृह ग्राम कनौजिया के लिए शुभकामनाओं सहित विदा किया गया। चिकित्सकों द्वारा युवक को आगामी 7 दिवस हेतु होम क्वारेंटाइन की सलाह दी गई।
स्वस्थ होकर घर लौट रहे युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आमला के खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक नरवरे, स्टाफ नर्स श्रीमती सपना हारोड़े एवं मेल स्टाफ नर्स श्री कैलाश नरवरे, बीईई, बीसीएम एवं अन्य चिकित्सक एवं स्टाफ द्वारा हम होंगे कामयाब गीत से संदेश देकर एवं पुष्पहार भेंट कर आगामी स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं दी गई।
सभी नियमों का पालन करेंगे और कराएँगे, कोरोना से बचेंगे और बचाएँगे
फल और सब्जियां खरीदते समय कोरोना से बचाव व सामान्य सावधानियों के प्रमुख बिंदू
स्वास्थ्य विभाग द्वारा फल व सब्जियों खरीदते समय कोरोना से बचाव के संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है।
फल व सब्जियां खरीदते समय रखी जाने वाली सावधानियां
फल-सब्जियाँ रोज खाएँ लेकिन संक्रमण घर न लाएँ। हमारी कालोनी, मुहल्ले, आस- पड़ोस आदि में फल सब्जी और अन्य सामान बेचने कई ठेलेवाले, फेरीवाले और रेहड़ी वाले आते हैं। उनसे खरीदारी करते समय कुछ सावधानियाँ रखकर हम कोरोना संक्रमण को फैलने से रोक सकते हैं।
घर से बाहर मास्क पहन कर निकलें। यथासंभव अल्कोहल युक्त सेनीटाइजर साथ लेकर जाएँ।
सब्जी फल खरीदने के लिए थैला अपने साथ लेकर जाएँ।
यदि फेरीवाला खांसता या छींकता हुआ दिखाई देता है तो उसे वापस जाने के लिए कहें।
सुनिश्चित करें कि रेहड़ीवाले, फेरीवाले दुकानदार ने मास्क लगाया हो और ग्लब्ज दस्ताने पहनें हों।
सब्जियों-फलों को हाथ न लगाएँ। दुकानदार से सब्जियाँ और फल थैले में रखवाएँ।
भुगतान करते समय भी आपस में हाथों का सम्पर्क न होने दें।
यथासंभव डिजिटल भुगतान करें।
पैसे हाथ में देने या लेने के बजाय कागज या लिफाफे का उपयोग करें।
यदि आपका स्पर्श या संपर्क दुकानदार के हाथ, सब्जियों और फलों या रेहड़ी-फेरी की किसी सतह से हो गया हो तो तत्काल सैनीटाइजर से विसंक्रमित करें।
घर आकार थैले को अलग स्थान पर रखें।
घर आने के बाद सबसे पहले अपने हाथों को साबुन तथा पानी से रगड़ रगड़ कर धोएँ।
उपयोग से पूर्व खरीदे गए फल और सब्जी को गुनगुने पानी मे नमक या बेकिंग पाउडर अथवा पानी में 2 प्रतिशत साबुन या डिटर्जेट से रगड़ते हुये धोएँ।
अन्य खरीदी गई सामग्री को भी सेनेटाइज कर के ही उपयोग करें। थैले को अच्छी तरह से डिटर्जेंट से धोकर धूप में सुखा लें ।
नामांतरण के लिए करें ऑनलाइन आवेदन
नामांतरण के लिए कोई भी व्यक्ति वेबसाइट www.rcms.mp.gov.in पर स्वयं, एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क, लोकसेवा केन्द्र, पटवारी अथवा पंचायत सचिव के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। आवेदक को आवेदन की पावती भी ऑनलाइन मिलेगी। लोगों को अब नामांतरण के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगें। राजस्व विभाग द्वारा राजस्व से संबंधित प्रकरणों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिये रेवेन्यु केस मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया गया है।
नामांतरण के प्रकार
फौती नामांतरण, सभी वारिसों के हक के आधार पर- खातेदार की मृत्यु होने के उपरांत उसके वैध वारिसों का नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज किया जाना। फौती नामांतरण, कुछ वारिसों के हक त्याग के साथ-साथ - खातेदार की मृत्यु होने के उपरांत जिन वारिसों ने अपना हक त्याग कर दिया है उन्हें छोड़ कर शेष वैध वारिसों के नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज किया जाना।फौती नामांतरण, वसीयत के आधार पर - खातेदार द्वारा जीवनकाल में वसीयतनामा करने पर उसकी मृत्यु के बाद उसके आधार पर नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज किया जाना।पंजीकृत विक्रय-पत्र के के आधार पर क्रेता के नाम नामांतरण। पंजीकृत दानपत्र के आधार पर - खातेदार द्वारा अपनी भूमि को अपनी स्वेच्छा से किसी अन्य को बिना प्रतिफल लिए हस्तांतरित करना। पंजीकृत विनिमय पत्र के आधार पर-पंजीकृत विनिमय पत्र के आधार पर भूमि की अदला-बदली।व्यवहार न्यायालय के डिक्री के आधार पर- व्यवहार न्यायालय द्वारा भूमि को खातेदार के स्थान परसय अन्य व्यक्ति के नाम किये जाने का आदेश। नाबालिक से बालिक होने पर-खातेदार के वयस्क (बालिक) हो जाने पर रिकार्ड का अद्यतन। बटाई/बंधक दर्ज करने हेतु- भूमि पर बैंक से ऋण लिए जाने के उपरांत भूमि को बंधक करना। बटाई/बंधक विमुक्त करने हेतु-ऋण वापस जमा करने उपरांत भूमि को विमुक्त किया जाना। किसी अन्य प्रकार से हक अर्जन द्वारा - ऊपर वर्णित प्रकारों से भिन्न प्रकार से हक अर्जन होने पर भी ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
इस प्रक्रिया से संबंधित जानकारी का यूजर मेन्युअल भी तैयार किया गया है। पटवारियों और पंचायत सचिवों को इसका प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
पूरी तरह सुरक्षित है कुक्कुट उत्पादों का सेवन
बैतूल, 23 जून 2020
पशुपालन विभाग ने स्पष्ट किया है कि मुर्गियों से कोरोना फैलने की बात निराधार और तथ्यों से परे है। पशुपालन विभाग ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग से अभिमत प्राप्त किया है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के आधार पर स्पष्ट किया गया है कि कुक्कुट उत्पादों से किसी भी प्रकार से कोरोना फैलने की खबर पूरी तरह भ्रामक और आधारहीन है तथा कुक्कुट उत्पादों का सेवन पूरी तरह से सुरक्षित है।
संचालक पशुपालन डॉ. आर.के. रोकड़े ने बताया कि भारत सरकार के पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय ने भी सभी राज्यों के सचिवों को पत्र के जरिये सूचित किया है कि मुर्गी पालन से मनुष्यों में कोरोना का संक्रमण नहीं होता तथा वर्तमान में इनका सेवन न केवल सुरक्षित है बल्कि यह प्रोटीन से भरपूर सस्ता खाद्य पदार्थ है जो मनुष्यों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
डॉ. रोकड़े ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने अपने पत्र में कुक्कुट उत्पादों का उपयोग नहीं करने तथा मुर्गी पालन फार्म को शीघ्र बंद करने जैसे कोई दिशा-निर्देश या चेतावनी-पत्र जारी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि कतिपय वायरल खबर में उल्लिखित भोपाल, ग्वालियर, देवास, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, बडऩगर, सीहोर, बड़वानी और महू में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुक्कुट के किसी भी प्रकार के नमूने नहीं लिये गये हैं। उन्होंने कहा कि कुक्कुट उत्पादों का उपयोग पूरी तरह से सुरक्षित है तथा इनसे अभी तक किसी भी प्रकार के कोरोना संक्रमण होने का कोई संकेत विश्व में कहीं भी नहीं मिला है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि उपयोगकर्ता अफवाहों से सतर्क रहें। वर्तमान में चिकन तथा अंडों का उपयोग पूर्णत: सुरक्षित है।
जिले के अन्य समाचार
सतर्कता / पहले हो रही थर्मल स्क्रीनिंग, फिर मूल्यांकन केंद्र में मिल रहा शिक्षकों काे प्रवेश
