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सोमवार, 9 अक्तूबर 2017

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित

ग्रामीण मीडिया सेण्टर


कलेक्टर श्री शशांक मिश्र की अध्यक्षता में सोमवार को जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कलेक्टर श्री शशांक मिश्र द्वारा निर्देशित किया गया कि सी.एम. हेल्प लाइन की समस्त शिकायतों का निराकरण समय सीमा में कर एल-1 पर ही सभी शिकायतें बंद होना सुनिश्चित करें, कोई भी उप-स्वास्थ्य केन्द्र बंद नहीं रहे तथा समस्त ए.एन.एम., एम.पी.डब्ल्यू, एल.एच.व्ही, सेक्टर सुपरवाइजर मुख्यालय पर ही निवास करें ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप मोजेस ने बताया कि जिला स्तर से ए.एन.एम., एम.पी.डब्ल्यू, एल.एच.व्ही, सेक्टर सुपरवाईजर के मुख्यालय निवास सत्यापन हेतु जिला स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला टीकाकरण अधिकारी की द्विसदस्यीय टीम बनाई गई है जो सतत् क्षेत्र में भ्रमण कर कर्मचारियों के मुख्यालय निवास की मॉनीटरिंग करेंगे तथा मुख्यालय पर निवास नहीं करने वाले कर्मचारियों के विरूद्व कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। 
राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम में विकासखंड शाहपुर, चिचोली, प्रभातपट्टन, भैंसदेही, घोडाडोंगरी एवं मुलताई की उपलब्धि संतोषजनक नहीं पाए जाने पर समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को आगामी 15 दिवस में सघन प्रयास कर 40 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य पूर्ति करने हेतु निर्देश दिये गये तथा दिसम्बर 2017 तक सभी विकासखंडों को अपने शत्-प्रतिशत् लक्ष्यों की पूर्ति करने हेतु कहा गया। एन.एस.व्ही. पुरूष नसबंदी की लक्ष्य पूर्ति हेतु समस्त पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं सेक्टर सुपरवाइजर को 5-5 केस प्रति केम्प का लक्ष्य देकर लक्ष्य पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया। विकासखंड सेहरा, घोडाडोंगरी, प्रभातपट्टन की पी.पी.आई यू.सी. डी की लक्ष्य पूर्ति संतोषजनक नहीं है अत: प्रति माह कुल संस्थागत प्रसव में से 40 से 60 प्रतिशत महिलाओं को प्रेरित कर पी.पी.आई.यू.सी.डी लगाने हेतु निर्देशित किया गया। 
कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने निर्देशित किया कि राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत बीमारी नियंत्रण हेतु विकासखंड भीमपुर एवं चिचोली में वन विभाग के कर्मचारियों को मलेरिया की रोकथाम हेतु आर.डी.के. से जांच एवं स्वास्थ्य शिक्षा के द्वारा रोकथाम हेतु प्रशिक्षण दिया जाये। समस्त ग्रामों में घर-घर सर्वे, जांच, उपचार कार्य सतत् जारी रखा जाये। राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सेहरा एवं प्रभातपट्टन में टी.बी. केसेस की खोज हेतु अभियान चलाकर समस्त टी.बी. के संभावित केसेस खोजकर जांच, परीक्षण एवं उपचार प्रारंभ करने हेतु निर्देशित किया गया। राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कुल 160 केसों के विरूद्व 130 केसेस की खोज कर उपचार दिया जा रहा है। अत: कुष्ठ के नये केसेस खोजने हेतु निर्देश दिये गये। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं सी.डी.पी.ओ. को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक विकासखंड में संयुक्त बैठक लेकर आशा, ए.एन.एम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा बाल हृदय की बीमारी से पीडि़त एवं राज्य बीमारी सहायता निधि से संबंधित बीमारियों जैसे कॉक्लियर इमप्लांट, जन्मजात विकृति के केसेस की खोज करने हेतु मैदानी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देकर ग्रामवार सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर सात दिवस में सर्वे कार्य पूर्ण करके सूची बनाने हेतु निर्देश दिये गये।
खण्ड चिकित्सा अधिकारी मुलताई एवं घोड़ाडोंगरी को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सभी व्यवस्थायें पूर्ण कर शीघ्र सीजेरियन सेक्शन ऑपरेशन प्रारंभ करवाने हेतु निर्देशित किया। समस्त एल-1 प्रसव केन्द्र पर 10 से अधिक प्रसव प्रतिमाह एल-2 प्रसव केन्द्र पर 50 से अधिक प्रसव प्रतिमाह तथा एल-3 प्रसव केन्द्र पर 100 से अधिक संस्थागत प्रसव करवाने हेतु आशा कार्यकर्ता, ए.एन.एम. की बैठक लेकर ग्रामवार समीक्षा करने तथा प्रत्येक प्रसव का संस्थावार उचित प्रबंधन हेतु लाइन लिस्टिंग के आधार पर शत्-प्रतिशत् संस्थागत प्रसव करवाने हेतु निर्देश दिये गये। मातृ मृत्यु की विकासखंडवार विस्तृत समीक्षा करने हेतु निर्देशित किया साथ ही मातृमृत्यु दर को कम करने हेतु सभी गर्भवती माताओं का प्रथम तिमाही में पंजीयन तथा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय तिमाही में संपूर्ण जांच, हाई रिस्क माताओं का पूर्ण उपचार तथा प्रसव प्रबंधन का रिकार्ड संधारित करने हेतु निर्देशित किया गया। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत समस्त गर्भवती माताओं एवं बच्चों का सात विकासखंडों में विशेष अभियान चलाकर संपूर्ण एवं शत्प्रतिशत् टीकाकरण पूर्ण किया जाना है तथा टीकाकरण दल द्वारा कुपोषित बच्चों की खोज कर एन.आर.सी. में भर्ती किया जायेगा, इस हेतु खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को ग्रामवार सूक्ष्म कार्ययोजना बनाने हेतु निर्देशित किया गया। समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को आई.डी.एस.पी. कार्यक्रम के अंतर्गत प्राप्त रिपोर्ट का सूक्ष्म आंकलन कर संबंधित ग्रामों में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया गया। 
बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी/ परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. अरूण कुमार शर्मा, सिविल सर्जन डॉ. अशोक बारंगा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अरविंद भट्ट, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. एन.के.चौधरी, जिला मीडिया अधिकारी श्रीमती श्रुति गौर तोमर, डी.पी.एच.एन.ओ. श्रीमती एम.पीटर, उप जिला मीडिया अधिकारी श्रीमती अभिलाषा खर्डेकर एवं श्री महेश गुबरेले, प्रभारी डी.सी.एम. श्रीमती मधुमाला शुक्ला, समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रम अधिकारी, समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी, बी.ई.ई, बी.पी.एम एवं बी.सी.एम. उपस्थित रहे।

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