ग्रामीण मीडिया सेण्टर| राजेंद्र भार्गव
- देर रात ग्रामीण मीडिया ने उठाया था मामला
- मात्रा तीन घंटे में मिला परिवार से मिला कंपनी का अधिकारी
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ट्रैक्टर ट्रॉली घटना स्थल पर |
ग्रामीण मीडिया ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था, कल रात १६/११ को परिजन शव को रख अंतिम संस्कार नहीं कर रहे थे और शव को कंपनी कैंप के सामने रख मुआवजे की मांग कर रहे थे हमारे द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए खबर रात में ही लगायी गई साथ ही उच्च अधिकारिओ ने खबर को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कारवाही कर परिवार को मात्रा ३ घंटों के अंदर रात्रि लगभग 11. 30 पर मुआवजा देने की बात कही| मुआवजे के रूप में मृतक परिवार को कंपनी के जनरल मैनेजर ने ग्राम सरपंच की उपस्तिथि में मुआवजा राशि २ लाख देने की बात कही| इसके बाद परिवारजन देर रात्रि शव को निवास स्थान ले गए और आज दिनाक 17 को शव का अंतिमसंस्कार किया जायेगा|
क्या था मामला
चिचंडा रेलवे स्टेशन के पास डाउन
ट्रैक के किनारे सीमेंट की बोरियों से
भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से ड्राइवर
की मौत हो गई थी । ट्रैक्टर-ट्राली के
पलटने से ड्राइवर दब गया था। जिसे
उपचार के लिए सरकारी अस्पताल
पहुंचाया गया था । जहां डॉक्टर ने मृत घोषित
कर दिया था । चिचंडा रेलवे स्टेशन से
तिगांव रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे
की तीसरी लाइन का निर्माण कार्य
चल रहा है। पुणे (महाराष्ट्र) की
निजी कंपनी चिचंडा रेलवे स्टेशन
के पास पुल-पुलियाओं का निर्माण
कार्य कर रही है। निर्माण स्थल पर
सीमेंट सहित अन्य सामग्री ट्रैक्टर-
ट्रॉली से पहुंचाई जा रही है। १६ की दोपहर में
ग्राम चिल्हाटी निवासी राजेश बोवाड़े
(27) ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर सीमेंट
की बोरियां निर्माण स्थल पर ले जा
रहा था। रास्तेमें चढ़ाई चढ़ते समय
ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई। जिससे
ड्राइवर नीचे गिरकर दब गया।
जेसीबी मशीन से ट्रैक्टर को सीधा
कर राजेश को बाहर निकाला गया था|
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