ग्रामीण मीडिया संवाददाता । ब्यूरो बैतूल
प्राइवेट स्कूलों में वसूली जा रही जरूरत से ज्यादा फीस और पुस्तकों के लिए वसूले जा रहे बेतहाशा शुल्क के विरोध में बार काउंसिल के पदाधिकारियों ने गुरुवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में बार काउंसिल अध्यक्ष संजय मिश्रा, सचिव सुरेंद्र कुमार मालवीय समेत अन्य ने बताया कि बैतूल के प्राइवेट स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकें सीबीएसई पाठ्यक्रम की नहीं चलाकर महंगे प्रकाशकों की चलाई जा रही हैं। एक या दो पुस्तक नहीं दी जातीं, पूरा सेट ही थमाया जाता है। हर साल किताबें बदली जा रही हैं, जिससे गरीब बच्चे पुरानी किताबों का उपयोग नहीं कर पा रहे। स्कूल के माध्यम से ही इन पुस्तकों का विक्रय किया जा रहा है। जिसमें शाला प्रबंधन का भी एक बड़ा हिस्सा होता है। एक महीने स्कूल लगने पर भी तीन महीने की फीस वसूली जा रही है। बिना अभिभावकों की सहमति के फीस बढ़ाई जा रही है। समिति में अभिभावकों को शामिल करके निर्णय लेना चाहिए। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने वकीलों को जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया और गुरुवार शाम को ही प्राइवेट स्कूलों की बैठक के आदेश जारी हो गए।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बैठक के आदेश दिए
इधर जिला शिक्षा अधिकारी लखनलाल सोनारिया ने सभी प्राइवेट स्कूलों के प्राचार्यों को पत्र लिखकर बताया कि पुस्तकों के विक्रय और शिक्षण शुल्क में बढ़ोतरी के संबंध में शिकायतें मिल रही हैं। 23 जनवरी को प्राइवेट स्कूल संचालकों को आदेश दिए गए थे कि पुस्तकों की सूची, नाम, प्रकाशकों के नाम, मूल्य, शाला गणवेश और स्कूल में सूचना पटल पर चस्पा करें। इसकी एक प्रति बीईओ और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को प्रेषित करने के निर्देश दिए गए थे। इस संबंध में 12 अप्रैल को उत्कृष्ट स्कूल के विवेकानंद हॉल में बैठक रखी जाएगी
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