ग्रामीण मीडिया सेण्टर
जिस घर के आंगन के खूंटे में गाय बंधी होती है,
उस घर में हमेशा खुशहाली रहती है। गाय का गोबर बीमारी
फैलाने वाले वायरस का नाश करता है। गाय का दूध अमृत
है, गो मूत्र भी उपयोगी है। इसके बाद भी हम गाय के महत्व
को भूलते जा रहे हैं। यह बात गोपाष्टमी पर गो कथा कहते
हुए गो क्रांति के सीताशरण महाराज ने कही। उन्होंने कहा गाय
हमारी संस्कृति है। अभी भी हम
गाय को बचाने के प्रति जागरूक
नहीं हुए तो भारतीय संस्कृति का
नामोनिशान मिट जाएगा। उन्होंने
बताया गाय को राष्ट्र माता
घोषित करने अभियान चलाया
जा रहा है। सरकार हमारी मांग की ओर ध्यान नहीं दे रही।
उन्होंनें कहा घर-घर में गाय के गोबर से बने गणेश होना
चाहिए। गोबर गणेश की पूजा से सुख-शांति बनी रहती है। गो
की रक्षा के लिए सरकार को गाय का गोबर खरीदना चाहिए।
जिससे गो वंश को बचाया जा सके। उन्होंने उपस्थित लोगों
को गो रक्षा और गो पालने का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम
में विधायक चंद्रशेखर देशमुख, पूर्व विधायक सुखदेव पांसे,
आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक शिवा खंडेलवाल, जगदीश
पीएल पंवार सहित बड़ी संख्या में गो भक्त और नगरवासी
उपस्थित थे। संचालन गणेश साहू ने किया। गो आरती और गो
परिक्रमा के बाद समापन हुआ|
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