ग्रामीण मीडिया सेण्टर
शेरगढ़ के खेत में बंधे मवेशी पर वन्यप्राणी ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। सुबह किसान खेत पर पहुंचा तो मवेशी मृत अवस्था में पड़ा हुआ दिखाई दिया। जंगल की ओर वन्यप्राणी भागता नजर आया। किसान नेग्रामीणों और वन विभाग के अमले को सूचना दी। कृष्णा राजुरकर ने बताया गांव की सीमा पर स्थित पुरानेकिले के पास उसका खेत हैं। हमेशा की तरह रात को खेत में मवेशियों को बांधकर घर आ गया था। सुबह पांच बजे के दरमियान खेत पहुंचा तो एक मवेशी मरा मिला। मवेशी के गले और कंधे पर वन्यप्राणी के हमले के निशान थे। खेत से वन्यप्राणी जंगल की ओर भागता दिखाई दिया। गांव में जाकर ग्रामीणों और वनविभाग के अधिकारियों को मवेशी पर वन्यप्राणी के हमले की सूचना दी। सूचना पर प्रभात ट्टन क्षेत्र के डिप्टी रेंजर अंगद सिंह अन्य कर्मियों के साथ पहुंचे।
वन्यप्राणी का पता लगाने
लगाए जा रहे कैमरे
रेंजर वी जावरिया ने बताया मवेशी पर कंधे
और गर्दन के पास हमला हुआ है। ऐसा
हमला लकड़बग्घा करता है। क्षेत्र के
जंगल में लकड़बग्घा हैं। शेर और तेंदुआ
पीछे से हमला करते हैं। जिससे इन दोनों
के हमले की संभावना कम है। मवेशी पर
किस वन्यप्राणी ने हमला किया इसका
पता लगाने खेत के आसपास कैमरे
लगाए जा रहे हैं। वन्यप्राणी दोबारा भी
मवेशी पर हमला करने पहुंच सकता है।
ग्रामीणों को रात के समय सतर्क रहने
की समझाइश दी है।
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