ग्रामीण मीडिया सेण्टर| हथनापुर
- एपी एक्सप्रेस के एसी कोच से नेवी ऑफिसर की पत्नी गिरी मौत
- नागपुर पहुंचकर पता लगाया तो हतनापुर स्टेशन पर गिरने की मिली सूचना
- मोबाइल पर बात करते समय गेट तक स्मृतिकना के पहुंचने की आशंका
मैं अपनी पत्नी
और दो बच्चों को
लेकर वैष्णोदेवी
के दर्शन कर
नईदिल्ली से
एपी एक्सप्रेस में
सवार होकर वापस विशाखापट्टनम
लौट रहा था। रात 10 बजे के
दरमियान हम सभी ने कोच में
भोजन किया। इसके बाद सभी सो
गए। नींद खुली तो पत्नी बर्थ पर नहीं
थी। कोच में तलाश किया लेकिन
पता नहीं चला। नागपुर पहुंचने पर
जीआरपी और आरपीएफ थाने में
सूचना दी। कुछ देर बाद आरपीएफ
थाने में सूचना आई की हतनापुर के
पास एक महिला का शव पड़ा हुआ
है। घटना स्थल पर पहुंचे तो वह
उनकी पत्नी थी। यह बात पश्चिम
बंगाल के अशोक नगर कोलकत्ता
निवासी नेवी आॅफिसर शंभू घोष ने
पत्नी का पोस्टमार्टम कराने सरकारी
अस्पताल पहुंचने पर मुलताई
पुलिस को बताई।
शंभू ने बताया वह
विशाखापट्टनम में नेवी में चीफपेट्टी
आॅफिसर है। एक सप्ताह पहले पत्नी
स्मृतिकना (34), पुत्र शुभायन
(12) और सुप्रतिम (10) के
साथ वैष्णोदेवी दर्शन के लिए गए
थे। पत्नी का मोबाइल भी नहीं
लग रहा था। रात 3.50 बजे ट्रेन
नागपुर स्टेशन पर पहुंची तो गार्ड
और स्टेशन पर आरपीएफ और
जीआरपीएफ पुलिस को सूचना दी।
कुछ देर बाद जीआरपीएफ थाने में
सूचना आई की हतनापुर के पास
अज्ञात महिला का शव पड़ा है।
सूचना पर हतनापुर पहुंचे तो शव
उनकी पत्नी का था।
मोबाइल पर बात करते
समय गेट तक स्मृतिकना
के पहुंचने की आशंका
सूचना पर शंभू घोष अपने बच्चों के
साथ रेलकर्मी के साथ घटना स्थल पर
गए। सूचना पर मुलताई थाना प्रभारी
एसके अंधवान भी मौके पर पहुंचे।
शव से कुछ दूरी पर स्मृतिकना का
मोबाइल पड़ा हुआ था। मोबाइल देखने
पर यह बात सामने आई की स्मृतिकना
की 10.30 से 12 बजे के बीच मोबाइल
पर किसी से बात हुई। संभवत: बात
करते समय नेटवर्क नहीं मिलने पर
उसने कोच का गेट खोला होगा। इस
दौरान संतुलन बिगड़ने से चलती ट्रेन
से गिर गईं।
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