ग्रामीण मीडिया सेण्टर | घोड़ाडोंगरी
एक युवक ने शुक्रवार सुबह
सालीढाना नदी में मछली मारने के
लिए करंट लगा रखा था। अचानक
उसका पैर फिसलने से वह खुद ही
करंट की चपेट में आ गया है, जिससे
घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो
गई। सालीढाना निवासी राकेश पिता
रामनाथ धुर्वे करंट से मछली मारने
में व्यस्त था। इस दौरान उसका पैर
फिसल गया। इससे उसकी मौत हो
गई। पुलिस घटना की जांच कर
रही है। नदी में करंट से मछली
मारने का काम राकेश, बिस्तराम
और दिलीप कर रहे थे। राकेश
करंट लगाकर लाठी नदी में चला
रहा था और उसके साथी बिस्तराम
और दिलीप पानी में से मछलियां
एकत्रित कर रहे थे। इस दौरान पत्थर
से पांव फिसलने के कारण राकेश
करंट वाली लाठी के साथ पानी में
गिर पड़ा। उसके साथी कुछ समझ
पाते, तब तक राकेश करंट की चपेट
में आ गया। उसके बाद दोनों ने
करंट सप्लाई बंद कर राकेश को नदी
से बाहर निकाला। करंट से मछली
मारने के लिए इन्होंने एक हजार फीट
तार लकड़ी में फंसाया था।
ऐसे कर रहे थे करंट से
मछली का शिकार
गोल लोहे की जाली बनाकर उसको
चार-पांच हाथ लंबे बांस (लाठी) में
लगाया था। जाली में करंट लगाकर
नदी में पानी में घूमा रहे थे। मछली
मरने पर लाठी हटा ली और एक -
एक व्यक्ति करंट वाली लाठी चलाता
रहा। इसके बाद दूसरे साथी मरी हुई
मछलियों को पानी में बीन रहे थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें