ग्रामीण मीडिया संवाददाता ।मुलताई
खबर का सार- महिला ब्रिटेन से दिल्ली उतरी जिसके बाद महिला फ्लाइट से नागपुर लौटी, नागपुर एयरपोर्ट पर उसकी जांच हुई जिसके बाद उसे कोरोना पोसेटिव पाया गया। क्योंकि ब्रीटेन में कोरोना का नया रूप कोविड स्ट्रेन फैल रहा है इसलिए जांच की गई। महिला से पता भी लिखवाया गया। किसी कारण वश मुलताई की जगह बैतूल का लिख दिया गया। जिसके बाद प्रशासन उसे ढूंढता रहा। आज जिसका पता मुलताई में लगा। अभी महिला को कोरोना के लक्षण नही है परंतु सतर्कता हेतू कोविड स्ट्रेन की जांच हेतू सैंपल पुणे लैब भेजा जा रहा है। 14 दिन बीत चुके हैं।
उपरोक्त जानकारी बैतूल SDM श्री चनाप से प्राप्त है साथ नोडल अधिकारी द्वारा भी जानकारी दी गई परंतु मुलताई स्वास्थ विभाग के दिवाकर किंनकर से प्राप्त जानकारी अनुसार महिला ब्रिटेन से नही पठान कोट से लौटी थी । अब मामले में अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग दोनो के अलग मत है। ग्रामीण मीडिया विस्तृत जानकारी से आपको अगली खबर में अवगत करवाएगा।
विस्तृत जानकारी
महिला विदेश से बैतूल आयी एक महिला की खोज में यहां स्वास्थ्य से लेकर पुलिस महकमा तक परेशान होता रहा लेकिन आखिर महिला को ट्रेस कर लिया गया है। महिला को मुलताई के कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया है। दरअसल महिला की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है और अब उसमें कही कोविड का नया स्ट्रेन तो नही है, उसकी जांच की जा रही है।
कल ही प्रशासन को जानकारी मिली थी कि महिला विदेश से आई है । पिछले 14 दिसम्बर को बैतूल पहुची यह महिला नागपुर एयरपोर्ट पर उतरी थी। जिसका वही कोविड सैम्पल लिया गया था।जिसकी रिपोर्ट कल बैतूल स्वास्थ्य प्रशासन को प्राप्त हुई जिसमें वह पॉजिटिव पाई गई है।महिला के साथ एक अन्य शख्स भी आया है। यह दोनों बैतूल आने के बाद लापता हो गए। इसे लेकर प्रशासन के अधिकारी पसोपेश में थे। एसडीएम बैतूल लगातार महिला की खोज कर रहे थे, जबकि बैतूल कोतवाली थाने के आरक्षणक से लेकर टीआई तक इस महिला की खोज में लगे हुए थे। दरअसल महिला का इंदिरा वार्ड का होने की जानकारी मिली थी।लेकिन वह वहां ट्रेस नही हो पा रही थी। एयरपोर्ट से दिया गया नम्बर भी बन्द आ रहा था। स्वास्थ्य प्रशासन ने इसके लिए जिले भर के बीएमओ को महिला को ट्रेस करने का जिम्मा दिया था। लेकिन आज दोपहर बाद महिला का मुलताई के इंद्रा वार्ड का होना पाया गया। महिला को ट्रेस कर मुलताई के कोविड सेंटर में भर्ती कराया जा सकता है। जहां उसका सैम्पल लेकर आज पूना भेजा जाएगा। बैतूल में कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ सौरव राठौर ने बताया कि महिला को ट्रेस कर मुलताई में भर्ती कराया गया है। जहां उसका सैंपल लिया गया है, सैंपल में नए स्ट्रेन की जानकारी जुटाने को लेकर सैंपल लेकर पुणे भेजा जा रहा है, जिससे यह तय हो सके कि महिला के अंदर नया स्ट्रेन तो नहीं है। फिलहाल महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव है लेकिन उसमें कोई सिम्टम्स दिखाई नहीं पड़ रहे हैं। महिला के ट्रेस होने से स्वास्थ्य और स्थानीय प्रशासन ने चैन की सांस ली है।
स्वास्थ्य विभाग ने महिला के घर के अन्य लोगो के भी सैम्पल लिए है। इधर महिला के 14 तारीख को मुलताई पहुचने से लेकर बीते 15 दिनों की कांट्रेक्ट ट्रेसिंग भी की जा रही है।क्योंकि वह बीते 15 दिनों में सैकड़ो लोगो से मिली होगी।
कितना संक्रामक है कोरोना का नया स्ट्रेन?
कोरोना के नए स्ट्रेन को 70 फीसदी अधिक संक्रामक बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि इसका म्यूटेशन कोरोना वायरस में 17 बदलावों के साथ हुआ है, इसलिए यह ज्यादा खतरनाक है। विशेषज्ञों का कहना है कि ये नया वायरस बच्चों और युवाओं को ज्यादा अपनी चपेट में ले रहा है।
नया स्ट्रेन कितना खतरनाक?
कोरोना के इस नए स्ट्रेन को इसलिए ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है, क्योंकि इसके आठ रूप जीन में प्रोटीन बढ़ाने वाले हैं, जिसमें से दो सबसे ज्यादा खतरनाक हैं। पहला, नए स्ट्रेन का N501Y रूप, जिसकी वजह से वायरस शरीर की कोशिकाओं पर हमला कर सकता है और दूसरा, H69/V70 रूप, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को नुकसान पहुंचाता है।
नया स्ट्रेन क्यों तेजी से फैल रहा है?
विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना का नया स्ट्रेन काफी तेजी से दुनियाभर में फैल रहा है। कहा जा रहा है कि इस नए 'प्रकार' ने वायरस को बढ़ाने वाले प्रोटीन में बदलाव कर लिया है, जिसके जरिए यह शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं पर आसानी से हमला कर देता है। इसके तेजी से फैलने का कारण यही है।
अब तक कितने देशों में फैला है यह?
कोरोना वायरस का यह नया रूप सबसे पहले ब्रिटेन में पाया गया था, जिसके बाद से यह अब तक कई देशों में फैल चुका है। इसमें डेनमार्क से लेकर हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर जैसे देश शामिल हैं।
क्या कोरोना के 'नए रूप' पर काम करेगी वैक्सीन?
भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर विवेक मूर्ति का कहना है कि वायरस का यह नया स्ट्रेन (प्रकार) अधिक संक्रामक तो है, लेकिन फिलहाल यह मानने की कोई वजह उपलब्ध नहीं है कि विकसित किए जा चुके कोरोना के टीके वायरस के नए प्रकार पर प्रभावी नहीं होंगे। जर्मनी की दवा कंपनी बायोएनटेक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उगुर साहीन ने भी कहा है कि इसकी पूरी संभावना है कि वैक्सीन इस वायरस के नए प्रकार पर भी प्रभावी रहेगी, लेकिन अगर जरूरत होती है तो कंपनी छह हफ्ते में नई वैक्सीन तैयार कर सकती है।
कोरोना के 'नए रूप' से कैसे करें बचाव?
दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. ए. के. वार्ष्णेय कहते हैं कि कोरोना के इस 'नए रूप' से घबराने के बजाय अगर हम नियमों का पालन करें तो हर प्रकार के स्ट्रेन से बच सकते हैं। ऐसे में आप विशेषज्ञों के बताए नियमों (जैसे- मास्क पहनना, सुरक्षित शारीरिक दूरी अपनाना और हाथ धोना) का पालन जरूर करें।
भारत की स्तिथि
दरअसल, 25 नवंबर से 23 दिसंबर तक यूके से करीब 33 हजार लोग भारत आए थे. इन सभी लोगों को ट्रैक किया गया और उनका टेस्ट करवाया गया. इसमें से कुल 114 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले थे. जिसके बाद इनके सैंपल का जीनोम स्किवेंसिंग किया गया था. इन्हें देश में 10 लैब (एनआईबीएमजी कोलकाता, आईएलएस भुवनेश्वर, एनआईवी पुणे, सीसीएस पुणे, सीसीएफडी हैदराबाद, सीडीएफडी हैदराबाद, इनामो बेंगलुरु, निमहंस बेंगलुरु, आईजीआईबी दिल्ली, एनसीडीसी दिल्ली) में भेजा गया. जहां इनकी जांच हुई.
कोरोना वायरस का कहर अभी थमा भी नहीं था कि अब कोरोना का नया स्ट्रेन चिंताएं बढ़ा रहा है. अब भारत में भी कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पुष्टि हो चुकी है. भारत में 6 लोगों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है. ये 6 लोग ब्रिटेन की यात्रा से वापस देश लौटे हैं. वहीं जिन लोगों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है, उन्हें आइसोलेट किया गया है और उनके संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है.
देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का आतंक जारी है. अब कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने भी भारत में दस्तक दे दी है. यूके से लौटे 6 लोगों में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबित इनमें 3 सैंपल की NIMHANS, बेंगलुरु में पुष्टि हुई है. इसके अलावा 2 CCMB, हैदराबाद में मिले हैं और 1 NIV, पुणे में मिला है. वहीं जिन लोगों के सैंपल नए स्ट्रेन से पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्हें राज्य सरकारों के जरिए निर्देश दिए गए अलग कमरे में आइसोलेट किया गया है।
न्यू अपडेट
*ग्रामीण मीडिया की खबर के बाद जिला प्रशासनिक अधिकारी हुए सतर्क, हुआ बड़ा खुलासा, ब्रिटेन से नही पठानकोट से लौटी थी महिला, जुड़ेंगे नोडल अधिकारी, से जाने क्या है मामला, और क्यों हुई थी गलतफहमी*
प्रशासन ने भोपाल भिजवाई जानकारी
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https://youtu.be/Sse_YzI-g18
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