बैतूल/लॉकडाउन के दौरान कक्षा 12वीं के विषयों की परीक्षा 16 जून को समाप्त हाे गई। इसके बाद 22 जून से कॉपियों का मूल्यांकन शुरू हो गया है। शहर के उत्कृष्ट स्कूल में सोशल डिस्टेंस के साथ मूल्यांकन शुरू हो गया है। कॉपियां जांचने वाले शिक्षकों की पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है, उसके बाद एक कमरे में 10 शिक्षकों काे प्रवेश दिया जा रहा है। कमरों में सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है।
परीक्षा प्रभारी एमआर उघड़े ने बताया उत्कृष्ट स्कूल के 12 कमरों में मूल्यांकन चल रहा है। उन्होंने बताया अलग-अलग विषयों की 43 हजार 82 से अधिक काॅपियाें का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके लिए मंडल ने 30 जून तक तिथि निर्धारित की है। उन्होंने बताया जिस तरह परीक्षा में कोरोना को लेकर आवश्यक सावधानी बरती गई थी, उसी तरह कॉपियों के मूल्यांकन में सावधानी बरती जा रही है। उन्होंने बताया मंगलवार को 99 शिक्षकों ने मूल्यांकन किया। एक कमरे में 10 से 12 शिक्षक ही मूल्यांकन कर रहे हैं। मंडल द्वारा जुलाई माह में ही बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट घोषित किए जाएंगे। इसके लिए कॉपियां जांचने के लिए कम समय दिया गया है।
परीक्षा प्रभारी एमआर उघड़े ने बताया उत्कृष्ट स्कूल के 12 कमरों में मूल्यांकन चल रहा है। उन्होंने बताया अलग-अलग विषयों की 43 हजार 82 से अधिक काॅपियाें का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके लिए मंडल ने 30 जून तक तिथि निर्धारित की है। उन्होंने बताया जिस तरह परीक्षा में कोरोना को लेकर आवश्यक सावधानी बरती गई थी, उसी तरह कॉपियों के मूल्यांकन में सावधानी बरती जा रही है। उन्होंने बताया मंगलवार को 99 शिक्षकों ने मूल्यांकन किया। एक कमरे में 10 से 12 शिक्षक ही मूल्यांकन कर रहे हैं। मंडल द्वारा जुलाई माह में ही बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट घोषित किए जाएंगे। इसके लिए कॉपियां जांचने के लिए कम समय दिया गया है।
मांग / घटिया बीज देने वाली कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग
मुलताई/परमंडल सोसायटी के अंतर्गत आने वाले किसानों को सोसायटी से जो सोयाबीन की बीज मिला है उसका अंकुरण नहीं हुआ है। बोवनी करने के बाद भी खेत काले ही रह गए है। किसानों को घटिया बीज देकर धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज होना चाहिए।
बीज उत्पादक कंपनी को ब्लैक लिस्टेड किया जाना चाहिए। यह बात मंगलवार को किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम ने एसडीएम सीएल चनाप से कही। किसान संघर्ष समिति के सदस्यों ने एसडीएम चनाप को मुख्यमंत्री के नाम किसानों की समस्या का ज्ञापन देते हुए अवगत कराया। पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम, जगदीश दोड़के, डखरू खवसे, लक्ष्मण बोरबन, कृष्णा ठाकरे, हरिओम विश्वकर्मा, तीरथसिंह, विनोदसिंह ठाकुर सहित अन्य ने बताया कोरोना काल में घरेलु बिजली के बिल मनमर्जी से दिए जा रहे हैं। घरेलु और कृषि पंप के बिजली बिल माफ किया जाना चाहिए। मक्का की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाना चाहिए।
कांग्रेस सरकार ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। जिससे किसान डिफाल्टर की श्रेणी में आ गए। सभी किसानों का कृषि ऋण माफ किया जाना चाहिए। चना खरीदी के एक महीने बाद भी किसानों को भुगतान नहीं हुआ है। जिले के समस्त गांव और शहरों में कम से कम 50 लोगों का कोविड 19 टेस्ट किया जाना चाहिए। इसके साथ किसानों की अन्य समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाए।
बीज उत्पादक कंपनी को ब्लैक लिस्टेड किया जाना चाहिए। यह बात मंगलवार को किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम ने एसडीएम सीएल चनाप से कही। किसान संघर्ष समिति के सदस्यों ने एसडीएम चनाप को मुख्यमंत्री के नाम किसानों की समस्या का ज्ञापन देते हुए अवगत कराया। पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम, जगदीश दोड़के, डखरू खवसे, लक्ष्मण बोरबन, कृष्णा ठाकरे, हरिओम विश्वकर्मा, तीरथसिंह, विनोदसिंह ठाकुर सहित अन्य ने बताया कोरोना काल में घरेलु बिजली के बिल मनमर्जी से दिए जा रहे हैं। घरेलु और कृषि पंप के बिजली बिल माफ किया जाना चाहिए। मक्का की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाना चाहिए।
कांग्रेस सरकार ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। जिससे किसान डिफाल्टर की श्रेणी में आ गए। सभी किसानों का कृषि ऋण माफ किया जाना चाहिए। चना खरीदी के एक महीने बाद भी किसानों को भुगतान नहीं हुआ है। जिले के समस्त गांव और शहरों में कम से कम 50 लोगों का कोविड 19 टेस्ट किया जाना चाहिए। इसके साथ किसानों की अन्य समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाए।
कोरोना का असर / रथ में सवार हुए भगवान जगन्नाथ, नगर में नहीं निकली रथ यात्रा
मुलताई /कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हुए नगर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा नहीं निकाली। जगदीश मंदिर से ताप्ती मंदिर तक ही रथ लाया गया।
श्रद्धालुओं ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए भगवान के दूर से ही दर्शन किए। ताप्ती सरोवर के तट स्थित जगदीश मंदिर से मंगलवार को शाम 5 बजे भगवान जगदीश, बलदाऊ और सुभद्रा जी को पं. संतोष शर्मा और अशोक शर्मा ने रथ में सवार कराया। मंदिर के सामने रथ में सवार भगवान जगदीश, बलदाऊ और सुभद्रा जी का पूजन और आरती की गई। इसके बाद रथ को ताप्ती मंदिर तक ले जाया गया। इस दौरान भी लोगों को रथ के पास नहीं आने दिया। ताप्ती मंदिर के सामने से रथ को वापस जगदीश मंदिर लाया गया। रथ के वापस मंदिर आते ही विधि विधान से भगवान को मंदिर में विराजित किया। हर साल नगर में भगवान जगन्नाथ की बाजे गाजे के साथ रथ यात्रा निकाली जाती है। इस साल रथ यात्रा नहीं निकाली गई। श्रद्धालुओं ने भी शासन के निर्देशों का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए रथ में सवार भगवान के दूर से ही दर्शन किए। रथ तक लोग नहीं पहुंचे इसके लिए रस्सी बांध दी गई थी।
श्रद्धालुओं ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए भगवान के दूर से ही दर्शन किए। ताप्ती सरोवर के तट स्थित जगदीश मंदिर से मंगलवार को शाम 5 बजे भगवान जगदीश, बलदाऊ और सुभद्रा जी को पं. संतोष शर्मा और अशोक शर्मा ने रथ में सवार कराया। मंदिर के सामने रथ में सवार भगवान जगदीश, बलदाऊ और सुभद्रा जी का पूजन और आरती की गई। इसके बाद रथ को ताप्ती मंदिर तक ले जाया गया। इस दौरान भी लोगों को रथ के पास नहीं आने दिया। ताप्ती मंदिर के सामने से रथ को वापस जगदीश मंदिर लाया गया। रथ के वापस मंदिर आते ही विधि विधान से भगवान को मंदिर में विराजित किया। हर साल नगर में भगवान जगन्नाथ की बाजे गाजे के साथ रथ यात्रा निकाली जाती है। इस साल रथ यात्रा नहीं निकाली गई। श्रद्धालुओं ने भी शासन के निर्देशों का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए रथ में सवार भगवान के दूर से ही दर्शन किए। रथ तक लोग नहीं पहुंचे इसके लिए रस्सी बांध दी गई थी।
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